सोमवार, 2 मार्च 2020

सड़क दुर्घटना में 7 की मौत 20 घायल

तापी। गुजरात में तापी जिले के सोनगढ़ थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर पोखरन गांव के निकट आज एक सरकारी बस, टैंकर और जीपनुमा वाहन के बीच टक्कर में कम से कम सात लोगों की मौत हो गयी तथा 20 से अधिक घायल हो गये। पुलिस इंस्पेक्टर सी के चौधरी ने बताया कि गुजरात राज्य पथ परिवहन निगम की बस सूरत की तरफ से तापी जिले के उकाई आ रही थी और इसी दौरान इसकी टैंकर तथा जीप से टक्कर हो गयी। सात लोगों के शव बरामद किये गये हैं जबकि 20 से अधिक घायलों को अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका से इंकार नहीं किया।


अफवाह फैलाने वाले 40 किए गिरफ्तार

नई दिल्ली। राजधानी में रविवार को दंगे को लेकर अफवाह इतनी जबरदस्त फैली कि दिल्ली पुलिस के पास 1880 फोन कॉल आये और अफवाह फैलाने वाले 40 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार सर्वाधिक 1013 फोन कॉल पश्चिम दिल्ली पुलिस क्षेत्र से प्राप्त हुए और दक्षिणी क्षेत्र से 538 कॉलें प्राप्त हुईं। उत्तरी पुलिस क्षेत्र से 244 काले आयीं जबकि मध्य दिल्ली से 41, पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से 12 और नयी दिल्ली से 30 कॉलें आयीं।


सूत्रों के अनुसार पश्चिमी पुलिस क्षेत्र में 481 कॉलें केवल पश्चिम दिल्ली से जबकि बाहरी दिल्ली से 222 और द्वारका से 310 कॉलें आयीं। दक्षिणी पुलिस क्षेत्र से दक्षिण पूर्व दिल्ली से 413 और दक्षिण दिल्ली से 127 कॉलें आयीं। उत्तरी पुलिस क्षेत्र से रोहिणी से 168 और उत्तर पश्चिम दिल्ली से 54 कॉलें आयीं जबकि नयी दिल्ली से एक भी कॉल नहीं आयी। उत्तर पश्चिमी दिल्ली में अफवाह फैलाने के आरोप में 21 लोग गिरफ्तार किये गये हैं जबकि दक्षिणी दिल्ली में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है वहीं रोहिणी में एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा है। अफवाह के कारण दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हड़कंप मच गया और लोग सड़कों पर निकल पड़े तथा अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। इस अफवाह के कारण लोगों ने न केवल पुलिस को फोन किया बल्कि अपने पड़ोसी व रिश्तेदारों को फोन कर वास्तविकता जानना चाहा। जब दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर इन अफवाहों का खंडन किया और टेलीविजन चैनलों पर इस खंडन की खबरे आयीं तब लोगों ने राहत की सांस ली और इस तरह राजधानी में एक बड़ा हादसा होने से बच गया।


आर्मी व सुभासपा मिलकर लड़ेगी चुनाव

लखनऊ। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को भले ही लखनऊ के घंटाघर में चल रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोक दिया गया हो, मगर इसके बावजूद वह अपनी इस यात्रा का अच्छे से इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं।


चंद्रशेखर ने सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से उनके गेस्ट हाउस में मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने 2022 का विधानसभा चुनाव भागीदारी संकल्प मोर्चा नामक एक बड़े गठबंधन के हिस्से के रूप में लड़ने का फैसला किया। राजभर ने संवाददाताओं से कहा, “सभी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक इस मोर्चे में एक साथ आएंगे और हम भाजपा को हराने की दिशा में काम करेंगे।” राजभर ने लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार से बर्खास्त होने पर भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ लिया था। इस बीच चंद्रशेखर ने लखनऊ के रविदास मंदिर का दौरा किया। उन्होंने परिसर के एक जीर्ण-शीर्ण छात्रावास में रहने वाले दलित छात्रों से मुलाकात भी की। चंद्रशेखर को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर ले जाया गया। भीम आर्मी के एक स्वयंसेवक ने कहा कि पुलिस केवल यह सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ थी कि वह किसी भी सीएए विरोधी प्रदर्शन में भाग न लें।


भाजपा ने दिया 35 करोड़ का ऑफर

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोमवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के विधायकों को 25 से 35 करोड़ रुपये ऑफर दे रहे हैं। राज्यसभा सांसद ने कहा कि भगवा पार्टी पांच करोड़ रुपये एडवांस जबकि शेष राशि कुछ हिस्सों में दे रही है।


भाजपा पर 15 साल तक अपने शासनकाल के दौरान मध्य प्रदेश को लूटने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि पार्टी विपक्ष में बैठने के लिए तैयार नहीं है और इसीलिए वह इस तरह के तरीके अपना रही है।  और उनके नेता राज्य सरकार को अस्थिर करने का लालच दे रहे हैं।


सिंह ने संसद परिसर के अंदर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैं भाजपा को चेतावनी देना चाहता हूं कि वह कर्नाटक नहीं है। मध्य प्रदेश का एक भी कांग्रेस विधायक बिकने के लिए नहीं है।”


उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहता हूं कि एक तरफ भाजपा सरकार कांग्रेस सरकारों के खिलाफ छापेमारी करने के लिए आयकर, ईडी और सीबीआई को खुली छूट दे रही है और दूसरी तरफ कांग्रेस के विधायकों को खरीदने के लिए पैसे बांट रही है।”


सिंह ने कहा कि वह खुलकर तथ्यों के साथ यह कह रहे हैं। सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, “मैंने कभी कोई आरोप नहीं लगाया। शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा दोनों में इस बात पर विवाद था कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। लेकिन अब यह तय हो गया है कि एक मुख्यमंत्री होगा और दूसरा उप मुख्यमंत्री।


अपने सपनों को पूरा करने के लिए दोनों ने मिलकर विधायकों से संपर्क किया। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” कांग्रेस नेता ने कहा कि यह सब बातें जनता के सामने रखी जाएगी। सिंह ने कहा कि कांग्रेस के 10 विधायकों को इस तरह के प्रस्ताव दिए गए हैं।


