शुक्रवार, 4 सितंबर 2020

चोरियों की घटनाओं का खुलासा, 5 अरेस्ट

फिरोज अली सैफी 


गाज़ियाबाद। थाना मुरादनगर पुलिस ने मंगलवार रात्रि चेकिंग के दौरान ग्राम ढ़िधर के रजवाहा के पास से पांच शातिर थनों को गिरफ़्तार किया हैं, जोकि गैंग बनाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया हैं, वहीं इनका एक साथी मौके से फरार हो गए हैं। हालांकि, पुलिस को उनके कब्ज़े और इनकी निशानदेही पर इनसे एक देशी पिस्टल, दो देशी कट्टे, एक बंदूक और कई कारतूस और एक अवैध चाकू, एक पिकअप टेंपो, चोरी की एक मोटरसाइकिल (सिटी डीलक्स), एक ट्रक अजय इंजन, एक वाटर कूलर , तीन कंप्यूटर, दो पंखे, बारह पंखुड़ी, एक इनवर्टर, दो बैटरी और एक पीडीएफआर भी बरामद हुए हैं। पुलिस को पकड़े गए अभियुक्तों ने अपना नाम वसीम उर्फ ​​सोनू पुत्र स्वर्गीय उमर सोनी, दूसरे ने शोएब उर्फ ​​काला पुत्र इलियास, तीसरे ने राहुल पुत्र ओमवीर, चौथे ने फरमान उर्फ ​​बाबा पुत्र पिनस निवासी थाना मुरादनगर और पांच ने जीवन पुत्र प्रमोद निवासी थाना फतेहपुर सीतापुर को बताया। बताए गए हैं। 


पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि इस गिरोह का सरगना वसीम उर्फ ​​सोनू हैं और वह हेरिटेज मेकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते हैं। गौरतलब है कि अभियुक्त गण पहले तो सुनसान जगाओ पर स्थित स्थानों को चिन्हित किया करते हैं और फिर अगले दिन उसकी रैकी किया करते हैं और बाद में रात को चोरी की घटनाओं को अंजाम दें देते हैं। इतना ही नहीं, अभियुक्त गणों ने यह भी बताया कि वह मेरठ निवासी सनी नामक व्यक्ति से अवैध असलहा लेकर आते हैं और फिर उसे बेच भी देते हैं। बता दें कि वर्तमान में अभियुक्त सनी जेल में बंद हैं। हस्तक्षेप में अभियुक्त गणों ने यह भी बताया कि थाना मुरादनगर के रावली चौकी क्षेत्र के एवीएन स्कूल और आईपीएस चौकी क्षेत्र की दुकानों और शराब के ठेकों में भी हुई चोरियों की घटनाओं को कारित कर देना का भी इकबाल किया है।


थाना मुरादनगर के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी हैं, जिनके खिलाफ आधा दर्जन के करीब मुकदमें जनपद के थाना मुरादनगर, सिहानी गेट और थाना शिशुपाल गौतमबुद्धनगर में भी दर्ज हैं। इसके अलावा इसमें उन्होंने यह भी बताया कि बरामद किए गए सामान की कीमत लगभग तीन लाख रुपए के लगभग की हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि अभियुक्त गणों की गिरफ़्तारी के दौरान एक अभियुक्त प्रह्लाद घड़ी कौशांबी गाज़ियाबाद निवासी सोनू मौके से फरार हो गया था, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके इनको जेल भेज दिया है और उनके फरार साथी सोनू की तलाश शुरू कर दी हैं। बता दें कि अभियुक्त गणों को गिरफ्तारी करने वाली टीम में थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार, उपनिरीक्षक हरेंद्र सिंह राणा, सिपाही ललित कुमार, प्रवेश, अनुज और सिपाही नीरज मौजूद थे।


'आत्माओं' से बात करने के सरल तरीके


नई दिल्ली। हम आपको बता दें कि यह बातें स‌िर्फ मान्यताओं पर आधार‌ित है ज‌िन पर लोग परंपरागत तौर पर यकीन करते आए हैं। इनका कोई वैज्ञान‌िक आधार नहीं है। यह अंधविश्वास भी हो सकता है। आत्माओं के होने या नहीं होने के बारे में सदियों से विवाद जारी है। अधिकतर उनका अस्तित्व मानते हैं और कुछ नहीं मानते। इसी तरह प्राचीन सभ्यताओं के काल से ही आत्माओं को बुला कर उनके माध्यम से अपने जीवन की समस्याओं के हल का प्रचलन रहा है।



