सोमवार, 20 मई 2019

गोडसे देशभक्त था ,है ,रहेगा : प्रज्ञा

गोडसे वाले बयान के बाद साध्वी प्रज्ञा ने खुद को दी ये सज़ा


राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की गोली मार कर हत्‍या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाली साध्वी प्रज्ञा ने माफ़ी मांग ली थी। साध्‍वी प्रज्ञा ने कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्‍त थे, देशभक्‍त हैं और देशभक्‍त रहेंगे।


इसके बाद प्रज्ञा ठाकुर ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगती हूं और अब वह 21 प्रहर का मौन रखेंगी।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित बयानों पर कड़ा ऐतराज जताया था। एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था कि वह साध्वी प्रज्ञा को कभी मन से माफ नहीं कर पाएंगे।


 


यूपी कैबिनेट से राजभर बर्खास्त

ओमप्रकाश राजभर यूपी कैबिनेट से बर्खास्त


अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले सुभासपा पार्टी के अध्यक्ष व यूपी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर पर आखिरकार गाज गिर ही गयी। सोमवार को सीएम योगी की सिफारिश के बाद राज्यपाल ने राजभर को यूपी कैबिनेट में मंत्री पद से हटा दिया।


ओमप्रकाश राजऱ ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पिछड़ों के साथ इस तरह का व्यवहार होगा यह हमें पता था। कहा कि हम लड़ाई लड़ते रहेंगे।हाल ही में ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा से किनारा कर लिया था। राजभर यूपी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था।


 


भारत रक्षा मंच का होगा विस्तार

भारत रक्षा मंच का होगा विस्तार


गाजियाबाद ! भारत रक्षा मंच लोनी विधानसभा के अध्यक्ष श्री चंद्रपाल भगत जी की सहमति से महामंत्री संदीप गुप्ता ने पशुचिकित्स ड्रा. विकास चौधरी को उनकी हिंदुत्व विचारधारा और समाज सेवा को देखते हुए लोनी नगर पालिका के वार्ड नंबर 18 इंद्रपुरी से अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है !आशा करते हैं वह हिंदुत्व और देश के लिए पर अग्रसर होकर कार्य करेंगे!


जनता बेताब , किसके बंधेगा ताज

सेहरे के गुलाब ताजपोशी को बेताब, किसकी किस्मत में होगा देश में राज ?


