सोमवार, 20 मई 2019

प्रशासन की शह पर हो रहा अवैध खनन

अवैध बजरी खनन का खेल....


कहीं भी कोई भी अतिक्रमण अपने बलबूते पर नहीं करता, राजस्थान में अवैध खनन का खेल भी इसी तर्ज पर चलता है। "प्रशासन की शह पर यह सब होता है।" नीचे से ऊपर तक हिस्सेदारी का खेल विचित्र है!


जयपुर पीपलू थाने के थाना प्रभारी विजेन्द्र सिंह गिल अाैर कांस्टेबल कैलाश चाैधरी द्वारा बजरी से भरे ट्रकाें से तीन तीन हजार रुपए की वसूली का खेल दाे माह से कर रहे थे। वसूली के खेल का मामला चार दिन पहले ही एसीबी के पास पहुंचा। तीन दिन मेें ही पूरा ताना बाना बुनकर एसीबी ने वसूली के खेल काे उजागर किया। मगर एसीबी तक मामला पहुंचने का किस्सा भी बड़ा राेचक है। शिकायतकर्ता वसूली की शिकायत हर बार पुलिस अधीक्षक काे फाेन पर करता था। एसपी तत्काल ही थाने में फाेन कर कारवाई के निर्देश देते थे और थाने की पुलिस औपचारिक कारवाई कर लाैट आते थे। चार दिन पहले बजरी से भरे ट्रक ने शिकायतकर्ता काे टक्कर मार दी। मामला खोलने के लिए 18 हजार खर्च किए पीड़ित ने !


शिकायतकर्ता ने तत्काल ही पीपलू थाना प्रभारी काे फाेन कर ट्रक के बारे में बताया अाैर कहा कि ट्रक में बजरी भरी है और ट्रक चालक उसकी बाइक के टक्कर मारकर गाड़ी काे भगा ले गया है। शिकायत सुनकर उल्टे थाना प्रभारी विजेन्द्र सिंह ने शिकायतकर्ता काे ही डांटा और कहा कि सड़क तेरे बाप की है क्या, ट्रक ताे चलेंंगे, तू बाइक सही चला। थाना प्रभारी की इसी डांट के बाद शिकायकर्ता ने ठान लिया कि वसूली की इस गैंग का खुलासा करना है।  इसके लिए शिकायकर्ता ने करीब 18 हजार रुपए भी खर्च कर दिए। आखिर में एसीबी की कारवाई के बाद थाना प्रभारी फरार हाे गया।


6000 घूस देकर सिपाही को पकड़वाया शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अपने स्तर पर जांच की ताे पता चला कि कांस्टेबल कैलाश चाैधरी ट्रक चालकाें से वसूली करता है। उसकी पूरी रैकी करने के बाद टाेंक एसीबी अाफिस में गया। जहां पूरी बात बताई। इसके बाद वसूली के खेल काे खाेलने का ताना बाना बुना गया। अफसराें ने कहा कि पहले कांस्टेबल काे गाड़ियां पास करवाने की एवज में रुपए दाे। तब वह कांस्टेबल के पास गया अाैर बताया कि उसकी दाे गाड़ियां चलती है। अब रूट बदल गया है। पीपलू सर्किल के कितने पैसे देने हाेंगे। कांस्टेबल ने तीन तीन हजार रुपए के हिसाब से छह हजार मांगे। कई बार कहने पर भी एक रुपए भी कम नहीं किया। कांस्टेबल ने छह हजार रुपए ले लिए। ये सारी बातें एसीबी की ओर से दिए गए टेपरिकार्डर में टेप हाे गई। टेप हुुई पूरी बात सुनने के बाद एसीबी की टीम तैयार हुई और अगली रात काे जाल बिछाया गया। एसएचओ ने कहा-आपके पास 71 ट्रकाें के रुपये हैंकारवाई के बाद कांस्टेबल ने रुपए थाना प्रभारी के लिए लेने की बात कही। एसीबी ने थाना प्रभारी से बात करने के लिए कहा। कांस्टेबल ने वाट्स एप काॅलिग की तो एसएचओ ने कहा-आपके पास तो 71 ट्रकों के रुपये हैं। 


