गुरुवार, 22 अगस्त 2019

सीवर मे उतरे पांच लोगों की मौत:गाजियाबाद

अश्वनी उपाध्याय


सीवर साफ करने उतरे 5 लोगों की मौत 


गाजियाबाद। दिल्‍ली से सटे यूपी के गाजियाबाद के नंदग्राम में सीवर की सफाई के दौरान 5 सफाईकर्मियों की मौत हो गई। जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पांचों की अंदर दम घुटने से मौत हुई है। ये लोग किसी ठेकेदार के कहने पर सीवरलाइन में उतरे थे। मरने वाले एक शख्स को तो आसपास के लोगों ने सीवर से निकाला।


कुछ समय पूर्व नगरीय क्षेत्र में तीन लोग सीवर लाइन के अंदर दम घुटने से मर चुके हैं। उसके बावजूद भी इस प्रकार की  अप्रिय घटना घटने से प्रशासनिक व्यवस्था की लचरता को प्रकट करता है। जिस घटना में 3 लोगों की जान जा चुकी है,उसकी पुनरावृति से प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह अंकित हो जाता है। सीवरलाइन में पहले एक सफाईकर्मी गया था। वह बाहर नहीं आया तो दूसरा गया। फिर दोनों बाहर नहीं आए तो तीसरा गया। इसी तरह पांचों सीवर लाइन में उतर गए और सभी की मौत हो गई।


भिखारी ने किया छात्रा के अपहरण का प्रयास

गोपीचंद सैनी


बागपत।बालैनी थाना क्षेत्र के रोशनगढ़ गाँव में भीख मांगने आये भिखारी ने प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने पढ़ने जा रही कक्षा 4 की छात्रा का अपहरण का प्रयास किया। छात्रा के शोर मचाने पर बदमाश फरार हो गया, गाँव के लोगो ने गाँव में संदिग्ध लोगो के घुसने पर लगाई रोक। पुलिस से की मामले की शिकायत। पिछले एक सप्ताह में क्षेत्र में बच्चो के अपहरण के प्रयास की घटना बढ़ती जा रही है जिससे परिजनों में हड़कंप मचा हुआ है परिजन अपने बच्चो को बाहर निकलने से भी कतरा रहे है।


ताजा मामला बालैनी क्षेत्र के रोशनगढ़ गाँव का है बुधवार की सुबह करीब 8 बजे कक्षा 4 की छात्रा गुल्फ़सा पुत्री नफीस प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने जा रही थी। तभी भिखारी के भेष में घूम रहा एक बदमाश छात्रा के पास आया और उसे बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाने का प्रयास किया। छात्रा ने विरोध किया तो बदमाश ने उसका स्कूल बेग छीनकर उसे जबर्दस्ती अपने साथ ले जाने लगा तो छात्रा ने उसके हाथ मे काटकर शोर मचा दिया। छात्रा द्वारा शोर मचाने पर बदमाश फरार हो गया शोर सुनकर आये ग्रामीणों ने बदमाशों की काफी तलाश की लेकिन वह मिल नही पाया। घटना के बाद से गाँव मे दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने गाँव के मन्दिर और मस्जिद में एलान कराकर किसी भी बाहरी व्यक्ति के गाँव मे घुसने पर रोक लगा दी है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत बालैनी थाने पर की है और अपने बच्चो की सुरक्षा की मांग की है।


महानिदेशक ने पुलिस टीम के कार्य को सराहा

राणा ओबराय


महानिदेशक मनोज यादव ने पानीपत पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार व उनकी टीम को बलात्कार के आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने‌‌ के लिए की प्रशंसा


चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस पानीपत ने आज सुबह 3 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को महज 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सीसीटीवी कैमरे मे कैद फुटेज के आधार पर थाना शहर पुलिस टीम ने आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। आरोपी की पहचान नंदकिशोर निवासी देवरिया जिला गोरखपुर यूपी के रूप में हुई। गहनता से पूछताछ करने के लिए गिरफतार आरोपी को वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा। पुलिस महानिदेशक हरियाणा श्री मनोज यादव जी के संज्ञान मे मामला आते ही उन्होंने बच्ची के इलाज पर खर्च होने वाली पूरी राशि हरियाणा पुलिस विभाग द्वारा वहन करने के आदेश पारित किये। बच्ची का इलाज पीजीआई रोहतक मे चल रहा है।
पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार जी ने बताया कि अल सुबह करीब चार बजे रेलवे रोड़ के नजदीक फुटपाथ पर अपने माता पिता के साथ सो रही करीब तीन वर्षीय मासूम बच्ची को अज्ञात आरोपी उठाकर रेलवे स्टेशन के पास सुनशान जगह पर ले जाकर बच्ची के साथ दुष्कर्म कर आरोपी रेलवे स्टेशन के पास बच्ची को छोड़कर फरार हो गया। बच्ची को रेलवे स्टेशन के पास से जख्मी हालत मे बरामद कर इलाज के लिए सिविल अस्पताल पानीपत मे भर्ती करवाया। जहा से बच्ची की गम्भीर हालत को मध्य नजर रखते हुए पीजीआई रोहतक मे इलाज के लिए रेफर किया गया। वही बच्ची के पिता कि शिकायत पर थाना शहर मे अज्ञात आरोपी के खिलाफ 6 पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्होंने तुरंत थाना शहर पुलिस के अतिरिक्त जिला के सभी सीआईए टीम इंचार्जो को आरोपी की धरपकड़ की विशेष जिम्मेवारी सोपी गई।
थाना शहर व सीआईए की टीमें ने आरोपी की धरपकड़ के लिए वारदात स्थल के आस पास लगे विभिन्न सीसीटीवी कैमरा मे गहनता जांच व आसपास मे रहने वाले लोगो से पूछताछ करने मे जूट गई। सीसीटीवी कैमरे मे कैद फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर थाना शहर पुलिस टीम ने आरोपी को करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेलवे स्टेशन के पास से काबु करने मे बड़ी सफलता प्राप्त की। आरोपी की पहचान नंदकिशोर निवासी देवरिया जिला गोरखपुर यूपी के रूप में हुई। प्रारंम्भिक पुलिस पुछताछ मे आरोपी ने वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। गहनता से पूछताछ करने के लिए गिरफतार आरोपी को वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा। प्रारंम्भिक पुलिस पुछताछ मे सामने आया की आरोपी नशा करने का आदी है।
वही शिकायत मे बच्ची के पिता ने बताया था की वह युपी के बदायु जिला से पत्नी व बच्ची को साथ लेकर 4 दिन पहले ही पानीपत आए थे। यहा पर राहगिरो व दुकानो से भीख मांग कर फुटपाथ पर सो जाते थे। पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार जी ने बताया कि पुलिस महानिदेशक हरियाणा श्री मनोज यादव जी ने बच्ची के इलाज पर खर्च होने वाली पूरी राशि हरियाणा पुलिस विभाग द्वारा वहन करने के आदेश पारित किये। इसी के साथ-साथ उन्होने थाना शहर प्रबंधक इंस्पेक्टर मोहन लाल व उनकी टीम द्वारा कड़ी मेहनत उपरांत महज 12 घंटे के दौरान ही आरोपी को काबू करने में सफलता प्राप्त की इसकी सराहना करते हुए पूरी टीम को प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र व उचित इनाम देने की घोषणा की है।


