शुक्रवार, 21 मार्च 2025

अयोध्या: 'सीएम' ने तैयारियों का जायजा लिया

अयोध्या: 'सीएम' ने तैयारियों का जायजा लिया 

संदीप मिश्र 
अयोध्या। सीएम योगी ने शुक्रवार को अयोध्या मंडल की समीक्षा बैठक में श्रीराम नवमी/श्रीराम जन्मोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि 30 मार्च से प्रारंभ हो रहे चैत्र नवरात्रि के दृष्टिगत सभी प्रमुख देवी मंदिरों व धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई और जनसुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में शीतल पेयजल, स्वच्छता, छाया एवं दर्शन मार्गों पर चटाई बिछाने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि होल्डिंग एरिया बनाकर श्रद्धालुओं के लिए लंगर/फलाहार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। 

महाकुंभ 2025 के अनुभव का होगा उपयोग 

मुख्यमंत्री ने अयोध्या मंडल की पुलिस एवं प्रशासनिक टीम द्वारा महाकुंभ 2025 के दौरान किए गए नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्रीराम नवमी मेले की तैयारियां महाकुंभ के अनुभवों के आधार पर की जाएं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में ई-बसों की व्यवस्था की जाए ताकि मंदिरों तक आसानी से पहुंचा जा सके। अयोध्या धाम में प्रवेश करते ही श्रद्धालु भक्तिमय वातावरण का अनुभव करें, इसके लिए राम धुन व भक्तिमय गीतों का प्रसारण किया जाएं। 

जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार और कानून व्यवस्था पर जोर 

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए 25-27 मार्च 2025 तक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इस दौरान त्रिदिवसीय मेले, प्रदर्शनी, विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया, जिन पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। 

सीएम ने वृहद स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया

सीएम ने वृहद स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया 

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में सिंचाई, लघु सिंचाई और ग्रामीण निर्माण विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवंर्द्धन के लिए वृहद स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जीवन और समृद्धि का आधार जल है। इसलिए, जल संचय और जलधाराओं, गाड़-गदेरों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएं। 

शहरी क्षेत्रों में वर्षा जल संचय के लिए मिलकर कार्य करें 

मुख्यमंत्री ने सिंचाई, लघु सिंचाई विभाग और नगर निगमों को शहरी क्षेत्र में वर्षा जल संचय के लिए मिलकर कार्य करने की बात कही। उन्होंने ग्राउंड वाटर रिचार्ज पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कार्यों के लिए पुरानी पंरपराओं को छोड़कर नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जाएं। 

जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं में तेजी लाने के निर्देश 

सिंचाई और लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज की समस्याओं के समाधान के लिए तेजी से कार्य किए जाएं और चैक डेम के निर्माण की दिशा में भी कार्य किए जाएं। 

सिंचाई नहरों के अधिकतम लाभ मिलें 

मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि सिंचाई की नहरों का अधिकतम फायदा लोगों को मिले। साथ ही राज्य के विभिन्न शहरों के ड्रेनेज प्लान के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग और खनन विभाग को नदियों और जलाशयों में जमा सिल्ट/गाद की निकासी के लिए बैठक आयोजित कर उचित समाधान निकालने के निर्देश दिए। बैठक में यह जानकारी दी गई कि जमरानी बांध बहुद्देशीय परियोजना को मार्च 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना में 3638 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत है, जिसमें से 678 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। सौंग बांध परियोजना पर भी कार्य गतिमान है, जिसका लक्ष्य मार्च 2030 तक पूरा करना है। बैठक में यह भी बताया गया कि मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना के तहत 61 सड़कों पर कार्य चल रहा है। 
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव श्री विनय शंकर पांडेय, सीपीपीजीजी के एसीईओ श्री मनोज पंत, उप सचिव श्री अजीत सिंह, श्री प्रदीप मोहन नौटियाल तथा संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थें। 