लोकसभा 2019 चुनाव के सभी चरणों के मतदान थमते ही और परिणाम के दिन क़रीब आते ही हर प्रत्याशी बोर्ड परीक्षार्थियों की तरह अपने अव्वल दर्जे से पास होने की दुवाएं मांग रहा है, तो कोई अपने जनसम्पर्क अभियान में मिले आश्वासन से अपनी जीत की गणना कर रहा है तो कोई जातिगत आंकड़ों को अपने खेमे में मानकर अपनी क्षमता का आंकलन कर रहा है। देखना यह है कि तीन प्रमुख पार्टियों में किसके सरदार के सर बंधेगा सियासत का ताज।
गौरतलब हो कि बाँदा-चित्रकूट लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास के सारे आंकड़े तोड़ते हुए इस लोकसभा क्षेत्र में पहली दफा ब्राह्मण को टिकट न देकर बैकवर्ड कैंडिडेट आरके सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाकर चुनावी रणभूमि में उतारा है। जिससे बाँदा चित्रकूट लोकसभा के मौजूदा सांसद रहे भैरो प्रसाद मिश्र खासा नाराज़ रहे और आरके पटेल की मुखालफत करते हुए पार्टी कार्यालय में धरना दिया और 24 घंटे तक हायतौबा मचाई, भैरों प्रसाद मिश्रा के टिकट कटने से ब्राह्मण समुदाय में खासा नाराज़गी रही लेकिन आहिस्ता आहिस्ता आरके पटेल ने मिन्नतो आरजू कर विशेष समुदाय के बीच जाकर इस घाव को भरा और काफी हद तक हाथ से फिसल रहे मतो को वापस अपनी झोली में भरने का काम किया है। फिलहाल भाजपा के प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय, उज्जवला और शौभाग्य योजना ग्रामीणों के लिए वरदान बनकर आई जो भाजपा के लिए मुफीद साबित होती दिखाई दे रही है साथ ही बाँदा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली चित्रकूट में अमित शाह की रैली ने भी मतदाताओ को ख़ासा लुभाने का काम भी किया है। वहीँ दूसरी तरफ गठबंधन भी किसी मायने में भाजपा के आगे कमज़ोर साबित नहीं हो रहा है। आपको बता दें कि बाँदा चित्रकूट लोकसभा प्रत्याशी श्यामाचरण गुप्ता पहले भी सपा से इसी लोकसभा से सांसद रह चुके है और मौजूदा समय में चित्रकूट से इस अग्निपरीक्षा में शामिल हैं। मतदाताओ के मुताबिक़ गठबंधन के पास २ दलों की ताकते जुडी हुई है जिससे जीत का परचम उनके हाथ में आता दिखाई दे रहा है। मतदाताओ से हुई वार्ता में बताया कि अखिलेश यादव ने बतौर मुख्यमंत्री लैपटॉप देकर, गरीबो को खाद्यान देकर आज भी मतदाताओ को अपनी तरफ आकर्षित कर रखा है तो वहीँ बसपा सुप्रीमों और दलितों की मसीहा कही जाने वाली मायावती के प्रति दलित मतदाता आज भी जस का तस बना हुआ है हां ये ज़रूर है कि कई दलित अथवा बसपा समर्थक मतदान के दौरान यहाँ वहाँ ईवीएम में हाथी का चिन्ह ढूँढने बताये गये ऐसे में तमाम बसपा का मुरीद मतदाता इधर उधर भटकता रहा। दूसरी तरफ बात की जाए कांग्रेस प्रत्याशी की तो सपा से मिर्ज़ापुर सांसद रहे और बीहड़ से हर सरकारो को नचाने वाले दस्यु सम्राट ददुआ के भाई बालकुमार पटेल की तो इस लोकसभा चुनाव् में वो भाजपा प्रत्याशी आरके सिंह पटेल को ख़ासा टक्कर दे रहे हैं। दो प्रमुख पार्टियों से बैकवर्ड समुदाय में ख़ासा जनबल और पकड़ रखने वाले ये दोनों नेता बाँदा चित्रकूट की सियासत के बड़े चेहरे हैं जिसको मद्देनज़र रखते हुए यह दोनों नेता एक विशेष समुदाय के मतों का बटवारा कर अन्य को ख़ासा फायदा भी पहुचा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2014 लोकसभा चुनाव मेें उत्तर प्रदेश में भाजपा-सहयोगियों को मोदी लहर के कारण 73 सीटें मिली थीं। वहीं सपा को पांच, कांग्रेस को दो और बसपा का खाता तक नहीं खुल पाया था। यूपी में इस बार भाजपा-सहयोगियों और सपा-बसपा गठबंधन में जबरदस्त घमासान मचा है। सपा-बसपा ने चुनाव से ऐन पहले गठबंधन कर भाजपा की पूरी रणनीति को बिगाड़ दिया था तो वहीँ सपा-बसपा के साथ रालोद भी जुड़ गया। हालांकि कांग्रेस अलग थलग पड़ गई, लेकिन उसने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान देकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया। प्रियंका ने न सिर्फ यूपी बल्कि पूरे देश में कांग्रेस के लिए प्रचार व रोड शो किया जिसमें जबरदस्त भीड़ भी उमड़ी। फिलहाल लोकसभा चुनाव के मतदानो के चरण थमते ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया ने एग्जिट पोल की बारिश शुरू कर दी है जिसको देख्रते हुए क्रमवार अव्वल दर्जे में मोदी की लहर दिख रही है तो दुसरे पायदान में बुवा बबुवा का प्यार झलक रहा है तो वहीँ तीसरे पायदान में प्रियंका का ग्लैमर दिखाई दे रहा है। देखना यह है कि आगामी 23 मई को ईवीएम अलादीन का चिराग बनकर किसकी मनोकामना पूरी करेगी, यह 23 मई की ढलती शाम तय करेगी।


बालाकोट आतंकवादियों पर हमला बड़ी कामयाबी

लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर मैंने जो कहा वो तथ्य है


उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि बालाकोट में आतंकियों पर हवाई हमला भारतीय वायुसेना की एक बड़ी उपलब्धि थी, जिसमें हमारे विमान दुश्मन के इलाके में काफी अंदर तक चले गए और आतंकी लॉन्चपैड में घुस गए।उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले डीजीएमओ ने एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक 16 सितंबर को हुई थी। मैं यह नहीं कहना चाहता कि राजनीतिक दल क्या कहते हैं, उन्हें सरकार द्वारा जवाब दिया जाएगा। मैंने आपको जो कहा है वो तथ्य है।