नागरिकता संशोधन अधिनियम पर बोलते हुए, सिंह ने कहा कि निश्चित रूप से संशोधन की आवश्यकता नहीं थी। इसके अलावा दिल्ली हिंसा के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, चाहे वह किसी भी धर्म का हो।


उन्होंने हिंसा पर अंकुश लगाने में विफलता को लेकर दिल्ली पुलिस पर भी निशाना साधा। पिछले हफ्ते हुई दिल्ली हिंसा में 45 लोग अपनी जान गंवा दी है, जबकि 200 से ज्यादा घायल हुए हैं।


जुलूस ए गरीब में हिंदुस्तान जिंदाबाद

कानपुर । मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे कयादत मे खानकाहे हुसैनी से कानपुर शहर मे सद्भाव एकता शांति व भाईचारा का पैगाम पूरे सूबे में आम करने वाले परम्परागत मरकज़ी जुलूस ए गरीब मे हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, नफरत हटाओं, मोहब्बत बढ़ाओं के नारों के साथ निकाला गया।
काज़ी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी ने सफेद कपूत उड़ाकर अमन भाईचारा को मज़बूत करने का पैगाम देते हुए जुलूस ए गरीब नवाज़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड व उपाध्यक्ष मुरसलीन खाँ भोलू ने जुलूस का नेतृत्व किया जुलूस मे सबसे आगे परचमे गरीब नवाज़ व राष्ट्रीय ध्वज ख्वाजा के दीवाने लहराते हुए व ख्वाजा का हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे भाई-भाई नफरत छोड़ो भारत जोड़ो, नफरत हटाओं मोहब्बत बढ़ाओं, इस्लाम ज़िंदाबाद, अमन भाईचारा ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, दहशतगर्द मुर्दाबाद के नारों की गूँज के साथ जुलूस खानकाहे हुसैनी से कर्नलगंज लकड़मण्डी, यतीमखाना, दादामियाँ चौराहा, दलेल पुरवा, इफ्तिखाराबाद, बाँसमंडी चौराहा, तिकुनियां पुरवा चौराहा, हलीम कालेज चौराहा, मोहम्मदी अली पार्क, गुलाब घोसी मस्जिद, रुपम चौराहा, रहमानी मार्केट, मोहम्मदी मस्जिद, तिकुनियां पार्क, नीली पोश रोड, बजरिया मैदान, चूड़ी मोहाल, कारी साहब का पार्क होते हुए लालइमली चौराहा जीआईसी मैदान पहुंचा जुलूस के रास्तों मे तंज़ीमों ने कैम्प लगाकर जुलूस का फूल की पंखुड़ियों, फूल मालाओं से इस्तकबाल किया कैम्पों मे व जुलूस मे सभी मज़हबों के लोग शामिल हुये व जुलूस के रास्तों पर शर्बत पानी व लंगर वितरण किया जा रहा था। जुलूस मे इस्लामिक परचमों के साथ नात-मनकबत पढ़ते लोग चल रहे था। जुलूस मे विधायक हाजी इरफान सोलंकी, विधायक अमिताभ बाजपेयी विधायक सोहिल अख्तर अंसारी व शहर के सम्मानित नागरिक गण जुलूस मे साथ साथ चल रहे थे।जुलूस आपने परम्परागत मार्गों से होता हुआ जीजीआईसी मैदान मे पहुंचा नमाज़ अदा करने के बाद दुआ हुई जिसमें अल्लाह से पैगंबर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स0अ0व0), मौला अली, गरीब नवाज़ के सदके व ख्वाजा के सालाना उर्स की बरकत से मुल्क सूबे व शहर मे अमनों अमान, खुशहाली देने, कोरोना वायरस से पूरी दुनियां की हिफाज़त करने की दुआ की गयी जिसमें हज़ारों हाथ उठे सभी ने आमीन आमीन आमीन कहा।जुलूस गरीब नवाज़ मे इखलाक अहमद डेविड, सैय्यद मोहम्मद अमीन मियाँ, काज़मी, मुरसलीन खाँ भोलू, अबुल हाशिम कशफी, हरप्रकाश अग्निहोत्री, अब्दुल मोईन खान, हाजी ज़िया, हाफिज़ नय्यर साबरी, सैय्यद फज़ल महमूद, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, हाजी निज़ामुद्दीन, मोहम्मद फाज़िल चिश्ती, इस्लाम खान चिश्ती, नूर आलम, इरफान अशरफी, बब्लू खान, मोहम्मद शादाब, अयाज़ चिश्ती, हयात ज़फर हाशमी, इत्यादि लोग मौजूद रहे।


एक-दो तीन नहीं ,6 बच्चों का जन्म

श्योपुर। प्रदेश के जनपद श्योपुर के एक अस्पताल में महिला ने दो या चार नहीं बल्कि छह बच्चों को जन्म दिया, जिन्हें बचाया नहीं जा सका और सभी बच्चों ने एक एक कर दम तोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पांच बच्चों ने जन्म के 10 मिनट के अंदर ही दम तोड़ दिया था।


जिला अस्पताल के प्रशासन के अनुसार शनिवार दोपहर श्योपुर जिले के बड़ौदा कस्बे में रहने वाली 23 वर्षीय मूर्तिबाई माली के छह बच्च 2 लड़की और 4 लड़के हुए थे, जिनकी छह माह पूरे होने पर प्री मेच्योर डिलीवरी कराई गई थी। पैदा होने वाले छह बच्चों का जन्म के वक्त वजन 380 ग्राम से लेकर 780 ग्राम के बीच था जो बेहद कम था, जिसमें अंग पूरी तरह नही बन पाते हैं।


सभी बच्चों को डॉक्टरों की देखरेख में आईसीयू में रखा गया था, लेकिन एक-एककर सभी ने दमतोड दिया। रविवार रात आखिरी बच्चे की भी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, बच्चों को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई


डॉक्टरों का कहना है कि तीन से चार बच्चों के केस आमतौर पर देखने को मिलते हैं और छह बच्चों वाला केस लाखों में एक होता है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चेदानी में इतने बच्चे नहीं आ पाते हैं इसलिए ऐसे केस में प्री मेच्योर डिलीवरी करानी पड़ी है। इस मामले में बच्चों का वजह काफी कम था इसलिए उनके बचने की संभावना काफी कम थी। अगर उनका वजन थोड़ा ज्यादा होता तो बचने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।


अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजन


अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। महिला प्रशिक्षण संस्थान द्वारा शुभ समारोह बैंकेट, गोविंदपुरम, गाजियाबाद में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्येक्रम का आयोजन किया गया । महिला प्रशिक्षण संस्थान की शैली सेठी ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभ कामनाये देते हुए बताया की आज हमे यह कायेक्रम आयोजित करते हुए बहुत हर्ष हो रहा हैं ।शैली सेठी ने बताया की इस कार्येक्रम में नेशनल समिट ऑन वूमेन एम्पावरमेंट तथा ऍमपीएस ग्लोरी अवार्ड का आयोजन किया गया । शैली सेठी ने बताया की इस कार्येक्रम में अनेक राज्यों के अनेक प्रतिभागी उपस्थित रहे,जिन्होंने महिला सशक्तिकरण मुद्दों पर अपनी बात रखी । कार्येक्रम में अनेक नृत्य ,गान ,काव्य , सेल्फ डिफेन्स , आदि अनेक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई । 
कार्येक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में असम से डा निरपानका दास , कैंसर फाइटर काजल प्रसाद ,लाइव 24 मीडिया ग्रुप के चेयरमैन प्रमोद ठाकुर ,जम्मू से अनुराधा वर्मा ,उत्तराखंड से स्वास्थ्य विभाग से दीपा जोशी ,एसिड फाइटर शाइना ,गाजियाबद महिला थाने से इंस्पेक्टर प्रतिभा सिंह ,पैनल एवं वक्ता के रूप में मिसिज इंडिया यूनिवर्स ग्लोबल कंचन सोलंकी ,मिसिज इंडिया यूनिवर्स पूजा शर्मा ,रीचा भसीन ,डा शेशाद्री,रूपा सोमसुंदरन रहे ।
कार्येक्रम में दीप प्रज्वलित पश्चिम क्षेत्रीय मंत्री उ. प्र. पूनम कौशिक जी द्वारा किया गया । सभी ने नारी शक्ति का मनोबल बड़ा सबको आगे बढ़ने को प्रेरित किया । कार्येक्रम में मुख्य रूप से आकाश अग्रवाल, प्रवीन बत्रा ,निशा तोमर ,रूचि चौधरी ,ज्योति शर्मा ,काजल अत्रीश,पूनम नागर , हेमलता शिशोदिया आदि मौजूद रहे ।
सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।


40 हजार को महीनों से दूध नही मिला

कवर्धा। जिले के 40 हजार बच्चों को सप्ताह में एक दिन पोषण आहार के रूप में दूध दिया जाता था, लेकिन पिछले 4 माह से दूध नही मिल रहा। जिले के 16 सौ से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष के बच्चों को पूरक पोषण आहार मिल सके और कुपोषण दूर करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार बच्चों को दूध दे रही थी। हर सप्ताह बच्चों को दूध दिया जाता था। आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई करने वाले बच्चों को समय पर पोषण आहार मिल रहा था। जिले के करीब 40 हजार से अधिक बच्चे इस दूध को माह में 4 बार पीते थे। लेकिन पिछले 4 माह से बच्चों को दूध नही दिया जा रहा है। हालांकि बच्चों को गर्म भोजन व रेडी टू इट दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार की यह योजना अब बन्द जैसी पड़ी हुई है। इस मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी कबीरधाम आनंद कि पूरे प्रदेश में पिछले 4 माह से बच्चों के लिए दूध नही आ रहा है। जिले के 3 से 6 वर्ष के करीब 40 हजार बच्चों को हर सप्ताह दूध पिलाया जाता था।


सुनियोजित था दिल्ली नरसंहारः ममता

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में हुआ दंगा पूरी तरह सुनियोत नरसंहार था। टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने गृहमंत्री के कोलकाता रैली में कथित तौर पर लगे 'गोली मारो...' के नारे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों की निंदा करती हूं जिन्होंने कोलकाता की सड़कों पर नारे लगाए। इस मामले में कानून अपना काम करेगा। ममता ने गृहमंत्री अमित शाह की रैली पर कहा कि यह दिल्ली नहीं है, कोलकाता में ऐसे नारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि कोलकाता पुलिस ने इस मामले में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। ममता बनर्जी ने दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि हम दुखी और उदास हैं। हम दिल्ली में हुई घटना की निंदा करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक पूर्व नियोजित नरसंहार था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में दंगों का गुजरात मॉडल लागू करने की कोशिश कर रही है।


संसद में हंगामा, गृहमंत्री से इस्तीफा मांगा

नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा को लेकर संसद में विपक्षी दलों ने विरोध-प्रदर्शन किया। बता दें कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत सोमवार से हुई। दिल्ली हिंसा को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा और गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफा की मांगा की। संसद में कांग्रेस की ओर से लगातार मांग की गई कि अमित शाह इस्तीफा दें। कांग्रेस की ओर से संसद में इस कदर हंगामा किया गया कि आखिरकार लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कार्यवाही को मंगलवार तक स्थगित कर दिया। दिल्ली हिंसा पर नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार तीन दिनों तक सोई रही। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद सहित अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर इसका विरोध करते हुए तत्काल चर्चा कराने की मांग की।


राष्ट्रपति ने दया याचिका की खारिज

नई दिल्ली। निर्भया मामले में राष्ट्रपति ने पवन की दया याचिका खारिज कर दी है। बता दें कि निर्भया के दोषियों ने सोमवार को फांसी के लिए मुकर्रर तारीख से कुछ घंटे पहले सुप्रीम कोर्ट, पटियाला हाउस कोर्ट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक हर कोशिश की। सोमवार को पहले सुप्रीम कोर्ट ने पवन की क्यूरेटिव याचिका खारिज की। साथ ही पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट पर रोक लगाने की अक्षय और पवन की याचिका खारिज कर दी। राष्ट्रपति ने पवन की दया याचिका खारिज कर दी है। निर्भया के माता-पिता ने दोषियों के वकील एपी सिंह के वकालतनामे पर सवाल उठाए हैं। निर्भया की मां कहती हैं,'पिछली बार डेथ वॉरंट जारी हुआ था तो कहा था मैं पवन का वकील नहीं हूं। अगली सुनवाई में उनके पिता को भगा दिया गया,आज वकालतनामा पेश किया है कोर्ट में। इस खारिज किया जाना चाहिए।'


