गुरुवार, 21 मार्च 2024
आयुक्त व डीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
पेट्रोल-डीजल में पानी मिलाकर बेचने का आरोप
चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी को अलविदा: धोनी
शख्स ने लाल कोबरा ढूंढ निकाला, वायरल
शख्स ने लाल कोबरा ढूंढ निकाला, वायरल
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। दुनियाभर में कई ऐसे जीव है, जो दुर्लभ है। ऐसे कई जीव है, जो बहुत रेयर दिखाई देते है। जब ये दीखते है तो लोग उसपर यकीन ही नहीं करते। ऐसे में भारत में एक शख्स ने लाल कोबरा ढूंढ निकाला है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रही है। जिसमें लाल कोबरा नज़र आ रहा है। लोग इस वीडियो पर संदेह कर रहे है। ऐसे में चलिए जानते है की आखिर ये कोनसा सांप है। अगर ये कोबरा है तो ये लाल क्यों है? चलिए जानते है वायरल वीडियो की सच्चाई।@snake_fraind पर सापों से जुडी वीडियो पोस्ट की जाती है। इस अकाउंट से हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया गया है। जिसमें एक व्यक्ति लाल रंग का सांप (Red cobra video fake or real) पकड़ रहा है।
जैसी ही व्यक्ति पीछे से सांप को पकड़ता है वो एक दम से आप फन फैलाता है। जिसे देखकर पता चलता है की ये कोबरा सांप है। पर हैरान कर देने वाली बात इस कोबरा सांप का रंग है। जो की लाल है। ये वीडियो फेक है या नहीं इसकी हम पुष्टि नहीं करते। लेकिन आपको बता दें की दुनिया में लाल रंग का कोबरा पाया जाता है। ये रेयर प्रजाति का होता है। इसे रेड स्पिटिंग कोबरा कहते है।
दुर्लभ प्रजाति है रेड स्पिटिंग कोबरा
रेड स्पिटिंग कोबरा एक दुर्लभ प्रजाति है। ये अफ्रीका में पाए जाते है। रेड स्पिटिंग कोबरा का साइंटिफिक नाम Naja pallida है। ये सांप तंजानिया, यूगांडा, सुडान आदि इलाकों में देखने को मिलते है। ये सांप अपना जहर थूकते हैं। इसी वजह से इनका नाम ऐसा पड़ा है। हालांकि वीडियो देखने पर ये आम कोबरा ही लग रहा है। जिसके ऊपर लाल रंग कर दिया हो। रेड स्पिटिंग कोबरा से वीडियो वाला सांप काफी अलग है।
वीडियो को लोगों ने बताया फेक
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रही है। इस वीडियो को अब तक लाखों लोगों ने देख लिया है। वीडियो को फेक बताते हुए लोग सवाल खड़े कर रहे है।
22 अप्रैल तक जवाब दाखिल करें ईडी: एचसी
22 अप्रैल तक जवाब दाखिल करें ईडी: एचसी
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की। जिस पर कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मुख्यमंत्री को झटका देते हुए गिरफ्तारी से राहत नहीं दी है। वहीं कोर्ट ने ईडी को 22 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल की याचिका पर कोर्ट में 2:30 बजे के बाद दोबारा से सुनवाई शुरू हुई। कोर्ट में ईडी की तरफ स पेश हुए एएसजी एवी राजू से पूछा कि आपने एक के बाद एक समन क्यों जारी किए। राजू ने कहा कि हमने नहीं कहा कि हम गिरफ्तार करने जा रहे हैं। आप आएं और जांच में शामिल हों। यहां शक्ति है। हम गिरफ्तार भी कर सकते हैं और नहीं भी। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ मामले की सुनवाई कर रही है।। दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी अब तक उन्हें नौ समन जारी कर चुकी है। केजरीवाल को ईडी ने आज पूछताछ के लिए बुलाया है। कल दिल्ली हाईकोर्ट में उनके मामले की सुनवाई के दौरान उनके वकीलों ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाती है तो वे पेश होने के लिए तैयार हैं।
