यूपी में 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला
संदीप मिश्रा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी थोड़ी देर पहले प्रदेश के 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया है। इसी क्रम में एक दर्जन जिलों के पुलिस कप्तान भी बदले गए हैं। प्रभावित अधिकारियों की लिस्ट इस प्रकार है –2009 बैच के आईपीएस सुधीर कुमार सिंह को आजमगढ़ से आगरा का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। बरेली के पुलिस अधीक्षक (क्षेत्रीय अभिसूचना) व 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी अनुराग आर्य को पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ बनाया गया है। वर्तमान पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, लखनऊ) व 2013 के टॉपर रहे आकाश तोमर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर बना के भेजा गया है। वर्तमान सेनानायक, 9वीं वाहिनी – पीएसी मुरादाबाद अनुराग वत्स कोपुलिस अधीक्षक बाराबंकी बनाया गया है। अनुराग 2013 बैच के अधिकारी हैं। वर्तमान पुलिस अधीक्षक, पीएसी मुख्यालय -लखनऊ अंकुर अग्रवाल को पुलिस अधीक्षक चंदौली बनाया गया है। अंकुर 2016 बैच के अधिकारी है। अपर पुलिस अधीक्षक (एटीएस) लखनऊ जय प्रकाश सिंह को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा बनाया गया है। जय प्रकाश 2016 बैच के आईपीएस हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक – आगरा मुनिराज जी को चुनाव सेल – मुख्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वे 2009 बैच के अधिकारी हैं। पुलिस अधीक्षक पीएसी मुख्यालय लखनऊ दिनेश त्रिपाठी को पुलिस अधीक्षक उन्नाव बनाया गया है। वे 2000 बैच के आईपीएस हैं। वर्तमान में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक – सहारनपुर पद पर नियुक्त एस चेनप्पा को पुलिस अधीक्षक (वीआईपी सुरक्षा) लखनऊ बनाया गया है। वे 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक – इटावा,बृजेश कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक एसटीएस बनाया गया है। वे 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पुलिस अधीक्षक – उन्नाव, अविनाश पाण्डेय को सेनानायक 38वीं वाहिनी पीएसी – अलीगढ़ बनाया गया है। वे 2015 बैच के अधिकारी हैं। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी यमुना प्रसाद को पुलिस अधीक्षक क्षेत्रीय अभिसूचना (बरेली) बनाया गया है। वे 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पुलिस अधीक्षक चंदौली अमित कुमार (द्वितीय) को पुलिस उपायुक्त – पुलिस कमिशनरेट गौतमबुद्ध नगर बनाया गया है। वे 2015 बैच के अधिकारी हैं। सेनानायक 38वीं वाहिनी पीएएस अलीगढ़ का ट्रांसफर निरस्त कर डॉ अखिलेश कुमार निगम को पुलिस अधीक्षक कोओपेरेटिव सेल लखनऊ पर ही यथावत रखा गया है।
माफिया से मुक्त जमीन पर बनेंगे सरकारी आवास
अश्वनी उपाध्याय/बृजेश केसरवानी
लखनऊ/गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश सरकार कर्मचारियों को सस्ते आवास का तोहफा देने जा रही है। मुख्तार, अतीक और बदन सिंह बद्दो जैसे तमाम माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई भूमि पर योगी सरकार कर्मचारियों के लिए आवास बनाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवास विभाग को योजना का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है।
माफियाओं की ध्वस्त की गई अवैध हवेलियों पर गरीबों के आशियाने बनाने की तैयारी भी तेज कर दी गई है। शुक्रवार को अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में माफियाओं से खाली कराई गई जमीन पर गरीबों के आशियाने जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवास मूलभूत आवश्यकता है। हर परिवार को आवास मिलना ही चाहिए।
समूह ‘ग’ व ‘घ’ श्रेणी के कर्मचारियों को मिलेंगे मकान
माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए सरकार आवास बनाएगी। समूह ‘ग’ और ‘घ’ के कर्मचारियों के लिए भी सरकार मुक्त कराई गई भूमि पर सस्ते मकान बनाएगी। मुक्त हुई भूमि पर पत्रकारों और वकीलों के लिए भी सस्ते आवास तैयार किए जाने की योजना है। सीएम ने आवास विभाग को जल्द प्रस्ताव बना कर भेजने के निर्देश दिए हैं।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 मे क्रय नीति का हर हाल में पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होने सभी क्रय एजेन्सियों को निर्देश दिया कि किसी भी शिकायत को गम्भीरता से लेकर उसका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया जाय। उन्होने कहा कि आगामी 01 नवम्बर से प्रारम्भ हो रहे धान क्रय के लिए सभी क्रय केन्द्र प्रातः 9ः00 बजे तक अपने निर्धारित समय पर खुल जाने चाहिए।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने सभी क्रय एजेन्सियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करें कि सभी क्रय केन्द्र समय से खुले तथा क्रय केन्द्रों पर बैनर प्रदर्शित होना चाहिए एवं बैनर में एमएसपी एवं टोल फ्री नम्बर का प्रदर्शन स्पष्ट रूप से होना चाहिए। क्रय केन्द्र की दीवार पर आवश्यक सूचनाओं के साथ वॉल पेन्टिंग सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होने कहा कि वर्षा से धान की सुरक्षा हेतु पर्याप्त संख्या में केन्द्र पर क्रेट्स/त्रिपाल की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही क्रय केन्द्र पर धान की सफाई हेतु पॉवर डस्टर तथा विनोईंग फैन, दो जाली का छलना, दो इलेक्ट्रानिक कांटा एवं नमी मापक यंत्र की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि क्रय केन्द्र पर बांटमाप विभाग से अद्यतन मुद्रांकित/सत्यापित इलेक्ट्रानिक कांटा होना चाहिए तथा क्रय केन्द्र पर धान का मानक नमूना प्रदर्शित होना चाहिए। उन्होने कहा कि क्रय केन्द्र पर खरीद हेतु पर्याप्त संख्या में बोरे उपलब्धता होनी चाहिए। धान से भरे बोरों पर निर्धारित कोड का अंकन होना चाहिए। ई-पॉप मशीन से बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण द्वारा खरीद होनी चाहिए। उन्होने कहा कि क्रय केन्द्र पर जिन किसानों ने धान बिक्री किया है, उनको नियमित भुगतान करना सुनिश्चित करकें।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने निर्देश दिया कि क्रय केन्द्र प्रभारियों द्वारा किसानों के पंजीकरण प्रपत्र/आधार कार्ड/खतौनी/बैंक पासबुक की स्वप्रमाणित छायाप्रतियां एवं किसानों का मोबाइल नम्बर संरक्षित कराना सुनिश्चित करें। क्रय केन्द्र पर घटतौली या कम भुगतान की शिकायत होने पर शिकायत की जॉच कराकर शिकायत की पुष्टि होने के उपरान्त दोषी केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाये। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि/रा0 ने निर्देश दिया कि कोविड-19 के गाइड लाइन का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होने कहा कि प्रत्येक क्रय सेन्टर पर सेनेटाइजर/साबुन उपलब्ध होना चाहिए। इस अवसर पर जिला खाद्य विपणन अधिकारी गोविन्द कुमार उपाध्याय, सभी क्रय एजेन्सियों के प्रभारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
विभाग के मुताबिक राज्य के सभी नगर निकायों में मिलाकर करीब 1400 नदी घाट व तीन हजार तालाबों को साफ-सफाई कर सु²ढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं। उनके संपर्क पथों को भी ठीक करने की कवायद प्रारंभ कर दी गई है, जिससे छठव्रतियों को आने-जाने में कष्ट नहीं हो। सभी नगर निकायों के अधिकारियों को दीपावली तक छठ घाटों तालाबों, पोखरों की अच्छे से साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि नवंबर के दूसरे सप्ताह में छठ पर्व को देखते हुए दीपावली से लेकर छठ पर्व तक शहरी निकायों में विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया जाएगा। इधर, पटना नगर निगम क्षेत्र के सभी अंचल के कार्यपालक अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे चिह्न्ति पार्कों अस्थायी तालाबों को आठ नवंबर तक किसी भी हाल में महापर्व के लिए तैयार कर लें। इन स्थायी अस्थायी तालाबों में गंगा जल डाला जाएगा।
राज्य के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि छठ महापर्व में किसी प्रकार की दिक्कत व्रतियों को नहीं हो इसके मद्देनजर तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सड़कों सहित नदी घाटों, तालाबों को दुरूस्त कराया जा रहा है। इसके अलावे साफ-सफाई की भी व्यवस्था भी की जा रही है। यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है। इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है। ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी।