557431 लोगों की एयरपोर्ट पर जांच

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने देशवासियों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस को लेकर बिल्कुल भी ना घबराएं। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में हर्षवर्धन ने कहा कि सोमवार को दो नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिसमें से एक दिल्ली और एक केस तेलंगाना में सामने आया है। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री है। एक इटली और एक दुबई से आए हैं। अब तक भारत में कुल पॉजिटिव मामले पांच हो गई हैं। हर्षवर्धन ने बताया कि 21 बड़े एयरपोर्ट्स पर जांच की जा रही है। इसके अलावा 12 बड़े और 65 छोटे सी पोर्ट्स पर जांच जारी है। एयरपोर्ट्स पर जांच में पांच लाख 57 हजार 431 की जांच बड़े एयरपोर्ट पर हुई है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि चीन के बाहर कोरोना से सबसे प्रभावित साउथ कोरिया, इटली, ईरान और जापान हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में कुछ देशों की स्क्रीनिंग हो रही है। अब 12 देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसमें चीन, हॉन्गकॉन्ग,सिंगापुर,थाइलैंड,जापान और साउथ कोरिया से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग हो रही थी। अब वियतनाम,इंडोनेशिया,मलयेशिया,नेपाल,ईरान और इटली से आने वाले देशों से आने वाले यात्रियों की भी जांच की जा रही है।


सड़क हादसे में 3 की मौत 25 घायल

आशुतोष तिवारी


जगदलपुर। बस्तर संभाग के जगदलपुर से इस वक्त एक बड़ी और दुखद खबर सामने आई है। तेज रफ्तार पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई है। हादसे में 3 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा घायलों का निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना कोड़ेंनार थाना क्षेत्र के रायकोट के पास का है।


जानकारी के मुताबिक सोमवार दोपहर ग्रामीणों से भरी एक पिकअप क्र. सीजी 17 डी 4111 मांडवा ग्राम के तोकापाल साप्ताहिक बाजार जाने के लिए निकली थी। उसी दौरान रायकोट में स्थित ढाबा के नजदीक अनियंत्रित होकर पलट गई। वाहन के पलटते ही कई लोग उसके नीचे दब गए और अफरा-तफरी का माहौल हो गया। चीख-पुकार मच गई. दर्द से लोग कराहने लगे।


घटना की सूचना एम्बुलेंस को दी गई। जब तक एम्बुलेंस मौके पर पहुंची 3 ग्रामीणों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि 25 से अधिक ग्रामीण घायल है। सभी घायलों को डिमरापाल अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि वाहन चालक पिकअप में ढूंस-ढूंस कर यात्रियों को भर रखा था। यही वजह है कि घटना के बाद सबके सब दब गए और बचने का मौका ही नहीं मिल सका। फिलहाल पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है।


70 देशों में फैला वायरस, 3000 की मौत

नई दिल्ली। चीन में कोरोना वायरस का कहर जारी है। विश्व के 50 से अधिक देशों में फैल चुके खतरनाक कोरोना वायरस प्रकोप से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। दुनिया के कई देशों में कोरोना पीड़ितों की मौत होने लगी है। इस महामारी से दुनिया भर में 3,000 लोगों की जान चली गई है। करोना से चीन में अब तक 2800 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 79 हजार से ज्यादा लोग अब भी कोरोना से संक्रमित हैं। इस घातक वायरस का असर अबतक 70 देशों में फैल चुका है। दुनिया भर में अब तक 88 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि दुनिया में 3000 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। बता दें कि ईरान कोरोना वायरस का नया गढ़ बन गया है, जहां तेजी से लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। इटली में कोरोना से अबतक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और वहां 1576 लोग कोरोना से संक्रमित हैं।


बिहार में शिक्षा व्यवस्था की कमर टूटी

पटना। बिहार में इन दिनों शिक्षा व्यवस्था की कमर टूट गई है। बच्चों के भविष्य को लेकर गार्जियन चिंता जता रहे हैं। दो हफ्ते से नियोजित शिक्षक और एक हफ्ते से नियामत टीचर हड़ताल पर बैठे हैं। सूबे के 7 हजार से ज्यादा स्कूलों में ताले लटके हैं। पेंडुलम की तरह लटके तालों को बच्चे निहार रहे हैं कि कब स्कूल खुलेगा और दरवाजे के खुलते ही उनके जीवन पर शिक्षा की रोशनी पड़ेगी। लेकिन सरकार और शिक्षकों के बीच ठनी इस लड़ाई में बच्चों के सपने महज कल्पना सी है।



कॉल रिकार्डिंग में बड़ा खुलासा
बिहार के औरंगाबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसने शिक्षा विभाग के अंदर रिश्वतखोरी और दलाली के चिकने कलई की परतों को खोल दिया है। औरंगाबाद के डीईओ ऑफिस में पोस्टेड एक सरकारी अफसर राजेश मोहन और मास्टर जी की कॉल रिकार्डिंग सामने आई है। जिसमें सिर्फ और सिर्फ सरकारी तंत्र को निर्वस्त्र करने जैसी बातें ही की गई हैं। क्योंकि APO राजेश मोहन साहब ने टीचर के सामने सांसद से लेकर विधायक तक का खेल सामने ला दिया। ट्रांसफर और पोस्टिंग से लेकर प्रमोशन तक, सब का सच सामने लेकर पटक दिया। 


निगरानी विभाग का भी कोई असर नहीं
फर्स्ट बिहार झारखंड इस बात की पुष्टि नहीं करता कि यह वायरल कॉल रिकार्डिंग कब की है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि यह हाल ही में हुआ है। क्योंकि इसमें मिथलेश नाम के एक अफसर को जून में DEO बनने की बात की गई है। इस कॉल रिकार्डिंग में शिक्षकों और अधिकारियों की बैठक से लेकर सेटिंग तक की बात की जाती है। शिक्षक अधिकारी से लेनदेन की बात खुलकर पूछ रहे हैं। इसपर अधिकारी यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि कोई असर नहीं पड़ने वाला है। लेनदेन चालू है। निगरानी का भी कोई असर या डर नहीं है। प्रधान सचिव से लेकर प्रशासन सब अपने हैं। 