पुलिस पिटाई से आहत महिला ने खाया जहर

कानपुर । पनकी पुलिस की पिटाई से आहत महिला ने जहर खाकर जान देने का किया प्रयास। गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस का झूठ सामने आया। पुलिस का आरोप था कि महिला सिपाही को महिला ने पिटा था। महिला की गलती इतनी थी कि एक ठेला वाला बच्चे को पीट रहा था और महिला ने बचा लिया। इसके बाद उसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को पीटा और खींचते हुए थाना ले गई थी। सारा वाकया सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जिसने सच को उजागर किया है। सच को उजागर होने से पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह अंकित हो गया है।


पुलिस ने साजिया के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालना, गाड़ी में तोड़फोड़ और मारपीट की रिपोर्ट रात में दर्ज कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट से घबराकर आदिल राज की पत्नी शाजिया रेड आई पीने की बात सामने आ रही है। फिलहाल साजिया को हैलट में भर्ती कराया गया।


आकाश श्रीवास्तव संवाददाता


देवस्थान की भूमि पर दबंगों का कब्जा

देवस्थान की जमीन पर दबंगों का कब्जा, मुख्यमंत्री का आदेश बेअसर
झाँसी। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाबजूद स्थिती जस की तस है। बिजना ब्‍लाक स्‍थित ग्राम बाँसर में स्थित अतिप्राचीन श्री बटेश्वर नाथ आश्रम जहां पर श्री रामजानकी मंदिर,हनुमानजी मंदिर तथा स्वंयभू शिवलिंग स्थापित है। ग्राम सभा में भूमि नं 22,23को बटेश्वर नाथ जी के नाम से आवंटित किया गया है।आश्रम की उक्त जमीन पर घनश्याम, देवीदास,धर्मदास पुत्रगण बल्ले बलपूर्वक कब्जा किये हुए हैं। कब्जे के विरोध में राजाराम,राजबहादुर,मातादीन पूर्व प्रधान,कैलाश,दुर्गाप्रसाद, अरविंदर,लालाराम जनिकी,लल्लू बृन्दावन,चंद्रभान चौधरी आदि लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर तथा जिलाधकारी शिकायत दर्ज कराई थी। मुख्यमंत्री पोर्टल से शिकायत संख्या40016619002840 से आरोपों की जांच करने तथा आरोपियों पर उचित कार्यवाही के लिए आदेश जारी किया गया था। लेकिन तहसील स्तर केअधिकारी अपनी कुम्भकरणी नींद में सोए हुए हैं। गांव मे इस बात का भय व्याप्त है कि विवाद की यह बजह किसी बड़े संघर्ष का रूप धारण न कर ले।


नशीला पदार्थ खाने से दो युवकों की मौत

नशीला पदार्थ खाने से दो युवकों की मौत। 


मुरादाबाद। मुगलपुरा थानाक्षेत्र के हाथी वाला मंदिर इलाके में नशीला पदार्थ खाने से दो युवकों की हालत बिगड़ गई। युवकों की हालत देखकर परिजन घबरा गए। आनन-फानन में परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मुगलपुरा थानाक्षेत्र के हाथी वाला मंदिर इलाके का रहने वाला आरिफ गुरुवार को अपने दोस्त भारत के घर गया। सूत्रों के मुताबिक यहां से दोनों बाहर गए। वहां जाकर दोनों ने नशीला पदार्थ खा लिया। नशीला पदार्थ खाने के बाद दोनों की हालत बिगड़ने लगी। युवकों की हालत देखकर परिजन घबरा गए। आनन-फानन में आरिफ की पत्नी मेराज बी और भारत का भाई शिवा दोनों को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।


चिदंबरम की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या:राहुल

नई दिल्ली | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तारी को कांग्रेस ने दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और नेता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार बदले की भावना से ये कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में देश दिनदहाड़े लोकतंत्र के साथ न्याय की हत्या का गवाह रहा है। सत्ता में बैठे लोगों द्वारा सीबीआई-ईडी का इस्तेमाल राजनैतिक रंजिश के तौर पर किया जा रहा है।


सुरजेवाला ने कहा, 'जिस तरह से पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई ने कार्रवाई की, वह नरेंद्र मोदी सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से हो रही है। मोदी सरकार लगातार कानून की धज्जियां उड़ा रही हैं। एक ओर देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब है, उनके नियंत्रण से बाहर हो रही अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी, रुपये के अवमूल्यन और सभी क्षेत्रों में बेलगाम संकट के बीच बीजेपी की सरकार लोगों का इस पर से ध्यान हटाने के लिए ये सब काम कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ये सरकार सिर्फ पी. चिदंबरम के खिलाफ नहीं बल्कि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है। जबकि आईएनएक्स मीडिया मामले में न तो पी. चिदंबरम और न ही उनके बेटे पर किसी अपराध का आरोप लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, एफआईआर में पी. चिदंबरम के खिलाफ कोई अपराध नहीं बताया गया है और न ही आज तक कोई आरोप पत्र दायर किया गया है।