पश्चिम बंगाल की हिंसक घटनाएं खतरे की घंटी


देश के लिए खतरे की घंटी है पश्चिम बंगाल की हिंसक घटनाएं। सेंट्रल फोर्स की मौजूदगी और चुनाव आयोग की सख्ती के बाद भी मतदान के दौरान बमबारी।
19 मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल की नौ सीटों पर भी मतदान हुआ। डायमंड हार्बर संसदीय क्षेत्र से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले अभिषेक बनर्जी टीएमएसी के उम्मीदवार है। भतीजे को हर हाल में चुनाव जितवाने के लिए ममता सरकार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह की सभा पर रोक लगा दी थी। 19 मई को इस्लामपुर, मथुरापुर आदि में खुलेआम बमबारी हुई। यहां तक की मीडिया कर्मियों को भी पीटा गया, ताकि हिंसक घटनाएं कैमरे में कैद नहीं हो। टीएमसी के विरोधी मतदाताओं को तो मतदान केन्द्र तक पहुंचने ही नहीं दिया गया।
लोगों को पकड़ कर मारपीट की घटनाएं तो सामान्य मानी गई। यह तब हुआ जब चुनाव आयोग ने इन नौ सीटों पर बीस घंटे पहले प्रचार पर रोक लगा दी थी। प्रदेश के गृह सचिव तक को बदल दिया गया। इतना ही नहीं मतदान केन्द्र पर बंगाल पुलिस के बजाए सेंट्रल फोर्स के जवानों की तैनाती की गई। यदि इतनी सख्ती के बाद भी बमबारी की वारदातें हों तो बंगाल के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सवाल ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री होने या न होने का नहीं है, अहम सवाल बंगाल के उन आपराधिक तत्वों का है जो सेंट्रल फोर्स के सशस्त्र जवानों से भी नहीं डर रहे हैं। यदि ऐसे तत्व टीएमसी के राजनीतिक कार्यकर्ता होते तो कभी ऐसी बमबारी नहीं करते। ऐसे तत्व देश को नुकसान पहुंचाने वाले हैं, जिनका मकसद भारत की एकता और अखंडता को क्षति पहुंचाना है। ऐसे तत्वों के लिए ममता बनर्जी तो सिर्फ एक मुखौटा है। ममता फिलहाल इस बात से खुश हो सकती हैं कि आपराधिक तत्व उनकी टीएमसी को जितवाने का कार्य कर रहे हैं। जब हालात नियंत्रण से बाहर जाएंगे तो ममता को भी पछताना पड़ेेगा। पश्चिम बंगाल में किन परिस्थितियों में चुनाव हुए हैं, यह बात ममता भी जानती हैं। ममता ने पूरे प्रशासनिक ढांचे का उपयोग अपनी पार्टी के लिए किया। यही वजह है कि आपराधिक तत्वों को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। ममता खुले आम कह रही है कि वे नरेन्द्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री नहीं बल्कि गुंडा मानती है। ममता के इस बयान से बंगाल के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। ममता ने प्रधानमंत्री के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, उससे सबसे ज्यादा खुशी बंगाल के आपराधिक तत्वों को हो रही है।
एस.पी.मित्तल


लोनी का प्रदूषण आज भी अनियंत्रित

प्रदूषण  नियंत्रण  के  नाकाम प्रयास


गाजियाबाद ! लोनी के रूपनगर एवं आर्य नगर में जींस रंगाई एवं डाई आदि की कई सो इकाइयां धड़ल्ले से चल रही है! इन फैक्ट्रियों से काफी मात्रा में जल प्रदूषण होता है !जिसके कारण क्षेत्र का भूजल जहरीला हो चुका है !तथा अनेको लोग जल प्रदूषण के कारण गंभीर संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं !क्षेत्रवासी समय-समय पर एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन कर रही इकाइयों को काफी समय से बंद करने की मांग करते चले आ रहे हैं! समय-समय पर प्रशासन द्वारा सीलिंग की कार्रवाई भी होती है! लेकिन कुछ दिनों के बाद दोबारा शुरू हो जाती है यह कार्यक्रम चलता रहता है!