क्या है MLA और MP का सीन
शिक्षक और अधिकारी की कॉल रिकार्डिंग में विभाग की काली करतूत ही नहीं बल्कि सांसद और विधायक की भी चर्चा की गई है। बातों ही बातों में अधिकारी यह कहता है कि 'सुशील सिंह (सांसद) का 10 दिन पहले एक कॉल आया था. उनका भी काम हो गया। कोई मिथलेश सिंह नाम के किसी अफसर (जो डीईओ बनने वाला है) ने उस काम को किया। इतना ही नहीं रफीगंज MLA भी फोन किया था. उसका भी काम तुरंत हो गया। उसने कहा था कि BRP को हटा दीजिये और मेरा आदमी रखिये। तुरंत रफीगंज विधायक की बात को मानकर लेटर निकाल दिया गया। ई सुशील सिंह भी है डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन, बस पैसा फेंकिए और तमाशा देखिये।


कौन है रसूखदार अफसर मिथलेश सिंह
इस वायरल कॉल रिकार्डिंग में एक खास अफसर मिथलेश सिंह की चर्चा कई बार की गई है। उनकी रसूखदारी के कसीदे पढ़े गए हैं। अफसर यह कह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि 'मिथलेश सिंह बोल रहे थे कि औरंगाबाद छोड़कर जून में वो चले जायेंगे। कह रहे थे कि इसबार DEO बनने का मामला है। डीएम एतना बां किया कि मेडिकल लीव पर चले गए। अगला साल रिटायर भी करेंगे। (मिथलेश) अकेले चला लेगा। (शिक्षा विभाग को) दलाल से चलाना है।



क्या होगी कार्रवाई ?
फर्स्ट बिहार झारखंड इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं। इस ऑडियो क्लिप से औरंगाबाद जिला शिक्षा कार्यालय में घूसखोरी और भ्रष्टाचार की स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। क्या सच में ऐसा है। अगर ऐसा है तो क्या यह माना जाये कि जिले में शिक्षा व्यवस्था को दलाल हैंडल कर रहे हैं। मामला सामने आने के बाद इस बात की भी लोग चर्चा कर रहे हैं कि जिले के वरीय अधिकारियों को इस मामले पर संज्ञान लेकर दोषियों के ऊपर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। अजय


ईरान से लौटे 5 लोग वायरस संक्रमित

सिवान। चीन से फैलने वाले कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच सीवान में चीन और ईरान से लौटने वाले 5 लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने का मामला सामने आया है। 
बताया जाता है कि सीवान के अलग-अलग इलाके के रहने वाले पांच लोग रोजी रोटी की तलाश में चीन व ईरान गए थे। पांचों लोग चीन और ईरान से वापस अपने वतन लौटे तो स्वास्थ्य विभाग को कोरोना को लेकर संदेह हो गया। सिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच में जुट गई है। 
इस बारे में सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो लोग चीन-ईरान से आये है, उन पर यह संदेह है कि वो कोरोना वायरस के शिकार है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी हैै। जब तक इसकी जांच पूरी नही होगी तब तक यह सभी लोग घर मे ही रहेंगे। कोरोना के संदेह के बाद इलाके के लोगों में दहशत व्याप्त है।


अनामिका


लोनी नगर के भ्रष्टाचार का नया अध्याय

लोनी नगर के भ्रष्टाचार का नया अध्याय 
इकबाल अंसारी 
गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद लोनी में जितना भ्रष्टाचार निरंतर-निर्विरोध जारी है। उतना उत्तर-प्रदेश की किसी भी नगरपालिका में नहीं हो सकता है। यह भ्रष्टाचार किसी से रुकने वाला भी नहीं है। कम से कम भाजपा सरकार में तो इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है। क्योंकि सब कुछ खरीदा जाता है बस कीमत वाजिब होनी चाहिए। इसी सिद्धांत पर यह भ्रष्टाचार दिन प दिन अपनी निर्धारित गति से आगे बढ़ रहा है।
 इसके विपरीत मंचो पर चढ़कर फट्टे ढीले करने वाले भाजपा के कई नेता गला फाड़-फाड़ कर जीरो टोलरेंस, जीरो टोलरेंस, भ्रष्टाचार मुक्त शासन चिल्लाते रहते हैं। जबकि संसद की नाक के नीचे दिल्ली की सीमावर्ती नगर पालिका के भ्रष्टाचार का जितना प्रचार-प्रसार हो रहा है। उसके ठीक विपरीत भ्रष्टाचार का ग्राफ उतना ही बढ़ता जा रहा है। कई सामाजिक संगठन और संस्थाएं विभिन्न प्रकार के प्रयास करके थक हार कर इस भ्रष्टाचार के सामने नतमस्तक हो गए हैं। कुछ लोगों ने इसके विरुद्ध कार्रवाई की नीति और दिशा बदल ली है। लेकिन भ्रष्टाचार का घिनौना खेल खुलेआम चल रहा है। नगर पालिका की कार्यप्रणाली एक आदर्श कार्यप्रणाली बन गई है। नालों में कचरा सूख गया है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। गलती से कोई नाली साफ की जाती है तो कूड़ा कब उठेगा या नहीं उठेगा। इसका कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। यह किसी एक वार्ड की नहीं, बल्कि प्रत्येक वार्ड की कहानी है। ठेकेदारों से कमीशन समय पर मिल रहा है ठेकेदार पूरी तरह खुश। चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी की पांचों उंगली तर,सिर कढाई में है।जिला प्रशासन कुंभकरणी नींद मे सो रहा है। जागने का नाम ही नहीं लेता है। जनता को किस हद तक पीड़ा दी जा रही है। इसका आभास प्रत्येक नागरिक को है। लेकिन विवश इस पीड़ा के दंश को झेल ना उनका भाग्य बन गया है। सुविधा, विकास और निर्माण के नाम पर खुला भ्रष्टाचार जारी है। नगर-पालिका के द्वारा सार्वजनिक शौचालय के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प कर लिए गए हैं। स्वयं जिला अधिकारी को सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण करने की जरूरत है। जो भी समझ नहीं सकते हैं, उसे स्वयं देख तो सकते हैं।
 स्थानीय लोगों से जानकारी मिली है कि सार्वजनिक शौचालय की कोई सफाई नहीं होती है। ज्यादातर बनने के बाद से बंद पड़े हैं। कुछेक महीनों में एक-दो दिन खोले जाते हैं। उसके बाद बंद कर दिये जाते हैं। साफ-सफाई के नाम पर दुर्गंध के ढेर बना दिए गए हैं। भ्रष्टाचार की इंतहा हो गई है। सफाई कर्मियों, मशीनों, उपकरणों के साथ-साथ शौचालय से भी पेट नहीं भरा। कोई एक ऐसी सुविधा तो जनता को मिलनी चाहिए थी, जिससे जनता को संतोष मिलता।