उन्होंने आगे कहा, '40 साल के सार्वजनिक जीवन जीने वाले एक अनुभवी व्यक्ति को जेल में बंद महिला के बयान पर गिरफ्तार किया गया है, जिस पर अपनी ही बेटी की हत्या का आरोप है और जेल से स्वीकृति का बयान दिया गया है।पी चिदंबरम भारत के सम्मानित अर्थशास्त्रियों और राजनेताओं में से एक हैं। उन्होंने हर बार जांच अधिकारियों को सहयोग किया है। सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ वकील के रूप में उनके पास संविधान के लिए सर्वोच्च सम्मान है। उन्होंने किसी कार्रवाई को नहीं टाला और न ही ऐसा इरादा था। रणदीप सुरजेवाला ने सत्यमेव जयते का नारा देते हुए कहा कि सीबीआई-ईडी की जांच के बाद सच आखिरकार सबके सामने आ जाएगा।


जेवर एयरपोर्ट को लेकर जिला प्रशासन गंभीर

जेवर ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना को लेकर जिला प्रशासन गंभीर


वर्तमान तक 433 हे. भूमि प्राधिकरण को कराई गई उपलब्ध


गौतमबुध नगर। जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देशन में जेवर ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना को लेकर गंभीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। एयरपोर्ट के प्रभारी अधिकारी अभय कुमार सिंह के द्वारा विशेष प्रयास करते हुए वर्तमान तक जिन किसानों के द्वारा अपनी भूमिका प्रतिकर प्राप्त कर लिया गया है ऐसी 433 हेक्टेयर भूमि यमुना प्राधिकरण को कब्जा उपलब्ध करा दिया गया है। इस दिशा में डीएम के निर्देशन में जिला प्रशासन के अधिकारी गण नियमित रूप से कार्यवाही सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि यथाशीघ्र एयरपोर्ट का कार्य प्रारंभ किया जा सके। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


22 साल बाद कब्र से ज्यों कि त्‍यौं निकली लाश

बांदा।  जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां 22 साल पहले कब्र मे दफनाए गए एक शख्स का जनाजा ज्यों का त्यों पड़ा मिला है। मामला तब सामने आया जब मूसलाधार बारिश के चलते कब्रिस्तान (Graveyard) में मिट्टी कटने से एक कब्र धंस गई और उसमें 22 साल पहले दफन एक शख्स का कफन में लिपटा जनाजा़ दिखने लगा।देखते ही देखते मौके पर लोगों का हुजूम जमा हो गया। जब कफन में लिपटी लाश को निकाला गया तो वहां मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखें हैरत से फटी रह गईं, क्योंकि 22 सालों बाद भी लाश ज्यों कि त्यों निकली। कफन तक भी मैला तक नहीं हुआ था।यह हैरतअंगेज मामला बांदा के बबेरू कस्बे के अतर्रा रोड स्थित घसिला तालाब के कब्रिस्तान से सामने आया है। यहां मूसलाधार बारिश से कई कब्रों की मिट्टी बह गई और एक कब्र में दफन जनाजा़ बाहर दिखने लगा। लोगों ने कब्रिस्तान कमेटी को इसकी जानकारी दी। कब्रिस्तान कमेटी के सदस्‍यों द्वारा जब कब्र की धंसी हुई मिट्टी को हटाकर देखा गया, तो उसमें दफनाया गया जनाजा ज्यों का त्यों पड़ा था।दरअसल, इस कब्र में 22 साल पहले 55 वर्षीय पेशे से नाई नसीर अहमद नाम के शख्स को दफनाया गया था। 22 साल बाद भी उनका जनाजा ज्यों का त्यों बना मिला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नसीर अहमद पुत्र अलाउद्दीन निवासी कोर्रही, थाना बिसंडा बबेरू में नाई की दुकान थी। उन्‍हें लगभग 22 साल पहले दफन किया गया था, लेकिन बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण मिट्टी कटने से कब्र धंस गई थी।यह खबर इलाके में आग की तरह फैली। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि, बाद में स्थानीय मौलानाओं की मौजूदगी में कब्र से जनाजा़ निकालकर देर रात उसे दूसरी कब्र में दोबारा से दफन किया गया। मृतक नसीर के एक रिश्तेदार बताते हैं कि उनका कोई बेटा नहीं था। 22 साल पहले उनका निधन हुआ था, जिसके बाद उनलोगों ने ही उनके शव को दफनाया था। लेकिन, आज उनका जनाजा मिटटी धंसने की वजह से बाहर निकल आया। न शव ख़राब हुई थी और न ही कफ़न पर कोई दाग लगा था।