प्रमोद गर्ग


प्रेमी-प्रेमिका की ग्रामीणों ने की पिटाई

 प्रेमी-प्रेमिका की ग्रामीणों ने की पिटाई


प्रतापगढ़ ! प्रेमी और प्रेमिका की लाठी डंडे और लात-घूसे से पिटाई। शादीशुदा प्रेमिका के पति और ग्रामीणों ने गांव में लाठी -डंडे से दौड़ाकर पीटा। दो दिन बाद लाइव पिटाई का वीडियो आया सामने। कोहड़ौर थाना इलाके के मकूनपुर गांव का रहने वाला है पीटा गया युवक शनि। प्रेमिका के घर पहुचा था युवक। पिटाई के बाद शादीशुदा प्रेमिका अपने प्रेमी के साथ फरार । अंतू थाना इलाके के रामगढ़ी गांव का मामला।


शिव मोहन


लोकसभा चुनाव 2019 का कुल मतदान

लोकसभा चुनाव-2019 का मतदान


राज्य परिणाम
आंध्र प्रदेश: +19143208863


छत्तीसगढ़: +14704434098


गोवा: +15626078297


हरियाणा: +917338948466


हिमाचल प्रदेश: +917338948290


जम्मू-कश्मीर: +917338959054


कर्नाटक: +16026873859


अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह: +15624743315


बिहार: +13169281161


चंडीगढ़: +917448828617


दादरा और नगर हवेली: +16692909819


दमन और दीव: +916385082225


गुजरात: +917338951296


झारखंड: +14704473266


केरल: +919962550604


अरुणाचल प्रदेश: +919360907658


असम: +919360907694


लक्षद्वीप: +61458636098


मध्य प्रदेश: +16157075906


महाराष्ट्र: +917338945275


दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र: +919840625423


ओडिशा: +916385135507


पुडुचेरी: +918680098262


पंजाब: +61497586748


राजस्थान: +919384019241


तमिलनाडु: +12085765038


तेलंगाना: +19143208863


उत्तर प्रदेश: +918754478927


पश्चिम बंगाल: +917825862539


उत्तराखंड: +917338955238


नगालैंड: +18312583492


त्रिपुरा: +919360907660


सिक्किम: +919360907757


मणिपुर: +919360907902


मेघालय: +919360907791


मिजोरम: +916385195424


इंसानियत को शर्मसार करने वाली दो तस्वीरें

इंसानियत को शर्मसार करती रायबरेली जिला अस्पताल की दो तश्वीरें


सन्दीप मिश्र


रायबरेली ! जिला अस्पताल में बीती रात को इंसानियत को शर्मसार करने वाली दो तस्वीरें देखने को मिली। एक तस्वीर में एक बीमार व्यक्ति जिला अस्पताल परिसर में पैरों में पट्टी बांधे हुए पड़ा है। वहीं पर जिला अस्पताल के विद्युत संयंत्र भी लगे हैं ।लेकिन इस मरीज को पूछने वाला कोई नहीं है ना ही अस्पताल के कर्मचारी दिखाई दिए ना ही समाज सेवा के नाम पर अपना झंडा बुलंद करने वाले लंबरदार ही दिखाई दिए । अचेतन अवस्था में मरीज ने अपना नाम बबलू पुत्र रामकुमार निवासी कानपुर का बताया। मरीज जिला अस्पताल का नहीं है। इसका केवल एक कारण समझ में आता है कि उसने जो कपड़े पहन रखे हैं । वह मरीजों के लिए तो हैं लेकिन किसी निजी चिकित्सालय के दिखाई पड़ते हैं। परंतु सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि मानव के भीतर की इंसानियत कहां खत्म हो गई क्या कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं था जो इस मरीज का इलाज करवाने के लिए अपना एक कदम आगे बढ़ा सके । अब आपको ले चलते हैं दूसरी तस्वीर की तरफ जहां एक वृद्ध महिला अस्पताल कर्मचारियों से हाथ पर जोड़ रही है कि उसका इलाज कर दिया जाए। जितना भी पैसा लगेगा वह देने को तैयार है । वृद्ध महिला आंखों से आंसू