कोर्ट में सुनवाई को दौरान ईडी की ओर से एएसजी एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल की इस एप्लीकेशन को मुख्य मामले के साथ ही सुना जाना चाहिए। इस पर आज सुनवाई नहीं हो सकती, इसे मुख्य मामले के साथ ही सुनना चाहिए। उधर, केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईडी जवाब दाखिल करने में चाहे जितना समय ले, केजरीवाल के खिलाफ तब तक कोई भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी समन में यह नहीं बताया गया की केजरीवाल को पूछताछ के लिए आरोपी, गवाह, या सीएम के तौर पर बुलाया जा रहा है।
उच्च न्यायालय ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा। वहीं, सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केजरीवाल के वकील वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि सीएम पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने क्यों नहीं पेश हो रहे हैं।
सिंघवी ने जवाब दिया कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाए तो मुख्यमंत्री पेश होने के लिए तैयार हैं। पीठ ने पूछा आप देश के नागरिक हैं, समन केवल नाम के लिए है। आप पेश क्यों नहीं होते। पीठ ने वरिष्ठ वकील से पूछा ईडी द्वारा सामान्य प्रथा क्या है और क्या यह पहले समन पर ही लोगों को गिरफ्तार कर लेती है।
सिंघवी ने कहा कि आप नेता मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को भी एजेंसी ने इसी तरह गिरफ्तार किया था। यह नई शैली है। इस बीच ईडी की और ससेपेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। केजरीवाल का कहना है कि वे ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं। अगर जांच एजेंसी आश्वासन दे कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा या फिर हाईकोर्ट को आदेश देना होना कि उनके खिलाफ किसी तरह की दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा, ‘यह साफ है कि ईडी एक स्वतंत्र जांच एजेंसी नहीं है बल्कि भाजपा का एक राजनैतिक हथियार है। ईडी अरविंद केजरीवाल को जांच में भागीदारी के लिए बल्कि उन्हें गिरफ़्तार करने के लिए बुला रही है। भाजपा चाहती है लोकसभा चुनाव में केजरीवाल चुनाव प्रचार न कर पाएं। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘पहले दिन से यह साफ है कि ईडी को पूछताछ से मतलब नहीं है। कई जगह छापे पड़े लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। अदालत में आज अर्जी डाली गई है कि अदालत गिरफ़्तारी या इस प्रकार के किसी भी एक्शन पर रोक लगाए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘कल भी न्यायालय ने स्पष्ट किया था आपको(अरविंद केजरीवाल) जांच एजेंसी में सहयोग करना चाहिए, इसके बावजूद केजरीवाल जी ऐसा बर्ताव कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि वे शराब घोटाले में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने कहा, अरविंद केजरीवाल सभी को नसीहत देते थे और अपनी कट्टर ईमानदारी का बखान करते थे। PMLA एक्ट के तहत जब भी समन जाता है तो आपको एजेंसी के सामने पेश होना होता है। क्या, चोर की दाढ़ी में तिनके वाली बात है? इसलिए अरविंद केजवीराल इतना डर रहे हैं।
ठगी के मामले मे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
ठगी के मामले मे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
विजय भाटी
गौतमबुद्ध नगर। तीन हजार से अधिक फर्जी फर्म बनाकर 15 हजार करोड़ से ज्यादा की ठगी के मामले में पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार हरियाणा के सोनीपत निवासी अजय शर्मा और संजय जिंदल मेटल कारोबारी हैं। दोनों पर 25-25 हजार का रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