यमन में अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया

सना। यमन की राजधानी सना के दक्षिणी भाग धमार में मंगलवार को अमेरिका के एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिराया। हौथी विद्रोहियों के कब्जे वाले सना में हुई इस घटना की पुष्टि दो अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को की। हाल के महीनों में ऐसी दूसरी घटना है। इससे पहले हौथी विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ने कहा था कि हमारी सेना ने अमेरिका के ड्रोन को मंगलवार को देर शाम को मार गिराया है। यह पहली बार नहीं है कि यमन में अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया गया हो। इससे पहले जून में भी हौथी विद्रोहियों ने ईरान की मदद से अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया था। अमेरिका बीच-बीच में यमन में मौजूद अल कायदा की शाखा अल कायदा इन अरेबियन पेनिनसुला(एक्यूएपी) के ठिकानों पर हमला करता रहता है। अल-कायदा की यमन शाखा ने हौथी विद्रोहियों और राष्ट्रपति अब्द-रबु मंसौर हादी के बीच चार साल से चल रही लड़ाई का लाभ उठाते हुए अपनी ताकत बढ़ा ली थी। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका का ड्रोन हथियारों से लैस था। उसे कैलिफोर्निया में स्थित कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया था। हौथी विद्रोहियों ने जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से उस ड्रोन को मार गिराया। हालांकि, दूसरी तरफ एक यमनी अधिकारी ने कहा कि अमेरिका को यकीन है कि हौथी विद्रोहियों को ईरान ने मिसाइल मुहैया की थी। अभी यह अस्पष्ट है कि ड्रोन को अमेरिकी सेना संचालित कर रही थी या खुफिया समुदाय कर रहा था। अमेरिका ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने इस वारदात के लिए सीधा ईरान को कसूरवार ठहराया था। जून में ईरान ने होर्मुज के जलमार्ग पर अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया था। तब भी दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। ईरान ने दावा किया कि यह ड्रोन उनकी वायुसीमा को पार करने की कोशिश कर रहा था। वहीं, अमेरिका ने तेहरान के दावे को खारिज कर दिया और ईरान के कदम को भड़काऊ करार दिया था। डोनाल्ड ट्रंप ने इसके बाद हमले के आदेश दिए थे, लेकिन कुछ समय बाद ही यह आदेश वापस ले लिया। अमेरिका ने पिछले साल वैश्विक ताकतों के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था। ईरान पर एकतरफा आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के आसार हैं लेकिन ईरान ने कहा कि वह प्रतिबंधों के हटने पर ही बातचीत करेगा। ट्रंप भी बातचीत के लिए कई बार संकेत दे चुके हैं। अमेरिकी ड्रोन पर हुए हमले पर यूएस मिलिट्री सेंट्रल कमांड ने कहा कि हम इस बात पर पूरी तरह से स्पष्ट हैं कि यह हमला ईरान ने कराया है। ईरान आतंकियों और विद्रोहियों की मदद कर रहा है। इसकी वजह से उस पूरे इलाके में संतुलन और शांति स्थापित नहीं हो पा रहा है. वहीं, अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता गैरेट मार्किस ने कहा कि यह हमला ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने किया है। इलाके का संतुलन बिगाड़ने के लिए ईरान ऐसी हरकत कर रहा है। जबकि, ईरान ने कहा कि अमेरिका के आरोप गलत है। खाड़ी देश अरब हौथी विद्रोहियों को सैन्य और आर्थिक मदद कर रहा है। जबकि, आरोप ईरान पर लगाया जा रहा है।


ठंडा द्वीप खरीदना चाहते थे राष्ट्रपति ट्रंप

 ठंडा द्वीप खरीदना चाहते थे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन ने किया इनकार। डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के सलाहकारों से ली थी राय। न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अचानक यह घोषणा की कि वे डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन के साथ होने वाली बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। इससे पहले मेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति को स्पष्ट कर दिया कि वे ग्रीनलैंड पर कोई भी सौदा करने को तैयार नहीं है। हालांकि ग्रीनलैंड खरीदने की रिपोर्ट को ट्रंप ने गैर प्राथमिक बताया लेकिन उनका मेट के साथ बैठक में न जाना डेनमार्क पीएम के इनकार से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, ट्रंप ग्रीनलैंड खरीदने के लिए मेट से बातचीत करना चाहते थे। लेकिन मेट ने ट्रंप से कह दिया कि उन्हें ग्रीनलैंड बेचने पर कोई बात नहीं करनी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि वे दो हफ्ते बाद होने वाली मीटिंग को किसी अन्य दिन के लिए टाल रहे हैं। ट्रंप ने लिखा, प्रधानमंत्री मेट ने ग्रीनलैंड के मामले पर सीधे बात कर अमेरिका और डेनमार्क दोनों का समय और कोशिशें बचा लीं। मैं इसके लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने खुलासा किया था कि ट्रंप ग्रीनलैंड को खरीदना चाहते हैं। वे इसको लेकर गंभीर हैं और उन्होंने इस संबंध में व्हाइट हाउस के सलाहकारों से राय ली है। डेनिश शाही घराने को 'हैरानी'। डेनिश प्रधानमंत्री के ग्रीनलैंड को बेचने से इनकार करने और एक 'बकवास' विचार कहने के बाद ट्रंप के डेनमार्क दौरे को रद्द करने पर देश का शाही घराना हैरान है। प्रवक्ता लिने बाल्बेट ने बताया कि शाही राज घराने ने औपचारिक रूप से ट्रंप को यूरोपीय यात्रा के हिस्से के रूप में दो और तीन सितंबर को डेनमार्क के लिए आमंत्रित किया था।


अवैध संबंध:जूतों का हार पहना कर घुमाया

करनाल। डीएसपी राजीव कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने दावा किया कि मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कुमार ने कहा, 'जरूरत पड़ी तो किशोर को स्वास्थ्य सुविधा भी हम मुहैया कराएंगे। हम उन्हें हरसंभव मदद की कोशिश कर रहे हैं।


गांव के पूर्व प्रधान ने बताया, 'महिला बिहार की रहने वाली है। लड़का अभी 12वीं का छात्र है। पंचायत की बैठक की जानकारी तो मुझे है लेकिन उसमें क्या निर्णय हुआ, उसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता हूं। मैंने वायरल विडियो भी नहीं देखा है। महिला शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। दोनों की जाति भी अलग है। उधर, लड़के के पिता का कहना है कि यह बंजारा समुदाय के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि सरपंच महिला और मेरे बेटे को जूतों की माला पहनाने और गांव में घुमाने के खिलाफ थे।


किशोर के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने इसका एक विडियो भी बनाया है। लड़के के चाचा ने कहा, 'महिला का पति ट्रांसजेंडर है। वह नाचता है और रामलीला में भूमिकाएं निभाता है। समुदाय के लोगों ने महिला और मेरे भतीजे को जूतों की माला पहनने और गांव में घूमने के लिए मजबूर किया।' परिवारवालों ने आरोप लगाया कि स्थानीय लोग उनके बेटे को मार देना चाहते थे।


ट्रस्ट ने बाढ़ पीड़ितों को वितरित किया भोजन

नई दिल्ली। गुरुवार को गनी चैरिटेबल ट्रस्ट के सौजन्य से दिल्ली के बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ित महिलाओं, बच्चों, सहित सभी पीड़ित जरूरत मंद लगभग 200 लोगों को सुबह 10 -30 बजे लंच पैकेट वितरित किया गया।इस कार्यक्रम में उपस्थित बरिष्ठ समाज सेवी डॉ आरके भटनागर ने कहा गरीबों और असहायों को ऐसे ही मौके पर मददगारों की जरूरत होती है।ऐसे में गनी चैरिटेबल ट्रस्ट ने आज जो ये पुनीत कार्य किया है।ऐसे ही और भी स्वयं सेवी,समाजसेवी, लोगों को इन गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी ने कहा कि सिर्फ आज ही नहीं आगे भी हमारा ट्रस्ट,अपनी टीम के साथ निस्वार्थ सेवा करता रहेगा। सामाजिक और आर्थिक विकास से कोसों दूर समाज के गरीब असहाय लोगों की सेवा करने में ट्रस्ट कभी पीछे नहीं रहेगा ।
इस अवसर हिंदी न्यूज़ पेपर मिशन सन्देश के संपादक सईद पठान, स्वाती कन्नौजिया,बाला शर्मा, सिकंदर अकील मिर्ज़ा, हरिओम शर्मा,ईशान अंसारी,चंद्रमोहन सिंह,आदि लोग
 उपस्थित रहे।