टेस्ट सीरीज हारने के बाद बोले कोहली

नई दिल्ली। बल्लेबाजी क्रम के एक बार फिर विफल रहने के कारण सोमवार को यहां न्यूजीलैड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारत की 0-2 की हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि इस प्रदर्शन के लिए कोई बहाना नहीं है। कोहली ने स्वीकार किया कि दूसरे दिन गेंदबाजों ने टीम को वापसी दिलाई थी लेकिन बल्लेबाजों ने एक बार फिर निराश किया। 
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘हम इसे स्वीकार करते हैं और अगर हमें विदेशों में जीतना है तो ऐसा करना होगा। कोई बहाना नहीं, बस आगे बढ़ते हुए सीख रहे हैं। टेस्ट मैचों में हम वैसा क्रिकेट नहीं खेल पाए जैसा खेलना चाहते थे।’ करो या मरो के दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम पहली पारी में 242 रन ही बना सकी थी लेकिन टीम ने न्यूजीलैंड को 235 रन पर रोक दिया। दूसरी पारी में हालांकि भारतीय बल्लेबाजी क्रम सिर्फ 124 रन पर ढेर हो गया जिससे न्यूजीलैंड को 132 रन का लक्ष्य मिला जो उसने तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। कोहली ने कहा, ‘बल्लेबाजों ने इतने रन नहीं बनाए कि गेंदबाज प्रयास और आक्रमण करते। गेंदबाजी अच्छी थी, मुझे लगता है कि वेलिंगटन में भी हमने अच्छी गेंदबाजी की।’ पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कोहली ने कहा कि उनकी टीम को अपनी रणनीति पर विचार करना होगा। 
कोहली ने आगे कहा, ‘पहले मैच में हम पर्याप्त जज्बा नहीं दिखा पाए जबकि यहां हम मैच को खत्म नहीं कर पाए। हम लंबे समय तक सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी नहीं कर पाए। उन्होंने काफी दबाव बनाया। यह इस बात का संयोजन रहा कि हम अपनी योजना को अमलीजामा नहीं पहना पाए और उन्होंने अपनी योजना को लागू किया।’ उन्होंने कहा, ‘निराशाजनक, बैठकर विचार करना होगा और चीजों को सही करना होगा।’


चुनाव में प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत

कानपुर। बार एसोसिएशन के चुनाव में सभी प्रत्याशी बेतहाशा मेहनत कर रहे हैं,बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर रोज कोई ना कोई प्रत्याशी जनसभा को संबोधित कर रहा है, इसी कड़ी में आज बार के पूर्व महामंत्री नरेश चंद्र त्रिपाठी ने अपनी जनसभा कल्याणपुर  आवास विकास स्थित रवैल  पैलेस में रखी। इस सभा का संयोजन प्रिंस राज श्रीवास्तव ने किया। सभा में सैकड़ों अधिवक्ता भाई मौजूद रहे। सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष पद प्रत्याशी नरेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा की अगर इस बार मैं बार एसोसिएशन का अध्यक्ष का चुनाव जीता तो वकीलों के लिए हर वह संभव चीज करूंगा जो अभी तक कचहरी में नहीं की गई और साथ ही साथ वकीलों की सुरक्षा व्यवस्था का भी संपूर्ण रूप से ध्यान रखूंगा और आगे से आगे बढ़ चढ़कर सभी वकील भाइयों की कार्यक्षेत्र में आ रही अड़चनों का पूर्णता निवारण करने का प्रयत्न करता रहूंगा। 
 
बार एसोसिएशन के लिए जहां सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी तरह से वोटरों का मन लुभाने में लगे हैं वही कानपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी नरेश चंद्र त्रिपाठी का कहना है अगर इस बार उनको कानपुर बार एसोसिएशन का अध्यक्ष बनने का मौका मिलता है तो वह सभी अधिवक्ता भाइयों के लिए आगे से आगे आकर हर संभव मदद करने का प्रयत्न सदैव करते रहेंगे और सभी अधिवक्ताओं के हितों के लिए कई और बाते कही । सभी से वोट देने की अपील की जिसमें सभा में आए सभी अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष पद प्रत्याशी नरेश चंद्र त्रिपाठी का फूल मालाओं से स्वागत किया और उन्हें आश्वासन भी दिया कि आने वाले चुनाव के परिणाम में उन्हीं को सभी अधिवक्ता भाई अधिक से अधिक वोट देंगे और इस बार बार एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाएंगे ।
इस सभा में सौरभ ठाकुर एडवोकेट,सुमित गुप्ता एडवोकेट के साथ सैकड़ों अधिवक्ता भाई मौजूद रहे।