बहा रही है तो अस्पताल कर्मी उसे अस्पताल के कायदे कानून बताते हुए दिखाई दिए । इन दो तस्वीरों को देख कर ऐसा लगता है कि बाहर से चाक चौबंद जिला अस्पताल के भीतर मरीजों की चीखें दबकर रह जा रही हैं। मरीज अस्पताल में इलाज के लिए तड़प रहे हैं और स्वास्थ्य कर्मी अपने आप को पाक साफ बताने में जुटे हैं । वृद्ध महिला हड्डी वार्ड के स्टाफ नर्स के पास जाकर फरियाद कर रही थी तो वहीं पर अस्पताल कर्मी उसे अपने बेड पर जाने की नसीहत दे रहे थे । जबकि महिला चलने फिरने से लाचार बोल पाने से असमर्थ होने के बावजूद कह रही है उसका इलाज हो जाए वह एक-एक पैसा दे देगी। अस्पताल कर्मियों ने जब क्राइम मुखबिर टीम को देखा तब जाकर उन्होंने पैसे ना लगने की बात कहकर महिला को समझाने का प्रयास करने लगे। लेकिन अपने शब्दों से महिला ने अस्पताल के भीतर चल है गोरखधंधे का खुलासा कर ही दिया कि बिना पैसे के अस्पताल में इलाज नहीं होता है । तो दोनों ही तस्वीरें देखने पर ऊपर वाले भगवान और नीचे के भगवान कहलाने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की हकीकत सामने आ गई कि एक जान की कीमत जमीन के भगवानों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्हें मनुष्य की जान से ज्यादा रुपयों से प्यार है । नहीं तो क्या कारण है कि इन बेसहारा मरीजों को अस्पताल के कोने कोने पर तड़पने के लिए छोड़ दिया गया ।सबसे ज्यादा शर्म इनके परिजनों पर आती है जिन्होंने अपने घर के सदस्य का हाल भी नहीं जानने का प्रयास किया।अस्पताल में उनके ऊपर क्या बीत रही है ।कहने को तो जिला अस्पताल में तमाम जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जिनकी मॉनिटरिंग खुद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एन0के0 श्रीवास्तव के द्वारा होती है परंतु क्या ये तस्वीरे अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है और यदि कैद हुई है तो क्या अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल कर्मियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई होगी। जो कि संभव नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि अभी तक का रिकॉर्ड रहा है कि जिला अस्पताल प्रशासन ने अपने किसी भी कर्मी पर कोई भी कार्यवाही नहीं की है इसके लिए उसने चाहे जितनी भी बड़ी अनुशासनहीनता का परिचय दिया हो । अधिकारी कहते हैं कि शिकायत मिलेगी तब कार्रवाई होगी लेकिन तमाम शिकायतें कूड़े के डिब्बे में डाल दी जाती हैं । जिन्हें कभी नहीं बाहर आने दिया जाता है। इन्हीं तमाम शिकायतों से आजिज आकर खुद जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने एक मुस्त कार्रवाई करके पूरे अस्पताल के कर्मचारियों का वेतन 1 माह के लिए रोका भी था। परंतु उस वेतन से कहीं ज्यादा दलाली की कमाई से अपनी बैंकों को मजबूत करने वाले कर्मचारियों को इस कार्यवाही से भी कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा । क्योंकि तमाम ऐसे चिकित्सक हैं जो कि खुद चाहते हैं कि अस्पताल प्रशासन किसी भी तरह अपने आप ही उन्हें निलंबित कर के घर भेज दें। जिससे कि वह अपना निजी चिकित्सालय सुचारू रूप से चला सके और कानूनी कार्यवाही के चलते अस्पताल पर भी अपना अधिकार बना ले । यही कारण है कि अस्पताल में मरीजों की दुर्दशा की जा रही है!