कहते हैं कि अच्छी और बुरी दोनों तरह की आत्माएं होती हैं। अच्छी आत्मा अच्छा करती है तो बुरी आत्माओं से व्यक्ति छुटकारा पाना चाहता है। सुनते आए हैं कि कुछ लोग भूत-प्रेत से ग्रस्त रहते हैं तो किसी के घर में भूत है जो परिवार के सभी सदस्यों को परेशान करता रहता है। जिन लोगों के पास आध्यात्मिक शक्ति होती है उनके पास भूत-प्रेत फटकते तक नहीं है। 



इस विश्वास या अंधविश्वास के चलते बहुत से लोग भूत भगाने का दावा करते हैं तो कुछ लोग भूत ‍बुलाने का। इस प्रचलन के बीच पिछले कुछ वर्षों से आत्मा बुलाने के नए-नए तरीके इजाद हो गए हैं। उन तरीकों का इस्तेमाल करके कुछ लोगों ने तो मुसिबत मोल ले ली है और कुछ के दावे अनुसार उन्होंने अपनी समस्याओं का हल कर लिया है। आओ जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रचलित तरीके के बारे में। हालांकि यहां यह दावा नहीं किया जाता है कि यह तरीके यह सही हैं।



आत्म को बुलाने की विद्या को आजकल प्लेनचिट कहा जाता है। यह आत्माओं को बुलाने का विज्ञान है। प्राचीन काल से ही यह कार्य किया जाता रहा है। कुछ आत्माएं जिन्हें शांति प्राप्त नहीं हुई है, वे प्लेनचिट के माध्यम से आपको भूत, भविष्य एवं वर्तमान तीनों कालों की जानकारी दे सकती हैं। आप उनसे अपनी परेशानी का हल प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इसमें खतरे बहुत है।             


किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहींः खालसा

राजेंद्र कुमार
सिरसा। गुरुद्वारा श्री दसवीं पातशाही के प्रधान प्रकाश सिंह की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने कुलवंत सिंह, जसवंत सिंंह व जसवीर पुत्रान हरदीप सिंह और सिमरजीत कौर पत्नी जसवंत सिंह के खिलाफ विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और पुलिस इस मामले में सख्त से सख्त सजा आरोपियों को दिलाए। इस मांग को लेकर श्री गुरुग्रंथ साहिब सत्कार सभा के प्रधान सुखविंद्र सिंह खालसा व शिरोमणी अकाली दल के जिलाध्यक्ष लखविंद्र सिंह गुरुवार सुबह दसवीं पातशाही गुरुद्वारा में पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब सिख समाज का सम्मान है। इसकी बेअदबी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उक्त आरोपियों ने अपनी रंजिश के चलते श्री गुरु ग्रंंथ साहिब के पेज के पन्न फाड़े, जिससे सिख समाज की भावनाओं की हत्या हुई। इस मामले से अभी सिख माज उभरा नहीं था लेकिन एक बार पुन: ऐसे कुप्रयासों की चेतावनी देना गलत है। बीते दिवस प्रकाश सिंह लखविंद्र सिंह, शेर सिंह, राजेंद्र सिंह, कुलविंद्र सिंह, रणवीर सिंह के साथ सरदूलगढ़ की तरफ जा रहे थे कि जेसीडी के नजदीक लखविंद्र सिंह की गाड़ी खराब हो गई। इतने में कुलवंत सिंह, जसवंत व जसवीर मौके पर पहुंचे और कहने लगे कि हमने श्री गुरुग्रंथ साहिब के पेज फाड़े, क्या कार्रवाई कर ली। आगे फिर ऐसा करेंगे। इसी के साथ वे गाली गलौच पर उतारु हो गए और जान से मारने की धमकी देने लगे। इस पर उक्त सभी लोगों को पकड़ कर लखविंद्र सिंह ने सिविल लाइन थाना पुलिस व रणबीर सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर पूरे मामले से अवगत करवाया। कुछ समय बाद सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को पकड़कर थाना ले गई, जहां कुलवंत सिंह, जसवंत सिंंह व जसवीर और सिमरजीत कौर के खिलाफ भादंसं की धारा 120बी, 153, 153ए, 295ए व 506 के तहत अभियोग दर्ज कर लिया। सुखविंद्र सिंह खालसा ने जिला पुलिस प्रशासन की पीठ थपथपाते हुए कहा कि पुलिस ने तुरंत इस मामले से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हम उनके आभार है लेकिन हमारी जिला पुलिस प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को किसी भी सूरत में छोड़ा न जाए। आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाई जाए न तो कम से कम उम्र की सजा मुकर्रर अवश्य हो। तभी सिख समाज की भावनाएं शांत होगी अन्यथा सिख समाज आंदोलन करने पर मजबूर होगा। इस मौके पर दसवीं पातशाही गुरुद्वारा के प्रधान प्रकाश सिंह साहुवाला, सुरेंद्र सिंह विर्क रानियां, शेर सिंह प्रबंधक, गुरसेवक सिंह मौजूखेड़ा, सुरजीत सिंह भी मौजूद थे।             