जिला अस्पताल में चालू होगी एमआरआई सेवा

जिला अस्पताल में जल्द चालू होगी एमआरआई सेवा -डीएम


गोण्डा। जिला अस्पताल में जल्द ही एमआरआई और डायलिसिस सेवा शुरू होगी। एमआरआआई कक्ष का निर्माण तेजी से चल रहा है। अब जिले के मरीजों को एमआरआई जैसी सुविधाओं के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। यह बातें डीएम डा0 नितिन बंसल ने कही हैंै।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं का महत्व बताते हुए कहा है कि व्यक्ति अपने जीवन को गतिमान एवं विकसित बनाये रखने के लिए मूलभूत आवश्यकताओं शिक्षा, स्वास्थ्य, आवागमन के साधन, सड़क, आवास जल की उपलब्धता आवश्यक खाद्यान्न, रोजगार आदि संसाधनों की सुविधा पर बल देता है। इन आवश्यकताओं में चिकित्सा सुविधा भी उतनी ही आवश्यक है जितनी अन्य मूलभूत आवश्यकताएं। वर्तमान समय की जीवनशैली एवं पर्यावरणीय प्रदूषण के कारण हर आयु वर्ग को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओ का सामना करना पडता है। प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने न केवल शहरी अपितु ग्रामीण  स्तर तक अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार द्वारा चलायी जा रही हर योजना के लाभ को पहुंचाने के लिए अपने संकल्प के प्रति दृढ़ है। इसी दिशा में जहां एक ओर स्वास्थ्य सुविधाएं निरन्तर बेहतर की जा रही हैं वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को शुद्ध करने के उद्देश्य के लिए प्रदेश भर में 22 करोड़ पौधो का रोपण करने का लक्ष्य भी रखा जिसके सापेक्ष 22 करोड़ 59 लाख पौधों का रोपण कर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी वहन किया है।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश वासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने क लिए अनेक प्रकार की योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किये हंै, जिनमें दवाइयों की उपलब्धता के साथ ही अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार करना भी शामिल है, मरीजों को समुचित इलाज मुहैया कराने एवं उनको होने वाली असुविधा को दूर करने के उद्देश्य से सभी जनपद स्तरीय अस्पतालों में हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है, जहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा चिकित्सालय में आने वाले मरीजों से शिकायत व सुझाव प्राप्त कर सम्बन्धित अधिकारियों के माध्यम से निराकरण की उचित व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री ने मुुख्य चिकित्सा अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करने के साथ ही साथ निरीक्षण के समय जनमानस से हेल्प-डेस्क द्वारा प्रदान की जा रही सेवाआंे की गुणवत्ता के सम्बन्ध मंे जानकारी प्राप्त करने के भी निर्देश दिये हैं।
इसी प्रकार सभी चिकित्सालयों को क्वालिटी एश्योरेन्स कार्यक्रम के अन्तर्गत नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के निर्देश दिये गये हैं, जिसके माध्यम से अस्पतालों की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर सुधार किया जा सके। उसी प्रकार प्रदेश की समस्त चिकित्सा इकाइंयों को कायाकल्प-अवार्ड योजना में अवार्ड प्राप्त करने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के साथ ही साथ बायोमेडिकल वेस्ट एवं चिकित्सालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है। सभी प्राथमिक, सामुदायिक जिला चिकित्सालयों में साफ-सफाई एवं बायामेडिकल वेस्ट का निस्तारण समुचित ढ़ंग से  किया जा रहा है। प्रदेश के समस्त ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं एवं बीमार शिशुओं को चिकित्सीय सेवा एवं वापसी की सुविधा के लिए 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा के अन्तर्गत प्रदान की जा रही है। प्रदेश में 2270 एम्बुलेन्स क्रियाशील हैं। इसी प्रकार 1488 एम्बुलेंस 108 एम्बुलेंस सेवा के अन्तर्गत क्रियाशील हैं, जो सड़क दुर्घटना, हृदयघात, प्रसव सम्बन्धी जटिलता, दैवी आपदा आदि आकस्मिकताओं में चिकित्सासेवा उपलब्ध करा रहे हैं। प्रदेश में 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से गम्भीर रोगियों  को चिकित्सा सेवा एवं रेफरल परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रदेश के कई ऐसे क्षेत्र हैं जो असेवित व सुदूरवर्ती हैं ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर रोगियों का निदान, जांच तथा प्राथमिक उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए 125 नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट क्रियाशील हैं। शव परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए 193 शव वाहन प्रदेश में क्रियाशील हैं, जो सी0एम0ओ0 व सी0एम0एस0 के नियन्त्रणाधीन हैं।
 वर्तमान समय में विभिन्न रोगो की आधुनिक मशीनों से जांच, परीक्षण कर आम जनता के रोगों, गम्भीर रोगों के इलाज करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रोक्योरमेण्ट सेवायें संचालित की हैं। प्रदेश के 40 जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क सीटी स्कैन सुविधा मरीजों को दी जा रही है। 33 जनपदों में जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क डायलिसिस सेवा, 297 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क टेलीरेडियोलाॅजी की सुविधा, 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क टेलीमेडिसिन तथा 104 टेलीकन्सलटेशन के माध्यम से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। प्रदेश के समस्त जनपद स्तरीय स्वास्थ्य चिकित्सा इकाइयों में मेसर्स सायरिक्स हेल्थ केयर के द्वारा बायोमेडिकल इक्यूपमेण्ट उपकरणों का रख-रखाव भी किया जा रहा है।


