शुक्रवार, 15 नवंबर 2024

सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की

सीएम धामी ने 'गुरुद्वारे' में मत्था टेका, प्रार्थना की 

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर रेसकोर्स, देहरादून स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेक कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गुरूनानक देव ने हमें सच्चाई, न्याय और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा दी है। उनके उपदेश हमें समाज में भाईचारा, सद्भाव और एकता को बढावा देने की भी प्रेरणा देते हैं। इस पावन अवसर पर हमें गुरुनानक देव के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेना होगा। इस अवसर पर विधायक विनोद चमोली भी मौजूद थे। 

हम लोग कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे, साथ रहेंगे

हम लोग कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे, साथ रहेंगे 

अविनाश श्रीवास्तव 
जमुई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सार्वजनिक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एकबार फिर से भरोसा दिलाया कि हम लोग अब कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे, साथ रहेंगे। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार अपनी गलती स्वीकार कर रहे थे, तब मंच पर बैठे प्रधानमंत्री मोदी मुस्कुरा रहे थे। 
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बिहार के जमुई पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास का तोहफा लोगों को दिया। 
इस दौरान मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहे। नीतीश कुमार ने लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि हम लोग सब दिन के लिए इनके (भाजपा) साथ रहेंगे। 
उन्होंने कहा, “बीच में गलती हुई, बीच में गलती कर दिया हम ही लोगों के यहां का कुछ लोग, गलती करवा दिया। हम लोगों ने अब तय कर लिया है कि कहीं नहीं जाएंगे। हम लोग तो अटल बिहारी वाजपेयी के साथ थे। उनकी सरकार में थे। बीच में बेमतलब का काम कर दिया। इधर-उधर कर दिया सब। अब यह संभव नहीं है। अब कभी नहीं इधर-उधर जाएंगे।” 
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1995 से हम लोग साथ हैं, तब से साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अब हम लोग इधर-उधर नहीं जाएंगे। पूरे तौर पर इनके साथ रहेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी पूरे देश का काम कर रहे हैं और बिहार के लिए भी काफी कुछ किया है। ये जहां कहीं भी जाते हैं और भी कुछ करवा देते हैं। इनका स्वागत है, अभिनंदन है।” उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, एनडीए में आने से पूर्व महागठबंधन के साथ चली गई थी। फिर से एनडीए में आने के बाद नीतीश कुमार कई बार सार्वजनिक मंचों से यह कह चुके हैं कि अब उनकी पार्टी कभी महागठबंधन के साथ नहीं जाएगी। 

'गंगा स्नान' मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा

'गंगा स्नान' मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर जनपद की तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में लगे गंगा स्नान मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त किया है। 
शुक्रवार को जनपद मुजफ्फरनगर की तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में श्रद्धालुओं का गंगा स्नान के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों भक्तों ने कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर लगाए गए गंगा स्नान मेले के मुख्य स्नान के अवसर पर गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य हासिल किया है। मुख्य स्नान देर रात से ही शुरू हो गया था, जो अभी तक लगातार उसी गति के साथ चल रहा है। गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु बृहस्पतिवार को से ही तीर्थ नगरी में पहुंचना शुरू हो गए थे। सुखदेव आश्रम स्थित प्राचीन वट वृक्ष और सप्त ऋषि भगवान श्री कृष्ण मंदिर श्रद्धालुओं के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 
शुकतीर्थ में गणेश धाम, हनुमत धाम, दंडी धाम, शिव धाम, दुर्गा धाम, पीतांबरा धाम आदि मंदिरों में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचकर भगवान का दर्शन पूजन कर रहे हैं। 

29 मार्च और 21 सितंबर को लगेगा 'चंद्र ग्रहण'

29 मार्च और 21 सितंबर को लगेगा 'चंद्र ग्रहण' 

सरस्वती उपाध्याय 
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों और नक्षत्रों की तरह ग्रहण का बड़ा महत्व माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से ग्रहण को महत्वपूर्ण माना गया है। जब भी कोई ग्रहण लगता है, तो उस घटना को खगोलीय घटनाओं में एक माना जाता है। साल 2024 की तरह 2025 में दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। साल 2025 में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च और दूसरा 21 सितंबर को लगेगा। ये दोनों आंशिक सूर्य ग्रहण होंगे, ऐसे में ये दोनों भी भारत में नहीं दिखाई देंगे। इसलिए, इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। जिन देशों पर यह ग्रहण दिखाई देगा, वहां सूतक ग्रहण के 12 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा। 

कब लगता है सूर्य ग्रहण ? 