'साक्षरता एवं जागरूकता' शिविर का आयोजन

'साक्षरता एवं जागरूकता' शिविर का आयोजन 

सुबोध केसरवानी 
कौशाम्बी। विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शुक्रवार को विराट पशु गर्दभ मेला कड़ा के गर्दभ मेला मैदान में पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण एवं देखभाल विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। 
शिविर में डॉ. नरेन्द्र दिवाकर द्वारा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पशुओं को अनावश्यक पीड़ा या यातना पहुंचाने के निवारणार्थ और उस प्रयोजन के लिए पशुओं के संरक्षण हेतु पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 है। पशु मानव जीवन और सह-अस्तित्व के सबसे बड़े सहयोगी हैं इसलिए पशु स्वामियों का कर्तव्य है कि वे पशुओं को अनावश्यक पीड़ा न पहुंचाएं एवं उन्हें किसी के द्वारा पीड़ा पहुंचाने से रोकें व उनकी आवश्यक देखभाल करें। पशुओं के जीवन को संकटापन्न करने वाली किसी परिस्थिति में उनका परिवहन करना, उनके जीवन को संकटापन्न करने के आशय से भोजन पानी आदि का लोप करना, वह ऐसी अवधि के कठोर कारावास, जो अन्यून एक वर्ष होगी और जो सात वर्ष तक हो सकती है जुर्माना एक लाख रुपये होगा, और जो तीन लाख रुपये तक हो सकता है, से दण्डित किया जाएगा। पशु चिकित्साधिकारी कड़ा, कौशाम्बी डा. अनिल सिंह ने बताया कि अश्व प्रजाति के पशु सदैव मनुष्य के जीवन में सहयोगी रहे हैं। 
भार ढोने वाले पशुओं को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। ग्लैण्डर्स एन्ड फार्सी जैसी बीमारी लाइलाज है, इसमें पशु पालकों को पशु का ध्यान रखने की आवश्यकता है। क्योंकि, इससे पशुपालकों को भी खतरा हो सकता है। कोलिक अश्व में पेटदर्द की बीमारी है, इससे बचने के लिए दिन भर में 6 से 7 बार पानी पिलाकर व कीड़े मारने वाली दवा 6 माह के अन्तराल पर देते रहें। 

राम मंदिर: सीएम योगी ने 'राम लला' के दर्शन किए

राम मंदिर: सीएम योगी ने 'राम लला' के दर्शन किए 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर में राम लला के दर्शन किए और हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की। 
इसके बाद वे 'Timeless Ayodhya: Ayodhya Literature Festival' कार्यक्रम में भी शामिल हुए। अपने संबोधन में सीएम योगी ने अयोध्या और राम मंदिर से जुड़ी एक महत्वपूर्ण बात साझा की, जो अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। 
सीएम योगी ने कहा, "2017 में जब हमने अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन किया, तब हमारे मन में यह एकमात्र विचार था कि अयोध्या को उसकी असली पहचान मिलनी चाहिए और उसे वह सम्मान मिलना चाहिए, जिसके वह हकदार हैं।" 
बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अपने राजनीतिक भविष्य पर बात करते हुए कहा था कि मैं कोई वारिस नहीं, बस एक योगी हूं। उन्होंने गोरखपुर लौटने की इच्छा जताते हुए अपने "योगी धर्म" को आगे बढ़ाने की बात कही थी। 

सत्ता भी गंवानी पड़े तो... 

सीएम ने आगे कहा, "जब अयोध्या जाने का विचार पहली बार सामने आया, तो यह एक आंतरिक संघर्ष था। मेरी तीन पीढ़ियां श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित थीं, और मुझे इससे कोई समस्या नहीं थी। लेकिन नौकरशाही में कुछ लोग ऐसे थे, जो मानते थे कि मुख्यमंत्री के रूप में अयोध्या जाना विवाद पैदा कर सकता है। मैंने कहा, 'अगर विवाद होता है, तो होने दीजिए। लेकिन, अयोध्या के बारे में सोचने की जरूरत तो है।'" 
उन्होंने यह भी कहा, "कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अगर आप अयोध्या जाएंगे, तो राम मंदिर का मुद्दा फिर से उठेगा। मैंने जवाब दिया, 'क्या हम सत्ता के लिए आए हैं? अगर राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ी, तो भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।'" सीएम योगी ने बताया, "मैंने अपने सलाहकार अवनीश अवस्थी से कहा कि वह अयोध्या जाकर दीपोत्सव का आयोजन कैसे किया जा सकता है, इसका अध्ययन करें। उन्होंने यहां आकर सर्वे किया और कहा कि दीपोत्सव का आयोजन निश्चित रूप से होना चाहिए। मैंने सवाल किया, 'अगर हम दीपोत्सव करेंगे, तो क्या राम मंदिर का मुद्दा फिर उठेगा ?' उन्होंने कहा कि हम सभी से बात करेंगे और सभी का सकारात्मक दृष्टिकोण होगा।"आज, अयोध्या का दीपोत्सव न केवल दीपावली के एक दिन पहले एक धार्मिक आयोजन बन चुका है, बल्कि यह अयोध्या का एक सांस्कृतिक और सामाजिक पर्व भी बन गया है, जिसे हर वर्ग ने अपनाया है। 