पवन जल्लाद पहुंचा तिहाड़, करेगा प्रैक्टिस

 मेरठ का पवन जल्लाद पंहुचा तिहाड़ जेल, आज करेगा प्रैक्टिस
 
कविता गर्ग


नई दिल्ली। पवन जल्लाद तिहाड़ जेल दिल्ली पहुंच गया। वह तिहाड़ के गेस्ट हाउस में ठहरा है। पवन सोमवार को मानवरूपी पुतलों को फांसी पर लटकाने का अभ्यास करेगा। तिहाड़ में अब फांसी देने की तैयारी लगभग पूरी है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे तिहाड़ जेल के सहायक अधीक्षक नवीन दहिया और अन्य दो जेलकर्मी मेरठ जेल पहुंचे। यहां उन्होंने मेरठ जेल के अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय से औपचारिक मुलाकात की। अपने आने के बारे में बताया। करीब 20 मिनट रुककर वह पवन जल्लाद को साथ ले गए।शाम करीब चार बजे पवन तिहाड़ जेल पहुंच गया। इससे पहले पवन जल्लाद को 20 जनवरी को तिहाड़ जेल में बुलाया गया था। उसने एक दिन तिहाड़ में रुककर मानवरूपी पुतलों को फांसी पर लटकाने का अभ्यास भी किया था। लेकिन ऐन वक्त पर फांसी टलने से पवन को मेरठ लौटना पड़ा। अब पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा जारी डेथ वारंट के अनुसार निर्भया के चारों दोषियों को तीन मार्च की अलसुबह फांसी दी जानी है।


आसपास नहीं हैं जल्लाद


दिल्ली सहित हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, राजस्थान आदि में कोई अधिकृत जल्लाद नहीं है। उत्तर प्रदेश की मेरठ जेल में पवन और लखनऊ जेल में इलियास जल्लाद हैं।


पूर्व-नियोजित दंगा 'विचार'

राष्ट्र-चिंतन
कत्लेआम से डरे हिन्दू संपत्ति बेच कर भागेंगे / संपत्ति कब्जाने और हिन्दुओं से भगाने के लिए पूर्व नियोजित था कत्लेआम


हिन्दुओं के कत्लेआम क्यों देखते रहे 'भाजपा-मोदी'
              दिल्ली देश की राजधानी है, जहां पर प्रधानमंत्री बैठते हैं, गृह मंत्री बैठते हैं, नरेन्द्र मोदी सरकार को हिन्दुओं की सरकार कही जाती है, कभी नरेन्द्र मोदी भी हिन्दुओ की अस्मिता के बल पर राजनीति के सिरमौर बने थे, प्रधानमंत्री भी नरेन्द्र मोदी हिन्दुओं की एकता के कारण बने थे। दिल्ली के हिन्दुओं ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी को समर्थन दिया था, इतना ही नहीं बल्कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें भाजपा की झोली में डाली थी। दिल्ली के हिन्दुओं को यह कभी आशंका नहीं थी कि उन्हें संकट के समय में नरेन्द्र मोदी,अमित शाह और भाजपा मदद के लिए आगे नहीं आयेंगे, जब उनका सुनियोजित कत्लेआम किया जायेंगा तब नरेन्द्र मोदी की सरकार तमाशबीन बनी रहेगी, कत्लेआम करने वाले दंगाइयों को पूरी छूट दे देगी, नरेन्द्र मोदी की सरकार की पुलिस तमाशबीन रहेगी, नरेन्द्र मोदी सरकार की गुप्तचर एजेंसियां नाकाम रहेगी, उन्हें सुनियोजित कत्लेआम की पूर्व सूचना ही नहीं होगी?
                                   अब दिल्ली के हिन्दू दो तरह की सोच का उत्तर खोजने की कोशिश करने में लगे हैं। पहली सोच उनकी यह है कि अगर उनका कत्लेआम पूर्व नियोजित था तो फिर दिल्ली पुलिस और अन्य गुप्तचर एजेसियों को पूर्व सूचना क्यों नहीं मिल पायी थी? दूसरी सोच यह है कि अगर दिल्ली पुलिस और अन्य गुप्तचर एजेसियों को उनके कत्लेआम की पूर्व सूचना थी तो फिर उनके कत्लेआम को रोकने की जिम्मेदारी नरेन्द्र मोदी सरकार क्यों नहीं उठायी? तटस्थ हिन्दू भी डरे हुए हैं, जो तटस्थ हिन्दू भाजपा के समर्थक नहीं थे और कांग्रेस, कम्युनिस्ट और अरविन्द केजरीवाल के समर्थक थे उनकी भाषा बदल गयी है, वे भी अब अपने आप को असुरक्षित समझ रहे हैं। उनकी भी सोच यही है कि तथाकथित धर्मनिरपेक्षता क्या हिन्दुत्व को समाप्त करने के लिए है, हिन्दुओं के कत्लेआम कराने के लिए है।
                        स्वतंत्र समीक्षा यही है कि यह दंगा नहीं था बल्कि हिन्दुओं का कत्लेआम था। बन्दूकें किन लोगों ने चलायी, छोटे हथियार कौन लोग चलाये, देशी राॅकेट लांचर किन लोगों ने चलाये, आईबी के नौजवान के शरीर को चाकुओं से गोद कर छलनी करने वाले कौन लोग थे , दिल्ली की पुलिस के हवलदार रतन लाल की मौत किन लोगों की गोली से हुई, आईपीएस अधिकारी किन लोगों की पत्करबाजी में घायल हुए हैं? अब यह तो लाइव भी देखा गया है। किनके घरों में और किनके छतों पर देशी राॅकेट लांचर पाये गये है, किनके घरों और छतों पर गुलेल मिली हैं, किनके घरों के छतों पर पत्थर मिले हैं, कितने घरों और छतों पर पेट्रोल बमें मिले हैं, किनके घरों और किनके छतों पर ऐसिड मिली है? टयूशन गयी पांच हिन्दू लड़कियों को किन लोगों ने अपहरण करने की कोशिश की थी, यह भी स्पष्ट हो गया है। दंगे वाले क्षेत्र में एक वर्ग के बच्चे दंगों के दिन स्कूल क्यों नहीं गये थे, यह सब भी स्पष्ट हो गया है। सड़को पर इतने पत्थर पडे हैं जिन्हें उठाने में दिल्ली नगर निगम को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है। दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी का कहना है कि सिर्फ कुछ ही सड़कों पर 50 टन से ज्यादा पत्थर और अन्य मलवा उठाया जा चुका है। कुछ ही सड़कों पर कोई एक नहीं बल्कि 50 टन पत्थर और अन्य मलवा मिलना क्या संकेत देता हैं? संकेत तो यही देता है कि यह दंगा, यह कत्लेआम कितना भयानक था, कितना पूर्व नियोजित था, ऐसे कत्लेआम करने वाले समूह के लोग क्या शांति के कभी पक्षधर हो सकते हैं?
                                              दंगे के दिन की परिस्थितियां सिर्फ कारण नहीं रही हैं? दंगे के दिन की परिस्थितियां को कारण मानने वाले लोगों को एक नहीं बल्कि कई परिस्थितियों और कई प्रश्नों का उत्तर देना होगा? सबसे बडी बात यह है कि कोई भी हथियार रातो-रात या फिर मिनटों-मिनटों में तैयार नहीं होते हैं, कई टन पत्थर कोई मिनटों-मिनट में जमा नहीं हो सकते हैं, गुलेंले कोई मिनटों-मिनट में तैयार नहीं होती हैं, देशी राॅकेट लाचरें कोई मिनटों में तैयार नहीं होते हैं, दीवारों में राॅकेट लांचरों को फिक्स करने का कार्य मिनटों में नहीं होते हैं, पेट्रोम बम मिनटों में तैयार नहीं होते हैं? सबसे बडी बात यह है कि कोई शांति प्रिय व्यक्ति इस तरह का खतरनाक विनाशक हथियार निर्माण नहीं कर सकता है और न ही इस तरह के विनाशक हथियारों का सग्रह कर सकता है। कोई आतंकवादी संगठन, कोई अपराधी समूह और कोई हिंसक समूह ही देशी राकेट लांचर, देशी गुलेंले, पेट्रोल बमें बना सकते हैं, ऐसे समूह ही ऐसिड जमा कर सकते हैं, ऐसे समूह ही ऐसिड अटैक कर सकते हैं। सबसे बडी बात यह है कि ये सभी खतरनाक और विनाशक हथियार जिससे हिन्दुओं का कत्लेआम हुआ है कोई सभी घरों में तो नहीं बनें होंगे, कहीं एक-दो जगहों पर ही बनें होंगे? फिर ऐसे खतरनाक और विनाशक हथियार कहां बनेंगे होगे, बनाने वाले कौन लोग होंगे और फिर ऐसे खतरनाक और विनाशक हथियार को घर-घर कैसे पहुंचाया गया होगा, घर-घर पहुंचाने वाले कौन लोग होंगे?
                                      अब जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके घरों में ये सभी हथियार मिले हैं और जिन पर हिन्दुओं के कत्लेआम के आरोप लगे हैं वे तर्क कैसे दे रहे हैं, यह भी देख लीजिये। उनका कहना है कि उनके घर में तबाही के जो खतरनाक और विनाशक हथियार मिले हैं वे कहां से आये , यह उन्हें नहीं मालूम है, उनके घरों के छतो से कौन लोग पत्थरबाजी कर रहे थे, कौन लोग राॅकेट लांचर फेक रहे थे, कौन लोग ऐसिड फेक रहे थे, यह भी नहीं मालूम है। ये कह रहे हैं कि बाहरी लोग थे, पर बाहरी लोग कैसे उनके घरों में जमा किये गये थे, ये यह बताने के लिए तैयार ही नहीं है। अब जो मीडिया में लाइव तस्वीरें आयी हैं और जो वीडीओ वायरल हुए हैं, उससे स्पष्ट है कि कोई एक दिन-दो दिन की यह कारस्तानी नहीं थी बल्कि यह महीनों से इसकी तैयारी थी। सिर्फ आम आदमी पार्टी का मुस्लिम नेता पार्षद ही नहीं बल्कि कांग्रेस के पूर्व पार्षद की दंगाई भूमिका के सारे प्रमाण हैं।


