भारत में 'एचएमपीवी' के 2 मामलें सामने आए
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की भयानक महामारी को लोग अभी तक नहीं भूल पाए हैं। कोरोना का वो प्रकोप आज भी जब लोगों के जहन में आता है, तो लोग सिहर उठते हैं। इस वायरस ने देश में लाखों लोगों की जान ले ली थी। साथ ही दुनियाभर के अन्य देशों में भी भारी संख्या में लोग अपनी जान गवां बैठे थे। कोरोना वायरस की शुरुवात चीन से हुई थी। जिसके बाद ये भारत समेत और देशों में तेजी से फैल गया था। वहीं, इस कोरोना वायरस के बाद अब चीन में एक और वायरस तेजी से फैल रहा है।
दरअसल, चीन में इन दिनों ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का कहर मचा हुआ है। इस वायरस के बीच चीन से ऐसे कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं। जिनमें श्मशान में शवों के ढेर और अस्पतालों में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई भारी संख्या दिखाई जा रही है। हालांकि, कोरोना वायरस की तरह ही चीन यहां भी झूठ बोलने और सब कुछ नकारने को तैयार बैठा हुआ है। चीन ने ये वीडियो खारिज किए हैं और कहा है कि, अस्पतालों में जो मरीज बढ़े हुए हैं। वो सर्दी और बदलते मौसम से बीमार लोग हैं।
चीन में फैले HMPV वायरस के भारत में आएं 2 मामलें
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के तेजी से फैलने के बाद भारत में भी पहली बार इसके 2 मामले सामने आए हैं। ये दोनों ही मामले बेंगलुरु में मिले हैं। दोनों ही मामले 2 नवजात बच्चों से संबन्धित हैं। बताया जाता है कि, एक मामले में 8 महीने का एक बच्चा HMPV वायरस से संक्रमित मिला है तो वहीं दूसरे मामले में एक 3 महीने का बच्चा HMPV वायरस से संक्रमित पाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों मामलों की केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पुष्टि की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जानकारी दी गई है कि, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के दो मामलों का पता लगाया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारी लैब में दोनों बच्चे के टेस्ट नहीं हुए हैं। एक निजी हॉस्पिटल में टेस्ट के बाद दोनों मामलों की रिपोर्ट आई है।दोनों बच्चे बेंगलुरु के बैपटिस्ट हॉस्पिटल में भर्ती थे। इनकी कोई भी इंटरनेशनल ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
HMPV वायरस पर केंद्र सरकार अलर्ट
चीन में HMPV मामलों में वृद्धि के बीच भारत में ये दोनों मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। ऐसे में बेहद गंभीरता सतर्कता के साथ आगे बढ्ने की जरूरत है। इसे कोरोना वायरस की तरह न फैलने दिया जाये। छोटी से छोटी सावधानी बरतने की जरूरत अगर हो तो वह बरती जाएं। चीन में फैले इस HMPV वायरस विशिष्ट स्ट्रेन क्या है। इसके बारे में अभी तक पता नहीं चला है। दरअसल इस वायरस के प्रसार पर चीन की तरफ से बहुत ज्यादा डेटा सामने नहीं पा आ रहा है। फिलहाल, HMPV वायरस पर केंद्र सरकार अलर्ट नजर आ रही है। वहीं महाराष्ट्र सरकार की तरफ से तो HMPV वायरस पर खास हिदायतें भी जारी कर दी गईं हैं। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत सहित दुनियाभर में एचएमपीवी के केस पहले से ही सामने आ रहे हैं। लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। HMPV आमतौर पर बच्चों और बुजुर्गों में ही ज्यादा डिटेक्ट होता है। सभी फ्लू सैंपल में से करीब 0.7 फीसदी HMPV के होते हैं। यह बताया जा रहा है कि, HMPV कोई नया वायरस नहीं है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। इसे सबसे पहले 2001 में डिटेक्ट किया गया था।
HMPV वायरस के क्या हैं लक्षण ?
HMPV वायरस के लक्षणों की बात करें तो शुरुवाती लक्षण काफी हद तक फ्लू जैसे होते हैं। यानि इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम और खांसी के समान होते हैं। नाका बहना, नाक बंद होना, खांसी आना, घरघराहट होना, गले में खराश और इस वायरस के गंभीर मामलों में संक्रमित मरीजों को सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है। ज़्यादातर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में HMPV का संक्रमण गंभीर हो सकता है। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में यह वायरस जोखिम का कारण बन सकता है।
HMPV वायरस पर बहुत विस्तार से अभी जानकारी तो नहीं है लेकिन बताया जाता है कि, ये लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के तीन से छह दिन बाद दिखाई देते हैं। यानि HMPV वायरस के किसी संक्रमित के खांसने या छींकने से भी ये वायरस फैल सकता है। एचएमपीवी के कारण गंभीर बीमारी के लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। बता दें कि, चीन के बाद इस HMPV वायरस के मामले भारत में मिलने पर लोगों की चिंताएं सामने आने लगीं हैं। कई बड़ी और राजनीतिक हस्तियां भी इसे लेकर केंद्र सरकार को संबन्धित ठोस कदम उठाने को कह रहीं हैं।
HMPV वायरस पर केजरीवाल ने जाहिर की चिंता
इधर दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस पर चिंता जाहिर की है और केंद्र सरकार से भी समय रहते सतर्क रहने की गुजारिश की है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा- ''HMPV वायरस के प्रकोप ने केंद्र से तत्काल ध्यान देने की मांग की है। COVID के साथ हमारे अनुभव से, ऐसे मामलों को जल्दी से जल्दी रोकना और संभावित रूप से एक और स्वास्थ्य आपातकाल बनने से निपटने के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है।''