आरटीआई में 2004 से 2014 के बीच सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में विवरण मांगा गया था। जवाब में डीजीएमओ के माध्यम से मंत्रालय ने कहा है कि उनके पास केवल 29 सितंबर, 2016 को नियंत्रण रेखा पर सेना द्वारा की गई एक सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में आंकड़े हैं।जनरल सिंह ने कहा, 'इस साल के दौरान हम अब तक 86 आतंकवादियों को ढेर करने में सफल रहे हैं और हमारे ऑपरेशन उसी तरह से जारी हैं। उनमें से लगभग 20 को पकड़ लिया गया है, हम उनमें से कई को मुख्यधारा में वापस लाने में भी सक्षम हैं।


 


रेलवे चौकीदार से की गई मारपीट

रेलवे चौकीदार से की गई मारपीट


फिरोजाबाद! सिरसागंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कोरारा रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन का कार्य कर रहे दो चौकीदारों की बीती रात बदमाशों ने पिटाई कर दी इस दौरान बदमाश वहां से बिजली का सामान एवं लोहा आदि चोरी कर ले गये घटना की जानकारी पर संबंधित ठेकेदार मौके पर पहुंचा और घायल चौकीदारों को लेकर थाना पहुंचे पुलिस ने दोनों चौकीदारों का अस्पताल में मेडिकल कराया है घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई इस संबंध में थाना पुलिस का कहना है कि मामला मारपीट का प्रतीत हो रहा है मामले की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी फिलहाल मेडिकल को आये दोनो चौकीदारों को गभीर चोट आई है इस बारे में सिरसागंज थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है


संवाददाता-रिहान अली 


शुक्र है चुनाव के बाद एग्जिट पोल की अनुमति


शुक्र है कि चुनाव खत्म होने के बाद ही एग्जिट पोल की इजाजत है
वर्ना सारा फैसला टेलीविज़न स्क्रीन पर ही कर लिया जाता