3 साल पुराने वाहनों पर फास्टैग जरूरी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शिकंजा कसते हुए पुराने निजी व व्यावसायिक चार पहिया वाहनों के लिए जनवरी 2021 से फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया है। नए साल में पुराने वाहनों का फास्टैग के बगैर फिटनेस प्रणाम पत्र जारी नहीं किया जाएगा। इसके अलावा थर्ड पार्टी बीमा कराने के लिए भी फास्टैग अनिवार्य किया जा रहा है। इसके बगैर कार-ट्रक, बस का बीमा नहीं हो सकेगा।


सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने तीन सिंतबर को हितधारकों के सुझाव-आपत्ति ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें उल्लेख है कि टोल प्लाजा पर नगद के बजाए फास्टैग की मदद से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत पुराने वाहनों यानी दिसंबर 2017 से पहले खरीदे गए निजी-व्यावसायिक चार पहिया वाहनों की विंडस्क्रीन पर आगामी एक जनवरी 2021 के फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा।


मालूम हो कि मंत्रालय ने एक दिसंबर 2017 से फास्टैग युक्त नए वाहनों का बिक्री संबंधी अधिसूचना जारी की थी। इसमें वाहन के विंडस्क्रीन पर निर्माता कंपनी अथवा डीलर को फास्टैग लगाना है। इसके अलावा मंत्रालय पुराने वाहनों की थर्ड पार्टी बीमा कराने के नियम भी बदलने जा रहा है। थर्ड पार्टी बीमा तभी होगा जब वैध फास्टैग आईडी सिस्टम में होगा। यह नियम आगामी पहली अप्रैल 2021 से लागू कर दिया जाएगा। वर्तमान में देश में ट्रक, बस, कारों की संख्या 7 करोड़ है, लेकिन फास्टैग दो करोड़ से कम बिके हैं।           


मांझी ने खुल्लमखुल्ला ऐलान कर दिया

मनोज सिंह ठाकुर


पटना। बिहार के पूर्व सीएम और हम के चीफ जीतन राम मांझी ने अब खुल्लमखुला ऐलान कर दिया है कि लोजपा अगर सीएम नीतीश की तरफ आंख उठाकर देखेगी तो उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
अब लोजपा से टकराएंगे मांझी
मांझी ने कहा है  लोजपा चीफ जदयू पर निशाने साधने से बाज आ जाए वरना उसे मुझसे टकराना होगा। इतना ही मांझी ने यह भी कहा है कि चिराग पासवान जरा यह भी बताएं कि दलितों के नाम पर वोट की राजनीति करने वाले रामविलास पासवान ने आज तक दलितों के लिए क्या किया है। मतलब साफ है कि नीतीश का मांझी कार्ड सफल होता दिख रहा है। गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों से लोजपा चीफ चिराग पासवान लगातार अपने ही गठबंधन के मुखिया सीएम नीतीश कुमार के काम को लेकर मोर्चा खोले बैठे हैं. यहां तक कई दफा लोजपा चीफ चिराग ने बिहार के सीएम बनने की भी इच्छा जाहिर की है. चिराग पासवान हमेशा यह कहते रहे हैं कि हमारा गठबंधन बीजेपी के साथ है ना की जदूय के साथ। 








हालांकि रिश्ते की तल्खी उस वक्त ज्यादा ही बढ़ गई जब जदयू के सबसे वरिष्ठ और कद्दवार नेता ललन सिंह ने चिराग को कालिदास बताते हुए कहा कि ये एक ऐसा नेता हैं कि जिस डाली पर बैठे हैं उसे ही काटने पर आमदा हैं। हालांकि बीच में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दोनों दलों को सलाह देते हुए कहा था कि गठबंधन में सारे दल अहम हैं और सबको एक दूसरे का ख्याल रखना चाहिए लेकिन लोजपा की तरफ से जदयू पर तंज कसने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा।













