'पीएम' मोदी ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता को पत्र लिखा
अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स मंगलवार की शाम धरती पर लौट रही हैं। वह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर असामान्य रूप से लंबे समय तक रहने के बाद वापस आ रही हैं। पूरी दुनिया की नजर उनकी सुरक्षित वापसी पर है। इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम एक भावुक पत्र लिखकर देश के 1.4 अरब लोगों की भावनाओं को व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने अपने इस पत्र में लिखा है कि भले ही आप हमसे हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिल के करीब हैं। यह पत्र अंतरिक्ष यात्री माइक मासिमिनो के माध्यम से सुनीता तक पहुंचाया गया है, जिनसे पीएम मोदी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में मुलाकात की थी।
पत्र में पीएम मोदी ने सुनीता के लिए शक्ति और साहस की कामना करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना की है. उन्होंने लिखा कि आप भारत की आन, बान और शान हैं.आपकी उपलब्धियां हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं.
नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आने वाला अंतरिक्ष यान कुछ ही घंटों में आईएसएस से अलग होगा और मंगलवार शाम 5:57 बजे (अमेरिकी समयानुसार) फ्लोरिडा के समुद्र में उतरेगा। भारतीय समय के अनुसार, यह बुधवार तड़के करीब 3 बजे होगा। ड्रैगन नामक इस अंतरिक्ष यान का दल रात 11:15 बजे (अमेरिकी समयानुसार) यानी भारत में मंगलवार सुबह 8:45 बजे आईएसएस से अलग होने और हैच बंद करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। नासा अपने स्पेसएक्स कार्यक्रम के तहत इस वापसी यात्रा का सीधा प्रसारण करेगा। यह नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का संयुक्त मिशन है, जिसे "स्पेसएक्स क्रू 9" कहा जाता है। सुनीता विलियम्स और बैरी "बुच" विल्मोर की यह यात्रा वास्तव में 10 महीने पहले पूरी होनी थी। उन्हें आठ दिन के मिशन के बाद वापस आना था, लेकिन तकनीकी कारणों से उनकी वापसी में देरी हो गई।
स्पेसएक्स के फाउंडर एलन मस्क ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि वह दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही वापस ला सकते थे, लेकिन राजनीतिक कारणों से उनकी वापसी रोकी गई। हाल ही में फॉक्स न्यूज पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में मस्क ने कहा, "उन्हें राजनीतिक कारणों से वहां छोड़ दिया गया, जो अच्छा नहीं है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.