आवास विकास परिषद की फाइलें जली

अकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद। कल रात आवास विकास परिषद के अधिकारियो ने रात करीब 8 बजे कई महत्वपूर्ण फ़ाइलो को आग के हवाले कराया मंडोला विहार योजना से प्रभावित धरनारत किसान जो कि 2 दिसम्बर 2016 से अपनी अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। धरनारत किसानो का आरोप है कि परिषद के भृष्ट अधिकारियो ने रद्दी कागजो की आड़ में महत्वपूर्ण फाइलो को जलाया है। जिसकी जाँच होनी चाहिए रात करीब 8 बजे धरने पर बैठे किसानो ने आवास विकास परिषद के कार्यालय की दीवार के पास धुआं उड़ता देखा तो किसान दौड़कर धुंए की तरफ को दौड़े तो देखा कि परिषद कार्यालय की दीवार के पीछे आवास विकास परिषद के कुछ कर्मचारी फाइल व् अन्य कागजात ढेर लगाकर जला रहे हैं जब धरनारत किसान मौके पर पहुँचे तो फाइलो का ढेर लगभग जलकर राख हो चूका था जैसे किसान अपने मोबाइल फोन से जलती फाइलो के फोटो खीचने लगे तो सभी कर्मचारी  भाग खड़े हुए । कुछ कागजात किसानो द्वारा आग से बचा लिए गए जो कागजात धरनारत किसानो द्वारा बचाये गए उनमे लगभग सभी आदेश व् प्रत्यावेदन 2017 के हैं। 2017 में ही मंडोला योजना के आवास विकास परिषद कार्यालय में आग लगी थी। जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि परिषद के भृष्ट अधिकारियों ने  ही  महत्वपूर्ण फाइलो  को नष्ट करने के उद्देश्य से कार्यालय की एक यूनिट को 2017 में जलाकर राख कर दिया होगा ।तत्कालीन जॉइंट कमिश्नर ने भी कुछ अधिकारियो द्वारा मिटटी बिक्री घोटाले व् भ्र्ष्टाचार की जाँच के आदेश दिए थे लेकिन जाँच कहाँ दफन हो गयी। इसका कुछ पता ही नही चला ।कल रात जलाई गई फाइलो का कार्यालय में लगी आग से जरूर कोई सम्बन्ध है इसकी जाँच होनी चाहिए।


'पहलवान' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज

सुनील शेट्टी की फिल्म पहलवान का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज


मुंबई । कन्नड़ सुपरस्टार किच्चा सुदीप और सुनील शेट्टी की फिल्म पहलवान का ट्रेलर रिलीज हो गया है। फिल्म पहलवान का ट्रेलर काफी धमाकेदार है। किच्चा सुदीप की अपकमिंग फिल्म पहलवान का ट्रेलर एक्शन और थ्रिलर से भरपूर है, जिसमें सुनील शेट्टी भी काफी दमदार रोल में नजर आ रहे हैं।


फिल्म के ट्रेलर से पहले पहलवान के गाने रिलीज किए जा चुके हैं। हाल ही में 15 अगस्त के मौके पर फिल्म पहलवान का सैयारे सॉन्ग रिलीज किया गया था, जिसे सिंगर अर्जुन जनाया ने अपनी आवाज में गाया था। किच्चा सुदीप की फिल्म पहलवान का ट्रेलर बहुत ही दमदार है, जिसमें, इमोशन्स और ड्रामा के साथ कुश्ती भी देखने को मिल रही है।पहलवान के ट्रेलर में किच्चा पहलवानी और रेसलिंग करते नजर आ रहे हैं। वहीं सुनील शेट्टी फिल्म पहलवान के ट्रेलर में किच्चा के गुरु के रोल में नजर आ रहे है। फिल्म पहलवान के ट्रेलर में किच्चा रेसलिंग के रिंग में कबीर दुहन सिंह के साथ दो-दो हाथ करते दिख रहे हैं।


सीएससी के पास में मिली नवजात बच्‍ची

कुशीनगर रामकोला सीएचसी के बगल में नवजात शिशु बच्ची बोरे में मिली


कुशीनगर। रामकोला बुधवार के दिन तड़के सुबह के वक्त लावारिस रूप में मिली नवजात शिशु जिसको एक दंपति ने पालन पोषण के लिए अपना लिया है।
बताते चले कि उपनगर रामकोला के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सटे उत्तरी बाउंड्री वाल के बाहर रेलवे लाइन के किनारे बोरी पर सुलाई हुई एक नवजात शिशु पड़ी हुई थी जिसको कुछ महिलाओं।ने देखा।जिसके बाद पूरे उपनगर में सनसनीखेज के रुप मे फैल गई । नवजात शिशु।को देखने के लिए सैकड़ों लोगोंका जमावड़ा लग गया जिसके बाद वार्ड नं 10 फिटर।लाईन निवासी अमरावती देवी ने शिशु को उठाकर सामुदायिक।स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गयी जहाँ डॉ रजनीश श्रीवास्तव ने शिशु की उपचार किया एवं वताया कि  शिशु का जन्म करीब 3 घंटे पहले हुआ है। उपचार उपरांत अमरावती देवी ने शिशु को पालन पोषण करने के लिए लोगों के सहमति से लेकर चली गयी पर वह मौजूद लोगों ने सवालिया निशाना सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र पर दागते रहे कि कही इसी स्वस्थ्य केंद्र पर सायद बच्ची को पैदा कराकर तो नही न फेका गया हैं। इस कि जब जानकारी सीएमओ से ली गई सीएमओ ने कहा यदि सीएचसी के बगल के घटना यदि है। स्वास्थ्य विभाग में तैनात किसी स्वास्थ्य संलिप्तता होने पर होगी सख्त कार्रवाई।


प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरे व्यापारी

सड़क की मांग को लेकर प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरे पाली के व्यापारी,चक्काजाम आरंभ


