अक्टूबर से दिसंबर तक शादी समारोहों पर रोक
अखिलेश पांडेय
लाहौर। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार ने स्मॉग पर नियंत्रण के लिए एक नई नीति लागू की है, जिसके तहत अब हर साल अक्टूबर से दिसंबर तक शादी समारोहों पर सख्त प्रतिबंध रहेगा। यह नीति लाहौर हाई कोर्ट में पेश की गई, जिसमें बताया गया कि शादी समारोहों से ट्रैफिक और ऊर्जा की खपत बढ़ती है, जो प्रदूषण में अहम भूमिका निभाती है। पंजाब के एडवोकेट जनरल ने कोर्ट को जानकारी दी कि इस बार पहली बार स्मॉग नियंत्रण के लिए विशेष बजट निर्धारित किया गया है। कोर्ट ने इन कदमों की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रशासन पहले की सरकारों से अधिक प्रभावी तरीके से काम कर रहा है।
इस नीति के तहत किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए सुपर सीडर मशीनें वितरित की जाएंगी, जो पराली जलाने की बजाय उसे खेत में नष्ट कर देती हैं, जिससे स्मॉग में कमी हो सके। कोर्ट ने सुझाव दिया कि शादी समारोहों में एक व्यंजन की व्यवस्था लागू की जाए और शादी के कार्यक्रमों की संख्या भी सीमित की जाए। कोर्ट ने वैश्विक उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि कई देशों में शाम 5 बजे तक ही व्यवसायिक गतिविधियां बंद कर दी जाती हैं, ताकि प्रदूषण कम हो। जबकि, पाकिस्तान में देर रात तक बाजार खुले रहते हैं। लाहौर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है, जिससे जनता को बाहर निकलने से बचने और मास्क तथा एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
विशेषज्ञों ने पीएम 2.5 प्रदूषकों के कारण स्वास्थ्य पर पड़ रहे गंभीर असर को देखते हुए सरकार से दीर्घकालिक स्मॉग नियंत्रण रणनीति बनाने की मांग की है। बता दें कि गंभीर प्रदूषण से जूझ रही पाकिस्तानी पंजाब की राजधानी लाहौर की जहरीली धुंध अब अंतरिक्ष से भी दिखाई देने लगी है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा उपग्रह से ली गई तस्वीरों में यह स्थिति दिखाई दी है। पाकिस्तान में मुल्तान और इस्लामाबाद जैसे कई शहरों में धुंध छाई है। मुल्तान देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया, जिससे प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए प्रयासरत अधिकारी भी असमंजस में पड़ गए।