नरेश राघानी


 आखरी चरण का मतदान खत्म होने से पहले ही, सारे टीवी चैनलों के ऐंखर सूट बूट पहन कर तैयार खड़े हुए दिखाई दे रहे थे। जैसे कि सारा एग्जिट पोल का विश्लेषण पहले ही तैयार करके रखा गया हो।और बस इंतजार हो रहा था कि कब चुनाव प्रक्रिया के दौरान आखिरी चरण का मतदान खत्म हो और दे दनादन एग्जिट पोल की गोलियां आम आदमी की सोच पर दाग दी जाए। इस बार के चुनाव में जिस तरह का मीडिया का रवैया रहा है, उसने कहीं ना कहीं इस देश में मीडिया की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है । देखा जाए तो यह बिल्कुल सही समय है 'टेलीविजन बंद'करके शांति से 23 तारीख तक नतीजों का इंतजार करने का। राजनीतिक दलों को भी देखिए !वह भी एग्जिट पोल के नतीजे देख कर सरगर्मी तेज करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिस की स्थिति मजबूत है वह भी इधर उधर गठबंधन के लिए भटकना शुरू हो गया है। सोनिया गांधी ने तो जोड़-तोड़ की कमान कब की कांग्रेस नेता गुलाम नबीआजाद ,अशोक गहलोत और खुद अपने हाथों में लेकर लोगों से मिलना भी शुरू कर दिया है। वहीं भाजपा के आंतरिक सूत्रों के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता भी जोड़-तोड़ सांठगांठ के खेल में मात खाने को तैयार नहीं दिखते हैं । यहां पर विचारणीय बात यह है कि आखिर वोटर तो बेचारा अपना वोट देकर घर जा चुका है । परंतु अब उस जनादेश के साथ जिस तरह की सांठगांठ और तोड़फोड़ की जाएगी, उससे जो नतीजे सामने आएंगे वह वोटर की इच्छा से बहुत परे होंगें। यह वोटर के अधिकारों का हनन नहीं तो और क्या है ? यह तो चलो गठबंधन की कहानी है। लेकिन मजबूत जनादेश के बावजूद भी पिछली सरकार में, भाजपा कि केंद्र सरकार में जो अधिकांश लोग मंत्री रहे, वह जनादेश की परिकल्पना से कितने परे थे ? लेकिन फिर भी बहुमत के मद में सत्तारूढ़ दल ने ऐसे कई मंत्री बना डाले जो खुद चुनाव हार गए थे। यह लोकतंत्र में वोटर का अपमान नहीं तो और क्या था ?
यह तो ऊपर वाले का शुक्र है कि इन एग्जिट पोल्स को चुनाव प्रक्रिया में मतदान खत्म होने के बाद ही दिखाए जाने का प्रावधान है। नहीं तो एग्जिट पोल्स अपने आप में देश के जनादेश के साथ खिलवाड़ करने का सबसे बढ़िया हथियार साबित होते । इस वक्त टीवी चैनलों में जितने भी एग्जिट पोल चलते हुए दिखाई दे रहे हैं, वह फिलहाल एनडीए की सरकार पुनः बनना निश्चित कर रहें हैं। परंतु इस भौतिकता के युग में *यह एग्जिट पोल्स कितने खरे उतरेंगे ? या कितने खरे हैं ?इसकी असलियत शायद 22 तारीख की शाम को टीवी चैनलों पर दिखाई देगी। क्योंकि अलग अलग राजनीतिक दलों से भारी मात्रा में एड पैकेज और धन प्राप्त करके , इस तरह के एग्जिट पोल दिखाए जाने से आज के भौतिक मीडिया युग में इनकार नहीं किया जा सकता। उम्मीद है कि मीडिया के माध्यम से धन अर्जित करने वाले इन टीवी चैनल्स को 22 तारीख की शाम को शायद खुद की और मीडिया की निष्पक्ष भूमिका की याद आ जाएगी।  तब जो एग्जिट पोल्स दिखाए जाएंगे उसमें काफी हद तक *यथार्थ के धरातल का दर्शन होगा। तब तक शायद यही बेहतर है इस उधेड़बुन से दूर हटकर आम आदमी थोड़ा आराम फरमा ले । क्योंकि अभी जो कुछ भी टीवी चैनल पर दिखाया जा रहा है , वह किसी न किसी पार्टी द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम के अलावा कुछ भी नहीं है। टीवी चैनल ऑन करके चुनावी रुझान को जानने की का सही वक्त 22 तारीख की शाम का होगा। जब हर तरफ से धन अर्जित करके पेट भर जाने के बाद, इस देश की मीडिया को अपनी निष्पक्षता और अपनी इमेज का ख्याल आएगा । जिसके चलते यथार्थ के करीब जो भी नतीजे होंगे , वह प्रसारित किए जाएंगे । वहीं निश्चित तौर पर 23 तारीख को जो भी परिणाम आएगा वह परिणाम 22 तारीख को दिखाए गए एग्जिट पोल्स के करीब ही होगा।इस वक्त जो कुछ भी इन टीवी चैनल्स पर एग्जिट पोल के माध्यम से दिखाया जा रहा है। वह किसी न किसी पार्टी विशेष के 'विज्ञापन' जैसा ही है । जिस का *बस स्वरूप थोड़ा बदल दिया गया है* ।इसी वजह से शायद देश के आम आदमी का आधुनिक लोकतंत्र के इन पेड़ मीडिया चैनल्स पर से भरोसा उठ चुका है !


नरेश राघानी


गंदगी से आक्रोशित जनता ने दिया धरना

गंदगी से परेशान  आक्रोशित  जनता ने दिया धरना


साहिबाबाद । डीएलएफ भोपुरा निवासी नगर निगम के खिलाफ धरने पर बैठे । वही नगर निगम की कूड़ा भरी गाड़िया खड़ी हैं! नगर निगम और भाजपा महानगर अध्यक्ष मान सिंह गोस्वामी लोगो को समजबुझा कर, धरना समाप्त कराने के प्रयास में !लोगो मे नगर निगम के खिलाफ आक्रोश ,कहा-बदबू में सांस लेना हो रहा है मुश्किल !छत पर कपड़े भी सुखाने को नही डाल सकते ।


पूर्व डिप्टी के खिलाफ एफआइआर दर्ज

 


पूर्व डिप्टी एसपी पर दर्ज हुई एफआआर ,


गौतम बुध नगर ! आय से अधिक संपत्ति मामले में FIR,एंटी करप्शन ने दर्ज कराई एफआईआर,पूर्व डिप्टी एसपी हैं हर्ष वर्धन भदौरिया!नोएडा प्राधिकरण में रहते की करोड़ों की कमाई!स्टोर,अतिक्रमण के चीफ थे हर्ष वर्धन,सेक्टर 49 थाने में दर्ज करवाई एफआईआर ।


