अखिलेश ने 'भाजपा' सरकार पर निशाना साधा
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। यूपीपीएससी पर चल रहे धरना प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार नौकरी मांगने वाले नौजवानों पर लाठियां बरसा रही है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। भाजपा सरकार में छात्र, नौजवान, महिलाएं, गरीब, किसान और व्यापारी सहित हर वर्ग परेशान है। कहा कि यह उप चुनाव जरूर है। लेकिन, इसके परिणाम का संदेश काफी दूर तक जाएगा। अखिलेश यादव फूलपुर विधानसभा के रुदापुर में आयोजित सपा की जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व सीएम ने कहा कि आज प्रदेश में किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। डीएपी किसानों को नहीं मिल पा रही है। डीएपी की चोरी हो रही है। उन्हें सिचाई के लिए खाद, पानी, बिजली की व्यवस्था सरकार नहीं कर पा रही है। आंदोलन कर रहे छात्रों को बलपूर्वक दबाने का प्रयास किया जा रहा है। कहा की पीडीए को एकजुट देखकर कुछ लोगों को दर्द हो रहा है।
भाजपा अगर केवल चुनाव का गणित समझती है, तो सुन ले कि PCS/RO/ARO/LOWER SUBORDINATE जैसी अन्य प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार के लोगों को मिला लिया जाए तो ये संख्या लगभग एक करोड़ होती है। अगर इस ‘महा-संख्या’ को लगभग 400 विधानसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा के लगभग 25000 वोट हर विधानसभा सीट पर कम होंगे, मतलब भाजपा दहाई के अंक में सिमट जाएगी।
उम्मीद है, इस गणित को ही समझ कर आज ही भाजपा की हृदयहीन सरकार अत्याचार बंद करेगी और आंदोलनकारी युवाओं की लोकतांत्रिक जायज मांग को पूरा करेगी। भाजपा की एक आदत पड़ गई है, जनाक्रोश से डरकर आख़िरकार बात तो वो मानने पर मजबूर होती है। लेकिन, तभी जब उसके सारे हिंसक तरीक़े नाकाम हो जाते हैं और जब उसकी नौकरी विरोधी नकारात्मक राजनीति पूरी तरह फ़ेल हो जाती है। भाजपा हमेशा के लिए ख़त्म होनेवाली है। अभ्यर्थी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा !
अखिलेश यादव बोले कि योजनाएं हम लोग चला रहे थे। इन योजनाओं को भी इन्होंने बंद कर दिया। या बिल्कुल खराब कर दिया। हम लोगों ने 100 नंबर वाली व्यवस्था देखी। जैसे हमारी पुलिस गांव में जाकर के मदद गरीबों की करती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। यह सरकार गरीबों की नहीं है। यह सरकार बड़े लोगों की है। उद्योग लगाने वालों की भी नहीं है।
आंदोलन कर रहे छात्रों ने योगी बनाम प्रतियोगी का माहौल बना दिया है। पहले पुलिस चोर को पकड़ती थी, अब पुलिस पुलिस को ही पकड़ रही है। वाराणसी की घटना ने सब को झकझोर कर दिया है। प्रयागराज की भी दो बड़ी घटनाओं की फाइल खोल दी जाए तो अधिकारियों और नेताओं की पोल खुल जाएगी। डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है। यूपी में अभी तक स्थाई डीजीपी ही नहीं बना पाए हैं।
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