ज्योतिष के मुताबिक, जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है, तो सूर्य ग्रहण लगता है।
जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक लाइन में सीधे नहीं होते। इस कारण चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ही ढक पाता है, वही अन्य सूर्य ग्रहण में लोकेशन के कारण भी आंशिक सूर्य ग्रहण दिखता है। 
वलयाकार सूर्य ग्रहण तब लगता है, जब चंद्रमा पृथ्वी से दूर हो। तब यह पूरी तरह सूर्य को ढक नहीं पाता, जिस कारण हमें सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान में एक ‘आग की रिंग’ दिखती है। हाइब्रिड सूर्य ग्रहण को वलयाकार-पूर्ण ग्रहण कहा जाता है। इसमें यह सूर्य को पूरी तरह ढंकता है, लेकिन कुछ हिस्सा खुला रह जाता है।
अगले साल 2025 मार्च/ सितंबर में लगेंगे सूर्य ग्रहण
साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा।भारतीय समयानुसार 2 : 20 मिनट पर शुरू होगा और 6 बजकर 13 मिनट पर समाप्त होगा। यूरोप, एशिया के कुछ हिस्से, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर में दिखेगा।भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए, इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। 
2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को होगा और यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। ग्रहण की शुरुआत रात 10 बजकर 59 मिनट पर होगी और यह 22 सितंबर की तड़के सुबह 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। यह भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा। 

ग्रहण में क्या करें और क्या नहीं ? 

ग्रहण के सूतक काल में पूजा पाठ बंद कर देना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के अवधि के दौरान घर के पूजा वाले स्थान को पर्दे से ढक दें।
भूलकर भी देवी-देवताओं की पूजा न करें। सूर्य ग्रहण के दौरान खाना-पीना बिल्कुल न खाएं। 
खाद्य पदार्थों में तुलसी के पत्ते डालकर रख दें।
ग्रहण की समाप्ति के बाद घर और पूजा स्थल को गंगाजल का छिड़काव करके शुद्ध किया जाता है।
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही ग्रहण देखना चाहिए। 

'मसाले वाली चाय' पीना बेहद फायदेमंद, जानिए

'मसाले वाली चाय' पीना बेहद फायदेमंद, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
पूरे भारत में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। लोग अब कंबल और रजाई का इस्तेमाल करने लगे हैं। सर्दी आने के साथ ही लोग चाय पीना शुरू कर देते हैं। कुछ लोगों के लिए चाय उनका पहला प्यार जैसा होता है। इस पर लोग तरह-तरह की शायरियां भी लिखते हैं। इसे पीने से दिमाग को आराम मिलता है और एक रिफ्रेशमेंट के साथ एनर्जेटिक तरीके से काम में भी मन लगता है। 
सर्दियों में मसाले वाली चाय पीना सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इससे शरीर को गर्माहट मिलती है, तो वहीं इसके कई औषधीय गुण भी होते हैं। अगर चाय में अदरक, इलायची, लौंग, दालचीनी और तुलसी जैसे मसाले का इस्तेमाल किया जाता है। 

इम्युनिटी पावर होगी मजबूत... 

इससे बॉडी की इम्युनिटी पावर काफी अधिक स्ट्रॉन्ग होती है और सर्दी में बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी मिलती है। मसाला चाय में कुछ खास मसाले का इस्तेमाल किया जाता है। सबसे पहले चाय के बर्तन में पानी को गर्म कर लें। फिर इसमें दूध डाल दें। अब चाय पत्ती के साथ-साथ इसमें इलायची, दालचीनी, लौंग, अदरक, काली मिर्च, तेज पत्ता जैसे मसाल डाल दें। इससे न केवल स्वाद बढ़ेगा, बल्कि इससे सेहत को भी काफी ज्यादा फायदा पहुंचेगा। इसके अलावा, आप इसमें स्वाद अनुसार चीनी डाल सकते हैं। इस सर्दी के मौसम में 2 टाइम गरमा-गरम पी सकते हैं। 

मिलेंगे ये फायदे... 

मसालेदार चाय पीने से दिनभर की थकान चुटकियों में दूर हो सकती है, क्योंकि इसमें मौजूद टेनिस शरीर को बहुत ही ज्यादा रिलैक्स पहुंचती है। इसे पहले की तरह सामान्य करती है। ठंडियों में मसाला वाली चाय पीने से आपके अंदर एनर्जी आएगी। साथ ही आपकी इम्युनिटी पावर भी बूस्ट होगी। 
अगर किसी को सर्दी की बहुत ज्यादा शिकायत है, तो उसे अवश्य ही इस मौसम में मसालेदार चाय पीनी चाहिए। इससे शरीर को ठंड से लड़ने की ताकत मिलती है। मौसमी बीमारियों से राहत पहुंचता है। मसालेदार चाय में मौजूद कैटाक्यून तत्व शरीर को बचाता है।
यदि कोई डायबिटीज पेशेंट है, तो उसके लिए भी सर्दियों के मौसम में मसालेदार चाय काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इससे शुगर लेवल कंट्रोल हो जाता है और यह मीठे की क्रेविंग को काम करती है। इसलिए अपनी डेली डाइट में मसालेदार चाय अवश्य शामिल करें। 
सर्दियों के मौसम में अक्सर शरीर में दर्द और गठन जैसी समस्याएं आती है। यह फिर चलने फिरने में पर दिखने लगते हैं। जमीन पर पांव रखने का मन नहीं करता, ऐसे लोगों को मसालेदार चाय जरूर पीनी चाहिए। यह सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही, दर्द से भी छुटकारा मिल जाता है। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-333, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. शनिवार, नवंबर 16, 2024

3. शक-1945, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम- 22 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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