CM ने गोरखपुर लौटने की जताई थी इच्छा 

इस महीने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर खुलकर बात की थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बीजेपी के राजनीतिक वारिस के रूप में खुद को देखते हैं, तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि वह किसी वारिस से अधिक भारत माता के सेवक हैं और अपना कार्य उसी भूमिका में करना चाहते हैं। इस दौरान, उन्होंने गोरखपुर जाने की इच्छा भी जताई, और कहा कि अगर मौका मिला तो वह अपनी "योगी धर्म" को आगे बढ़ाने के लिए गोरखपुर लौटना चाहेंगे। 

दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ

दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। भोपा रोड स्थित एस0डी0 काॅलेज ऑफ फार्मेसी एण्ड वोकेशनल स्टडीज, मुजफ्फरनगर के प्रांगण में दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता 2025 का शुभारंभ हुआ। 
इस अवसर पर काॅलेज निदेशक डाॅ. अरविन्द कुमार ने कार्यक्रम का शुभारंभ रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़कर और कबूतर उड़ाकर किया गया, जो शांति और ऊर्जा का प्रतीक था। इन खेलों के उत्सव में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। 
कार्यक्रम में क्रिकेट, बैडमिंटन, खो-खो, टग ऑफ वॉर, लूडो, कैरम और शतरंज जैसी विभिन्न खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिससे छात्रों में खेल के प्रति रुचि और जोश देखने को मिला। इस अवसर पर कॉलेज निदेशक डा0 अरविन्द कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होते हैं, बल्कि अनुशासन और टीम वर्क की भावना को भी बढ़ाते हैं। उन्होंने छात्रों को खेलों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। सभी प्रतिभागियों की खेल भावना की सराहना की गई। यह आयोजन कॉलेज प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों के सहयोग से सफलतापूर्वक मनाया गया। खेलों को अधिक से अधिक बढावा देेने के लिए भविष्य में ऐसे ही बाह्य एवं आन्तिरिक शिक्षण संस्थाओं के बीच समय-समय पर प्रतियोगिताएं करवाने में यथा सम्भव सहयोग देने को कहा। आज दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के प्रथम दिवस पर सभी सहभागियों ने अपनी-अपनी प्रतिभा का लीग मैच में अच्छा प्रर्दशन करते हुए फाईनल रांउड के लिए अपनी जगह पक्की की। फाईनल विजताओं के नाम दिनांक 22.3.2025 को र्निणायक समीति द्वारा घोषित किए जाएंगे। 
इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी पदाधिकारीगण एवं स्टाॅफ, डा0 वैशाली, डा0 भुवनेन्द्र सिंह, डाॅ निशा सिंह, डाॅ पोपिन, डाॅ मंयक चितरांश, मीनू देवी, रितू कौशिक, आसिफ खान, दीपिका, संजीव रतन तिवारी, कुलदीप सैनी, मौ0 जूबैर, मिनाता, नसीम अहमद, मुबास्सिर, अंशु पंवार, निदा बेबी, सुबोध कुमार, विनय कुमार, सना जैदी, सोनू कुमार, अक्षय वर्मा, एलिश, अमन, स्मृति माथूर, आस्था, उत्सव गर्ग, आरिफ चैधरी, अश्वनी कुमार आदि उपस्थित रहें। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-81, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. शनिवार, मार्च 22, 2024

3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम- 28 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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