कोरबा,पाली। पाली नगर से गुजरी मुख्यमार्ग की दयनीय हालत को लेकर अंततः पाली के व्यपारी सड़क की मांग को लेकर सड़क पर उतर ही आए।और चक्काजाम आरंभ कर दिया।बारिश में जर्जर हुए सड़क का पूर्ण मरम्मत कार्य को लेकर मुख्यमार्ग किनारे स्थित संस्थानों के संचालकों द्वारा पूर्व में भी प्रशासन को अल्टीमेटम दिया गया था।लेकिन महज खानापूर्ति स्वरुप किया गया मरम्मत कार्य से सड़क की हालत और भी दयनीय हो चली।प्रशासन को दिए गए अल्टीमेटम के अनुसार 22 अगस्त से पूर्व सड़क की पूर्णतः मरम्मत की मांग व्यपारियों द्वारा की गई थी।लेकिन ऐसा नही होने के फलस्वरूप आज नगर के व्यपारीबंधु आंदोलन की और मुखर हो गए और सुबह 10 बजे गांधी चौक के पास धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया।जहाँ मौके पर पहुँचे कटघोरा एसडीएम के साथ धरनास्थल पर ही बैठक कर शीघ्र सड़क मरम्मत किये जाने का आश्वासन दिया गया।लेकिन व्यपारी उक्त आश्वासन से सहमत नही हुए और एकाएक सड़क पर उतर आए तथा चक्काजाम आरंभ कर दिया।समाचार लिखे जाने तक चक्काजाम जारी है तथा सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई है जो समय के साथ बढ़ती ही जा रही है।व्यपारियों की मांग है कि आश्वासन नही तत्काल सड़क का पूर्णतः मरम्मत किया जाना प्रारंभ किया जाए और जल्द ही नगर के भीतर से गुजरी मुख्यमार्ग का काँक्रीटिंग कार्य किया जाए।मौके पर उपस्थित एसडीएम द्वारा आंदोलन में बैठे व्यपारियों को मनाने का प्रयास लगभग जारी है।देखना है कि प्रशासन व्यपारियों की मांग पर सड़क सुधार को लेकर कितने समय में क्या फैसला लेती है।


एक महिला सहित चार नक्सली गिरफ्तार

जगदलपुर |  सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर औऱ नक्सलियों की खोखली विधारधारा से तंग आकर एक महिला नक्सली समेत चार इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है | दो जनमिलिशिया कमांडरों पर एक -एक लाख इनाम घोषित है | जिन्होंने दंतेवाड़ा SP के समक्ष किया आत्मसमर्पण । दोनो नक्सली सन्नू कुंजाम और बुधराम मरावी गंगालूर एरिया कमेटी में सक्रिय थे । दोनो नक्सली पुलिस फोर्स को नुकसान पहुचाने के लिए आइईडी लगाने और दर्जनों वाहनों में आगजनी के मामले में शामिल थे । इन नक्सलियो के समर्पण से कई और अन्य खुलासे होने का दावा दंतेवाड़ा पुलिस ने की ।


वही जगदलपुर में दो नक्सलियों ने बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा और बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के समक्ष आत्मसमर्पण किया है । समर्पित नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है ।  समर्पित दोनों नक्सली मंजू मंडावी उर्फ सिरिसा और सोनारू पोयाम उर्फ अमन राहुल एरिया कमिटी के सदस्य तथा एलओएस कमांडर  इलाके के हैं औऱ लंबे समय से नक्सली संगठन में कार्य कर रहे थे | ये नक्सली कई वारदातों में शामिल भी रहें हैं । समर्पित नक्सली पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ईनाम भी घोषित रखा था । बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने समर्पित दोनों नक्सली को 10 – 10 हज़ार रुपये का प्रोत्साहन राशि प्रदान कर जीवन के मुख्यधारा में जुड़ने का स्वागत किया है ।


सरकार 370 केंद्रों पर बताएगी,हटाई 370

हर्मेश भाटिया


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बड़ा फैसला किया है। भाजपा ने पूरे देश में जन जागरण और संपर्क अभियान चलाने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, वरिष्ठ मंत्री और मुख्यमंत्री भी हिस्सा लेंगे। इस आयोजन को लेकर आज बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।पार्टी इस अभियान के तहत देश भर में 370 जगहों पर जनसंपर्क अभियान चलाएगी। इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए दो समितियां बनाई गई हैं। जनसंपर्क अभियान की अगुवाई भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान करेंगे जबकि जन जागरण अभियान की अगुवाई का जिम्मा गजेंद्र सिंह शेखावत को दिया गया है।


संपर्क अभियान में देश भर में अलग-अलग क्षेत्रों के दो हजार प्रबुद्ध लोगों से संपर्क कर बताया जाएगा कि अनुच्छेद 370 क्यों हटाया गया और इसका क्या परिणाम होगा। चुने गए प्रबद्ध लोगों से पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मिलेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान देश भर में छोटी-छोटी सभाओं का भी आयोजन होगा। यह सभी कार्यक्रम 1 सितंबर से 30 सितंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।


सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में गिरावट

चारों बड़ी सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में लगातार होती जा रही है कमी


नई दिल्‍ली। ओएनजीसी कुछ समय पहले तक लगातारमुनाफा कमा रही कर्ज मुक्त कंपनी थी। नगदी के मामले में भी कंपनी का उदाहरण दियाजाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। पिछले कुछ सालों से ओएनजीसी पर दूसरी कंपनियों मेंनिवेश के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसके लिए ओएनजीसी को कर्ज भी लेना पड़ा।मोदी सरकार में देश की सबसे फायदे वाली तेल कंपनियों पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) को छोड़कर चारों बड़ी सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में कमी आई है। लेकिन पहली बार लोन लेने और दूसरी कंपनियों में निवेश के साथ-साथ कैश रिजर्व काफी कम होने के कारण ओएनजीसी ज्यादा विवादों में रही है।


वहीं, देश की प्रमुख निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के तेल बिजनेस का न केवल मुनाफा बढ़ा है बल्कि वह देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी बन गई है। पिछले एक पखवाड़े के दौरान ब्रिटेन की रिटेल कंपनी बीपी और दुबई की कच्चा तेल सप्लाई करने वाली कंपनी आरामको के साथ हुए समझौते के बाद रिलायंस का तेल सेक्टर पर एकछत्र राज हो जाएगा।शुरुआत करते हैं देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी ओएनजीसी से। ओएनजीसी कुछ समय पहले तक लगातार मुनाफा कमा रही कर्ज मुक्त कंपनी थी। नगदी के मामले में भी कंपनी का उदाहरण दिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। पिछले कुछ सालों से ओएनजीसी पर दूसरी कंपनियों में निवेश के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसके लिए ओएनजीसी को कर्ज भी लेना पड़ा।


गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के अधिग्रहण को लेकर ओएनजीसी के कदम को लेकर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। विशेषज्ञों की मानें, तो कंपनी की हालत बिगड़ने में इस कदम का बड़ा हाथ रहा। अगस्त, 2017 में कर्ज में डूबी गुजरात की इस कंपनी का 80 फीसदी ओएनजीसी ने खरीद लिया। इसके लिए ओएनजीसी ने 7,560 करोड़ रुपये का भुगतान किया। बीते बजट सत्र के दौरान 3 जुलाई, 2019 को राज्यसभा में इस डील पर सवाल उठाते हुए सदस्य मनीष गुप्ता ने पूछा कि क्या सरकार के अपने विनिवेश का लक्ष्य हासिल करने के लिए गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओएनजीसी को बैंकों से लोन लेना पड़ा। इस पर पेट्रोलियम मंत्री ने माना कि गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन का 7560 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए टर्म डिपोजिट के अगेंस्ट लोन लेना पड़ा।इसी तरह, ओएनजीसी ने जनवरी, 2018 में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में 51.11 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 36,915 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इनमें 12,034 करोड़ रुपये कंपनी ने आंतरिक कोष और शेष 24,881 करोड़ रुपये वाणिज्यिक बैंकों से कर्ज लिया था।


मनीष गुप्ता का दूसरा सवाल था कि क्या इस उधार की वजह से ओएनजीसी की आर्थिक स्थिति खराब हुई और कंपनी के सामने पहली बार नगदी का संकट खड़ा हो गया है? इसके जवाब में सरकार ने बताया कि ओएनजीसी के पास 31 मार्च, 2019 तक नगदी और बैंक बैलेंस के रूप में 504 करोड़ रुपये था और कंपनी की साख देखते हुए उसे अपनी वर्किंग कैपिटल (कार्यशील पूंजी) के लिए लोन मिल सकता है। जब इस जवाब की पड़ताल के लिए नवजीवन ने ओएनजीसी की वार्षिक रिपोर्ट 2018- 19 का अध्ययन किया तो पता चला कि 31 मार्च, 2019 तक कंपनी के पास नगदी के रूप में केवल 17.97 करोड़ रुपये थे, जबकि बैंक बैलेंस 486 करोड़ रुपये था।


रिपोर्ट के मुताबिक, ओएनजीसी के पास 2017-18 में 29.60 करोड़ रुपये नगद और 983 करोड़ बैंक में थे। और अगर पांच साल पहले, यानी 31 मार्च, 2014 की बात की जाए तो उस समय वर्किंग कैपिटल के तौर पर ओएनजीसी के पास 10,798 करोड़ रुपये नगदी और इतना ही बैंक बैलेंस था।
सरकार जमकर प्रचारित कर रही है कि ओएनजीसी का फायदा बढ़ गया है। ओएनजीसी को 2018-19 में करों का भुगतान करने के बाद 26,715 करोड़ रुपये का कुल मुनाफा हुआ जबकि 2017-18 में कंपनी को 19,945 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। पर ओएनजीसी की पुरानी वार्षिक रिपोर्ट खंगालें तो देख सकते हैं कि यह किस तरह कम है। कंपनी को 2013-14 में 22,094 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद लगातार दो साल यह कम हुआ। 2015-16 में कंपनी का मुनाफा घटकर 16,139 करोड़ तक पहुंच गया। अब जब सरकार यह शेखी बघार रही है कि कंपनी को 2018- 19 में भारी मुनाफा हुआ है तो उसी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि 2011-12 में कंपनी को 25,122 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।


इन सबके अलावा ओएनजीसी के संसाधनों और कारोबार का निजीकरण भी शुरू किया गया है। राज्यसभा में 13 फरवरी, 2019 को इस बाबत सवाल किया गया कि क्या हाइड्रो कार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) ने ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के ऑयल प्रोड्यूसिंग फील्ड (ऐसे स्थान, जहां से तेल निकाला जाता है) की पहचान की है जिन्हें निजी सेक्टर को सौंपने का निर्णय लिया गया है? इस पर पेट्रोलियम मंत्री अशोक प्रधान ने जवाब दिया कि ऐसा तेल का उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। वहीं, इस बारे में 17 जुलाई, 2019 को भी एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार ने निजी कंपनियों को ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल क्षेत्रों को बेचने का निर्णय लिया है? तब सरकार ने बताया कि 66 छोटे एवं सीमांत फील्ड की रेवेन्यू शेयरिंग बेसिस पर नीलामी की गई है।
सरकार का तर्क है कि ये ऐसे फील्ड हैं जो ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के तो हैं लेकिन कई साल से यहां कोई उत्पादन नहीं हो रहा है। सरकार ने दावा किया कि उसका मकसद निजीकरण नहीं बल्कि प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है, इसलिए सरकारी कंपनियों को भी टेंडर करने के लिए कहा गया है। लेकिन सरकार ने अपने जवाब के साथ टेंडर हासिल करने वाली कंपनियों की जो सूची संलग्न की है, उससे पता चलता है कि 66 में से 46 ऑयल फील्ड निजी कंपनियों को सौंप दी गई हैं। इनमें कई कंपनियां नई-नई हैं और उनकी शुरुआत 2015 के बाद हुई है।


अन्य कंपनियों का हाल और भी बुरा



  1. भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) का लाभ पिछले दो सालों से कम हो रहा है। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि 2018-19 में बीपीसीएल को कर का भुगतान करने के बाद 7132 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। यह पिछले साल के मुकाबले 844 करोड़ रुपये कम है। बीपीसीएल को 2017-18 में 7976 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जबकि उससे पहले 2016-17 में 8039 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इससे पहले बीपीसीएल का मुनाफा 2011-12 से लगातार बढ़ रहा था। 2011- 12 में कंपनी को 1,311 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था।
    इसी तरह हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) के मुनाफे में भी कमी आई। इसे 2016-17 में 6,209 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था जो 2017-18 में बढ़कर 6,357 करोड़ रुपये हो गया। लेकिन 2018-19 में यह घटकर 6029 करोड़ रुपये रह गया। ।


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