मेधावी छात्रों को किया गया सम्मानित

मेधावी छात्रों को किया गया सम्मानित


संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा) - प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्रामपंचायत-बलियारी में स्थित किशन राज पब्लिक हाई स्कूल के प्रांगण में मेघा सम्मान सह आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री-चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे थे।शिक्षकगण के द्वारा पुष्प-माला पहनाकर कर उनका जोरदार स्वागत किया गया।विद्यालय निदेशक सह सचिव-उदय दुबे को भी शिक्षकों ने माला पहनाकर स्वागत किया।छात्राओं के द्वारा स्वागत गान भी गाया गया।वहीं पूर्व मंत्री-ददई दुबे के द्वारा जिला टॉपर-रिया कुमारी के साथ ही टॉप 10- श्वेता कुमारी, स्मृति सिंह ,हिमांशु कुमार दुबे ,पवन कुमार मेहता, रूपेश कुमार दुबे,निखिल कुमार दुबे, अभिषेक कुमार मेहता, नीतीश कुमार ,पीयूष दुबे को मेडल व कप देकर सम्मानित किया गया।
ददई दुबे ने संबोधित करते हुए अभिभावकों को कहा कि टॉप 10 के छात्र-छात्रा जिस विद्यालय में नामांकन कराना चाहते हैं,उनके अभिभावक मुझसे मिलकर इच्छानुसार नामांकन कराएं।मैं पूर्ण रूप से सहयोग प्रदान करूँगा।उन्होंने टॉप 10 के अलावे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण अन्य छात्र-छात्राओं को भी आशीर्वाद दिया।साथ ही सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं को भी वस्त्र देकर सम्मानित किया।
मौके पर-पंचायत मुखिया संध्या देवी, पति सत्येन्द्र शाह, प्रधानाध्यापक नवनीत दुबे ,और शिक्षक महेंद्र मिश्रा ,उमेश मिश्रा, नागेंद्र प्रसाद ,सिद्धेश्वर दुबे ,सुनील दुबे, अभिषेक दुबे एवं शिक्षिका रुकसालिया, नगमा ,लवली तिवारी और भी कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।


शनिवार, 18 मई 2019

दीदी के भतीजे ने मोदी को भेजा नोटिस

ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भेजा मानहानि नोटिस


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने वकील की मदद से मानहानि का नोटिस भेजा है। अभिषेक बनर्जी ने पीएम मोदी पर 15 मई को डायमंड हार्बर में जनसभा के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने की बात कही है। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच तल्खी की दिशा में यह नई खबर सामने आई है।


कोलकाता में अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने दखल देते हुए पश्चिम बंगाल में अंतिम दौर के मतदान के लिए चुनाव प्रचार को छोटा कर दिया था। टीएमसी में नंबर दो माने जाने वाले सांसद अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के नीलांजन रॉय के खिलाफ है। अभिषेक बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि वह इस बार चुनाव हार जाएंगे और चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, उनके कार्यालय पर ताला लग जाएगा।


डायमंड हार्बर में मोदी ने कहा था, 'पश्चिम बंगाल में बुआ-भतीजा की सरकार चल रही है।' लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में 19 मई को पश्चिम बंगाल की 9 सीटों - दम दम, बरसात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता पर मतदान होने हैं। 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।


 


माया के खिलाफ आयोग पहुंची भाजपा

मायावती के ट्वीट के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची बीजेपी


भारतीय जनता पार्टी ने बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में सीईओ लखनऊ को पत्र लिखा है। भाजपा का आरोप है कि मायावती ने लोकसभा चुनाव के 7वें चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ट्वीट पोस्ट किए। मायावती ने अपने ट्वीट्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?