आरोपी संजय जिंदल मेसर्स एएस ब्राउनी मेटल एंड एलॉय प्राइवेट लिमिटेड और अजय शर्मा मेसर्स क्रिस्टल मेटल इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों पूरे जीएसटी फ्राड मामले के मास्टरमाइंड हैं। दोनों अरबपति आरोपी स्क्रैप का भी कारोबार करते हैं। डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी के मुताबिक जांच में संजय जिंदल के करीब 17 करोड़ रुपये और अजय शर्मा के 8.5 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई थी। संजय ने अपनी कंपनी की आड़ में 20 से अधिक फर्जी फर्म बनाई थी। वहीं अजय ने छह फर्जी फर्म बनाकर आईटीसी फर्जीवाड़ा किया। नोएडा पुलिस ने मई 2023 में फर्जी फर्म बनाकर 15 हजार करोड़ रुपये के फ्रॉड मामले का खुलासा किया था।
जीएसटी फ्रॉड मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है। क्राइम ब्रांच व स्थानीय पुलिस भी इस पर कार्रवाई कर रही है। अब तक 32 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। इसमें बुधवार को पकड़े गए आरोपियों के अलावा गौरव सिंघल, गुरमीत सिंह, राजीव ,राहुल, विनीता, अश्वनी, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, यासीन, विशाल, राजीव, जतिन, नंदकिशोर, अमित कुमार ,महेश, प्रीतम शर्मा, राकेश कुमार, अजय कुमार, दिलीप कुमार, मनन सिंघल, पीयूष, अतुल गुप्ता, सुमित गर्ग और कुणाल शामिल हैं।
तमंचा फैक्टरी का खुलासा, 3 गिरफ्तार किए
तमंचा फैक्टरी का खुलासा, 3 गिरफ्तार किए
सत्येंद्र पंवार
मेरठ। पुलिस ने एक तमंचा फैक्टरी का खुलासा किया है। इस फैक्टरी में आगामी लोकसभा चुनाव में खून खराबे के लिए अवैध हथियार तैयार किए जा रहे थे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सुहैल गार्डन आम बाग के पास एक मकान में दबिश देकर फुरकान व उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने मौके से तैयार तमंचे, कारतूस व बनाने के उपकरण और औजार बरामद किए हैं। समर गार्डन चौकी इंचार्ज अजय शुक्ला की तरफ से हथियार सप्लायर फुरकान (50), समीर, सरताज के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। तीनों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि सुहैल गार्डन के पास खंडर मकान में अवैध तमंचे तैयार किए जा रहे थे। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर मकान में दबिश दी। वहीं, पुलिस टीम को देखकर हथियार सप्लायर भागने लगे। इस दौरान पुलिस टीम ने तीनों को पकड़ लिया। वहीं, भारी में मात्रा में हथियारों का जीखारा देखकर पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। पुलिस के पूछताछ करने पर सरगना फुरकान ने बताया कि चुनाव को लेकर तमंचे तैयार किए जा रहे थे। चुनाव के दौरान तमंचों की डिमांड ज्यादा होती है। जिन्हें सोशाल मीडिया के माध्यम से बेचा जा रहा था।
इस मामले में लक्खीपुरा गली नंबर-18 निवासी फुरकान पुत्र सुलेमान, श्याम नगर गली नंबर पांच निवासी समीर पुत्र युसुफ, गोला कुंआ रिक्शा रोड निवासी सरताज पुत्र मौ. सब्बीर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोपी चुनाव में हथियारों की बड़ी खेप तैयार कर रहे थे। जिसमें तमंचे तैयार किए जा रहे थे। हथियारों को ऑन डिमांड सप्लाई कर रहे थे। 10 से 12 हजार रुपये में तमंचा बेच देते थे। आरोपी फुरकान पहले भी तमंचे बेचने के मामले में जेल जा चुका है। तीनों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
ये सामान हुआ बरामद
चार तमंचे, दो कारतूस, पांच नाल, 11 तमंचे बॉडी, तीन रेती, 10 लोहे आरी, एक ग्राइंडर मशीन, लोहे का सिकंजा, एक हथौड़ी, एक पचकेश, सात मीटर बिजली का तार अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
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