थाना दिवस पर फरियादियों की शिकायतें सुनी
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। मेजा कोतवाल थाना समाधान दिवस पर आज शनिवार को एसडीएम रेनु सिंह व तहसीलदार गजराज सिंह यादव द्वारा आए फरियादियों की शिकायतों को सुना गया। इस दौरान अधिकारीगणो ने आये हुए शिकायतों को बारी बारी से सुने और निष्पक्षता से निस्तारण के लिए संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। पुलिस से सम्बन्धित पत्रों का मौके पर ही निपटाया गया और शेष प्रकरणों में राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करने के निर्देश दिए गये अधिकांश शिकायते राजस्व से जुड़े थी।वहींं अधिकारियो ने कहा कि आप सभी शिकायतोकर्ता को भी मामले की कार्यवाही से अवगत करायेगे। वहींं पुलिस मामले की शिकायतो थाना प्रभारी पंकज त्रिपाठी द्वारा सुनकर सम्बन्धित पुलिस अधिकारीगणो को त्वरित निस्तारित करने हेतु निर्देश दिए गये। शिकायतो के निस्तारण में चौकी प्रभारी जेवनिया आशीष चौबे कोहड़ार जितेन्द्र कुमार राजपूत,एसआई अतुल मिश्र एसआई संजय कुमार का. अरविन्द चौबे कानूनगो मंसूरअली,राजकुमार, लेखपाल राजकरन संदीप अन्य राजस्व एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सहयोग किया गया।
'गंगा' की संरक्षा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यंग लाॅयर्स एसोसिएशन, हाईकोर्ट द्वारा ‘‘मोक्षदायिनी मां गंगा की अविरल एवं निर्मल धारा व इसकी संरक्षा’’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन उत्तर मध्य सांस्कृतिक केन्द्र में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय राज्यपाल, केरल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने प्रतिभाग किया। मा. न्यायमूर्ती श्री सुधीर अग्रवाल, सदस्य नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मा. राज्यपाल केरल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने अपने सम्बोधन में मोक्षदायिनी मां गंगा को अविरल एवं निर्मल बनाये रखने के लिए सभी लोगो से अपील की व सभी से इस कार्य में सहयोग का आह्वाहन किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न तरीके से मां गंगा प्रदूषित हो रही है। जिसमें सिर्फ विकास ही एक कारक नहीं है। बल्कि हमारे-आपके द्वारा भी लगातार मां गंगा को प्रदूषित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबको यह प्रण लेना चाहिए कि न तो हम मां गंगा को प्रदूषित करेंगे और न ही अपने सामने किसी और को प्रदूषित करने देंगे। हमें यह समझना होगा कि पृथ्वी से हमें उतना ही लेना चाहिए। जितना हम वापस कर सकें। मा.राज्यपाल जी ने कहा कि सिर्फ सरकार व एजेंसियों को कोसने से ही गंगा की सफाई नहीं हो जायेंगी बल्कि हमें खुद भी मां गंगा की अविरलता को बनाये रखने के लिए निःस्वार्थ भाव से गंगा जी की स्वच्छता के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने गंगा के किनारों पर बसने वाली आबादी से मां गंगा को स्वच्छ, निर्मल बनाने में साथ आने के लिए कहा, तभी गंगा की सफाई के कार्य में शत-प्रतिशत सफलता मिल पायेंगी। इस अवसर पर मा. न्यायमूर्ती श्री सुधीर अग्रवाल, सदस्य नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा कि जिस प्रकार लोग अपने घरों की साफ-सफाई निरंतर करते है। उसी प्रकार से हमें मोक्षदायिनी मां गंगा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए निरंतर साफ-सफाई का कार्य करना है। उन्होंने कहा कि हमें इस पर विचार करना होगा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये बिना विकास के कार्य कैसे कराये जा सकते है। उन्होंने कहा कि यह हमारा देश है और हमारी ही गंगा है। इसलिए इसे हमकों और आपको ही बचाना होगा। आज हम सब को यह प्रण लेना होगा कि हफ्ते में एक बार मां गंगा ही नहीं, जो भी आपके आस-पास पानी के श्रोत हो। वहां पर साफ-सफाई करेंगे। इस अवसर पर श्री नरेश चन्द्र राजवंशी, वरिष्ठ अधिवक्ता इलाहाबाद हाइकोर्ट ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर श्री संतोष कुमार त्रिपाठी, श्री जे.बी. सिंह, डाॅ. संतोष जैन, अधिवक्तागणों के अलावा अन्य लोग उपस्थित रहे।