नीतीश ने खेला मांझी कार्ड







अब एनडीए में मांझी की एंट्री ने नीतीश की मंशा पर मुहर लगा दी है। हम के चीफ जीतन राम मांझी ने जदयू के फिलहाल दुश्मन नंबर 1 को निशाने पर लेने शुरू कर दिया है। मांझी ने साफ कर दिया है कि सीएम नीतीश और जदयू पर बोलने से पहले अब लोजपा को हमसे टकराना होगा। इसी के तहत उन्होंने रामविलास पासवान पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो बता दें कि उन्होंने दलितों के लिए किया क्या है? इससे भी आगे बढ़ते हुए मांझी ने कहा है कि जदयू पर बोलोगे तो जवाब हमसे जरूर सुनना होगा। अब इस राजनीतिक खेल को थोड़ा गहराई से समझिए। बिहार की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नीतीश लोजपा से टकराने के लिए ऐसा चेहरा सामने लाना चाहते थे जो उसी वर्ग से आता हूं और कद और पद में भी बराबरी करता हो। कभी महागठबंधन के करीबी जीतन राम मांझी को लगातार मीटिंग कर नीतीश कुमार ने एनडीए में शिफ्ट करवा दिया ताकि लोजपा को उन्हें नहीं बल्कि उसी स्टाइल पर उसी वर्ग के लोगों से काउंटर करवाया जा सके। अब वो खेल शुरू हो चुका है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 5, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-22 (साल-02)
2. शनिवार, अगस्त 5, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:28, सूर्यास्त 07:10


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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गुरुवार, 3 सितंबर 2020

10 साल में सभी को इंटरनेट से जोड़ेंगे

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में दुनिया के प्रमुख नीतिकारों ने 2030 तक हर स्कूल और समुदाय को इंटरनेट से जोड़ने का संकल्प व्यक्त किया है। इन नीतिकारों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को हुई एक बैठक में दुनिया के साढ़े तीन अरब बच्चों और युवाओं को विश्व स्तर के डिजिटल समाधानों, दूरस्थ शिक्षा और प्रासंगिक कौशल के जरिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने का संकल्प लिया।


बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस, रवांडा गणराज्य के राष्ट्रपति पॉल कागमे, केन्या गणराज्य के राष्ट्रपति एवं यूएन ग्लोबल चैंपियन फॉर द यंग पीपुल्स एजेंडा उहुरू केन्याटा, त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति पाउला मे-वी, यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक, हेनरीटा फोर, वैश्विक शिक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गॉर्डन ब्राउन, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास, यूनीलीवर के सीईओ एलन जोप, आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष, ब्रैड स्मिथ और युवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के दूत जयथमा विक्रमनायके ने भाग लिया।

उन्होंने युवाओं के लिए सीखने और रोजगार की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई, समाधान और निवेश का आह्वान किया। गुटेरस ने प्रतिभागियों से कहा कि युवाओं के लिए डिजिटल लर्निंग एवं प्रशिक्षण में संसाधनों का निवेश सामाजिक सामंजस्य बनाने तथा मानव विकास एवं आर्थिक विकास को अवरुद्ध करने वाली असमानताओं को कम करने के लिए एक आवश्यक निवेश है लेकिन ये निवेश ऊपर-से-नीचे नहीं हो सकते। निर्णय लेने की शक्ति के साथ युवाओं को खुद सबसे आगे होना चाहिए। उनकी रचनात्मकता, ऊर्जा और समस्या को सुलझाने के कौशल को दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों के साथ जोड़ना चाहिए। यूनेस्को के नवीनतम उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के प्रकोप के कारण लगभग एक अरब छात्र और युवा स्कूल और विश्वविद्यालय के बंद होने से प्रभावित हैं।


हाल ही में यूनिसेफ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व स्तर पर तीन में से कम से कम एक स्कूली बच्चा दूरस्थ शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ था जब उनके स्कूल बंद हो गए थे, जो डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच की कमी को उजागर करता है। यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने कहा कि महामारी से पहले भी, लाखों बच्चे और युवा श्रेष्ठ शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसरों की कमी महसूस कर रहे थे, क्योंकि उनके पास इंटरनेट की पहुंच नहीं थी। अब कोविड-19 ने स्थिति को बहुत बदतर बना दिया है।                


'वीएसएचओआरएडीएस' हथियार विकसित किया

'वीएसएचओआरएडीएस' हथियार विकसित किया  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। भारत अपनी ताकत का पूरी दुनिया में लोहा मनवा रहा हैं। कई रिपोर्ट ये बतल...