'राष्ट्रपति' ने विकास के प्रति दृष्टिकोण स्पष्ट किया
अखिलेश पांडेय
औगाडौगू। वर्तमान में वैश्विक वातावरण अस्थिर हो रहा है। कई देशों में कट्टरपंथी मजबूत हो रहे हैं। इसलिए, धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है। साथ ही, धर्म के नाम पर समाज में दरार पैदा की जा रही है। दुनिया में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, ऐसे में बुर्किना फासो के राष्ट्रपति इब्राहिम ट्राओरे ने अपनी दृढ़ता दिखाते हुए विकास के प्रति अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है।
इब्राहिम ट्राओरे ने सऊदी अरब द्वारा उनके देश में 200 मस्जिदें बनाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इसके बजाय, ट्राओरे ने सुझाव दिया कि सऊदी अरब को स्कूलों, अस्पतालों या व्यवसायों में निवेश करना चाहिए, जिससे बुर्किना फासो के लोगों के लिए रोजगार पैदा हो सकें।
इस बारे में ट्राओरे ने कहा कि बुर्किना फासो में पहले से ही कई खाली मस्जिदें हैं और देश को वास्तव में विकास और प्रगति की आवश्यकता है। हमारे देश ने बहुत नुकसान उठाया है और अब इन सभी समस्याओं से उबरकर स्वतंत्रता वापस पाने की आवश्यकता है। यह निर्णय बुर्किना फासो के विकास के लिए ट्राओरे के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक विकास को प्राथमिकता देता है। उनके नेतृत्व में, देश सतत विकास और समावेशी प्रशासन की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है।