पैन-डायरी ले जा सकते हैं मतगणना केंद्र

1 लाख 85 हजार से कम मिले मत तो प्रत्याशी की जमानत होगी जब्त
*सतना, ओपी तीसरे।सतना संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे वे सभी उम्मीदवार अपनी निक्षेप राशि या सुरक्षा निधि गंवा बैठेंगे, जिन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुल डाले गये वैध मतों के छठवें हिस्से से कम या बराबर मत प्राप्त होंगे। चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक कुल वैध मतों के 16.66 प्रतिशत अथवा छठवें हिस्से से कम या बराबर मत मिलने पर उम्मीदवार द्वारा नाम निर्देशन पत्र के साथ जमा की गई निक्षेप राशि जब् कर ली जायेगी। सतना लोकसभा के लिये 6 मई को कुल 11 लाख 10 हजार 896 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है, जिसका छठवां हिस्सा 1 लाख 85 हजार 149 मत होता है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 25 हजार रूपए और अनुसूचित वर्ग के प्रत्याशियों को 12 हजार 500 रूपए की सुरक्षा निधि नामजदगी का पर्चा दाखिल करते वक्त जमा कराई गई थी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आयोग के नियम हैं कि उम्मीदवार यदि अपने निर्वाचन क्षेत्र में पड़े कुल वैध मतों का 16.66 प्रतिशत हिस्सा (छठवां हिस्सा) भी हासिल न कर सके तो फिर उसके लिए अपनी यह जमानत राशि बचाना मुमकिन नहीं रह जाता। ऐसे में सतना लोकसभा सीट के लिये डाले गए कुल वैध मत जिसकी संख्या 11 लाख 10 हजार 896 है का छठवा हिस्सा 1 लाख 85 हजार 149 मत प्राप्त करना जमानत बचाने के लिये जरूरी है। जिस उम्मीदवार को इससे कम मत मिलते हैं उसकी निक्षेप राशि जब्त कर ली जाएगी। मतगणना केन्द्र में मोबाइल प्रतिबंधित 23 मई को होने वाली मतगणना के लिये मतगणना केन्द्र व्यंकट क्रमांक-1 में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मतगणना केन्द्र में बिना पासधारी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेंगे। साथ ही उन्हें अपने साथ पेन, डायरी के अतिरिक्त अन्य कोई भी वस्तु मोबाइल, कैमरा व पानी की बॉटल आदि ले जाना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी है कि मतगणना केन्द्र में प्रवेश के लिये बनाये गए मुख्य द्वारों से प्रेक्षक, मीडिया प्रतिनिधियों, अभ्यर्थियों व उनके गणना एजेंट, विशिष्ट अधिकारी तथा मतगणना कार्य में संलग्न अधिकारी एवं कर्मचारी ही प्रवेश कर सकेंगे।


अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति की बैठक

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति द्वारा एक बैठक महाराजपुर कार्यालय में सम्पन्न हुई।


कानपुर ! रविवार को अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति युवा विंग द्वारा एक बैठक महाराजपुर कार्यालय में जिलाध्यक्ष मोहम्मद इकराम युवा विंग के जिला संयोजक ( मो.उमर )द्वारा कराई गई संगठन को मजबूत बनाने के लिए पदाधिकारियों ने एकजुट होकर संगठन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक अहम बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष मोहम्मद इकराम यह बात कही है कि पत्रकार कानून सुरक्षा लागू करना यह हमारे संगठन का लक्ष्य है इसके लिए हम एकजुट होकर अपने पत्रकार साथियों के साथ अपने तन मन धन से तैयार हैं मोहम्मद उमर खान ने महाराजपुर के पत्रकारों को संगठन से जोड़कर अपना करतब निभाते हुए उन्होंने यह बता दिया है कि अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के सच्चे सिपाही हैं इसके लिए कानपुर जिला टीम उनको बधाई का पात्र मानती है और अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने बैठक में यह शपथ ली है कि कानपुर में पत्रकारों पर हो रहे हमले को रोका जा सके इसके लिए हम पूरी तरीके से तैयार हैं और अब हमारे पत्रकार साथियों पर अगर हमला होता है उसके लिए हम चुप नहीं रहेंगे अपनी कलम की ताकत को दिखाते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून लाना है और अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति कई वर्षों से पत्रकारों पर हो रहे हमलो को रोकने के लिए पूरा प्रयास करती आई है कानपुर टीम का एक ही नारा अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति का परचम लहराना है। मीटिंग के दौरान चमन राजेन्द्र ,संजय, शानू कुमार, जय सिंह, रमेश सायगेल, पवन, मोहित गुप्ता अमन, इमरान संजीव कुमार, विजय गुप्ता, आरिफ खान, उमर खान,मो इकराम, बबलू पत्रकार।आदि लोग उपस्थित रहे।



मो.इकराम


मो उमर


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...