मायावती ने ट्वीट किया, 'पीएम श्री मोदी का गुजरात मॉडल यूपी के पूर्वांचल की भी अति-गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति व सांप्रदायिक उन्माद, घृणा व हिंसा ही देश को दिया है, जो अति-दुःखद।


एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, 'पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी व विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम व यूपी के सीएम इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में पीएम श्री मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी? क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?'


 


मतगणना केंद्र पर गुटका-मोबाइल प्रतिबंध

मतगणना कार्मिकों का दो दिवसीय प्रथम प्रशिक्षण हुआ समाप्त।


मतगणना केन्द्र के भीतर पान, गुटखा, मोबाइल आदि रहेगा पूर्ण प्रतिबन्धित-डीएम।


सुलतानपुर ! सुलतानपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत पॉचों विधान सभा की मतगणना 23 मई को पूर्वान्ह 08 बजे से शुरू किये जाने हेतु मतगणना कार्मिकों के दो दिवसीय प्रथम प्रशिक्षण विकास भवन सभागार में आज समाप्त हो गया। जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम दिव्य प्रकाश गिरि ने मतगणना कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मतगणना में निष्पक्षता एवं पूरी पारदर्शिता होनी चाहिये। इसलिये सभी मतगणना कार्मिक पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हो लें, यदि कहीं संशय हो तो पुनः मास्टर ट्रेनर से पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना कार्य शुरू किये जाने पर सबसे पहले कन्ट्रोल यूनिट(सी0यू0) का नम्बर एवं सील को उपस्थित अभिकर्ताओं को अवश्य दिखाकर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सी0यू0 में रिकार्ड मत ही मान्य होगा। यह कार्य बहुत ही आसान है, परेशान होने की कोई जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं कठिनाई आती है, तो मौके पर उपस्थित माइक्रो आब्जर्वर अथवा एआरओ को अवगत करायें उसका समाधान तत्काल होगा। उन्होंने कहा कि मतगणना केन्द्र के भीतर पान, गुटखा आदि सहित मोबाइल कोई भी मतगणना कार्मिक अपने साथ लेकर नहीं जा सकेगा।
मुख्य विकास अधिकारी/नोडल-प्रभारी अधिकारी(म0का0) मधुसूदन हुल्गी ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि कोई भी मतगणना कार्मिक किसी प्रकार का टेंशन न लें, जो-जो प्रारूप भरने के लिये दिये जायेंगे, उसका प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में जितना ही आप लोग ध्यान देंगे उतना ही मतगणना के समय आपको फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जहां उन्हें समझनें में दिक्कत आ रही वह अपने नोट बुक में नोट कर लें और मास्टर ट्रेनर से बार-बार प्रयास कर सीख लें।
अपर जिलाधिकारी(प्रशा0)/उप जिला निर्वाचन अधिकारी हर्ष देव पाण्डेय ने प्रशिक्षण के दौरान कन्ट्रोल यूनिट को प्रदर्शित करते हुए प्रत्याशियों को मिले मतों की गणना से सम्बन्धित प्रत्येक बिन्दुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्धारित अभिकर्ता अपने टेबुल के सामने ही निर्धारित स्थल पर रहेगा। यदि कोई अभिकर्ता किसी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न करता है, तो उसकी शिकायत एआरओ से तुरन्त करें। मतगणना स्थल पर अधिकृत अभिकर्ता ही रहेगा।
प्रशिक्षण में जिला विकास अधिकारी/स्टेट मास्टर ट्रेनर डॉ0 डी0आर0विश्वकर्मा ने बताया कि प्रत्येक विधान सभा में 14 टेबल पर मतगणना कार्य तथा एक टेबल पर एआरओ के लिये लगायी जायेगी। मतगणना टेबल पर एक माइक्रो आब्जर्वर, एक मतगणना प्रेक्षक, एक मतगणना सहायक, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी तैनात होंगे। उन्होंने सी0यू0 से मतगणना किये जाने सम्बन्धी प्रत्येक बिन्दुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा कार्य न करें, जिस पर संदेह की स्थिति बने। निष्पक्षता एवं समय का विशेष ध्यान रखा जाये।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर सत्यदेव पाण्डेय ने सी0यू0 (कन्ट्रोल यूनिट) के विषय में विभिन्न जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि मतगणना के उपरान्त प्रारूप 17 सी भाग दो प्रत्येक टेबल कार्मियों को भर कर अपने सहायक निर्वाचन अधिकारी के टेबल पर प्रस्तुत की जायेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना सुपरवाइजर की टेबल के सामने निर्धारित स्थल पर अधिकृत गणना एजेण्टों, जिनके पास पहचान पत्र हों, वही रहेंगे। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के अभिकर्ता, मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभिकर्ता, मान्यता प्राप्त अन्य राज्यीय दलों के अभिकर्ता, जिन्हें आयोग द्वारा प्रतीक चिन्ह आरक्षित किया है। प्रशिक्षण में बताया गया कि पंजीकृत अन्य दलों के अभिकर्ता, निर्दलीय उम्मीदवारों के अभिकर्ता रहेंगे।
मास्टर ट्रेनर श्री पाण्डेय ने बताया कि मतगणना सुपरवाइजर कन्ट्रोल यूनिट कैरिंग बाक्स की सील गणना एजेण्टों को दिखाने उपरान्त ही बाक्स खोलेंगे तथा कन्ट्रोल यूनिट के परिणाम खण्ड/रिजल्ट सेक्शन को खोलने से पूर्व उस पर लगी सील उम्मीदवारों/गणना एजेण्टों को दिखाने के उपरान्त परिणाम खण्ड खोलेंगे। मास्टर ट्रेनर सुनील सिंह ने बताया कि प्रत्येक विधान सभा में पॉच-पॉच वीवी पैट की पर्चियों का मिलान किये जाने सम्बन्धी विभिन्न जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर सर्वेश कुमार द्वारा पीपीटी का प्रजेंटेशन स्क्रीन पर करके प्रशिक्षणार्थियों को मतगणना सम्बन्धी विभिन्न बिन्दुओं की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी द्वारा उन्हें परिचय पत्र दिये गये।
इस मौके पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी ए0के0 दूबे, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पन्नालाल सहित अन्य अधिकारी, मास्टर ट्रेनर/शिक्षक, डॉ0 जनार्दन राय व द्वितीय दिवस के प्रशिक्षण में आये समस्त माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दोनों पालियों में उपस्थित रहे।


गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को चेताया

गृह मंत्रालय ने चेताया  विदेशियों के ना बनाएं कागज


नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार को आगाह किया है कि राजधानी में बांग्लादेशियों द्वारा आधार व पैन कार्ड जैसे कागजात बनाने के विषय में सतर्क रहें। बांग्लादेश सहित किसी भी देश के नागरिक ने यदि अवैध तरीके से आधार या पैन कार्ड दिल्ली में बनवा लिए हैं तो उन्हें रद करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
गृह मंत्रालय (फॉरेनर डिविजन) ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखा है, जिसमें जगन्नाथ महापात्र का जिक्र किया गया है। महापात्र ने गृह मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों ने आधार व पैन कार्ड बनवा लिए हैं। गृह मंत्रालय ने इस का संज्ञान लिया है। मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को आगाह किया है।
वर्तमान नियमों के अनुसार विदेशी नागरिकों को भारत में रहने की सीमा तय की जा सकती है। सीमा समाप्त होते ही उन्हें वापस भेजने का प्रावधान है। इस कार्य के लिए केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार व केंद्र शासित राज्यों के पास भी पर्याप्त अधिकार हैं। गृह मंत्रालय ने पत्र में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों पर नजर रखने के लिए राज्य सरकार को आगाह किया जा रहा है। पत्र में साफ किया गया है कि बांग्लादेशियों के साथ-साथ किसी अन्य देश के नागरिक के अवैध रूप से रहने या आधार कार्ड बनाने की स्थिति में उसे भी तुरंत रद कर दिया जाए।


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...