अभी दिल्ली पुलिस दंगे में मारे गये लोगों के नामों का खुलासा नहीं कर रही है। पर जब खुलासा दिल्ली पुलिस करेगी तब लोग न केवल अंचभित होगे बल्कि उनके अंदर में डर भी कायम हो जायेगा। यह सबकों मालूम है कि 95 प्रतिशत हिन्दू ही कत्लेआम के शिकार है। मुस्लिम समूदाय से सिर्फ दो-चार लोग ही मृत्यु के शिकार होगे। जिस तरह का खेल पहले होता था उसी प्रकार का खेल अब भी हो रहा है। हिन्दुओं के कत्लेआम के गुनहगारों को बचाने की कोशिश हो रही है। कपिल मिश्रा को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। जिस तरह के बयान कपिल मिश्रा ने दिया था उससे भी खतरनाक बयान तो रोज मुस्लिम नेता दे रहे थे, उस तरह के बयान तो शाहीन बाग में बैठे मुस्लिमों के नेता दे रहे थे। कपिल मिश्रा ने सिर्फ चेतावनी दी थी , दिन दिनों में रास्ते खुलवाने का अल्टिमेटम दिया था। कपिल मिश्रा के प्रदर्शन समूह पर पत्थरबाजी और दंगा तो मुस्लिम समूदाय के लोगों ने शुरू किया था। 
दिल्ली के हिन्दू बेहद डरे हुए हैं। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से अपनी संपत्ति बेच कर भागने लगेंगे। कत्लेआम का शिकार कौन होना चाहेगा? मुश्किल बहुल क्षेत्रों में रहने का अब अर्थ कभी भी कत्लेआम शिकार होना हो गया है। मुस्लिम अपराधियों ने जिस तरह कैरान में हिन्दुओं के साथ सूलक किया था और कैराना से हिन्दुओं को खाली कराने की सफल भी हुए उसी तरह की स्थिति अब दिल्ली में बनी है।
हिन्दुओं के सामने अब विकल्प क्या है? पहले भाजपा और मोदी पर उन्हें विश्वास था। पर अब भाजपा और मोदी भी दिल्ली में हिन्दुओं के कत्लेआम पर तमाशबीन बनी रही। विपक्षी पार्टियां पहले से ही हिन्दू विरोधी और मुस्लिम पक्षी थी। अगर हिन्दुओं में डर का समाधान नहीं किया गया तो फिर हिन्दू भी कट्टरवाद के रास्ते पर चल सकते हैं। भाजपा और मोदी के लिए भी आत्मपंथन का समय है।


सनातनी संदीप गुप्ता


गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी आने की संभावना

गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी आने की संभावना  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। मानसून सक्रिय होने के बाद गंगा और यमुना के जलस्तर में तेजी आने की स...