'जिला स्वच्छता समिति' की बैठक की गई: डीएम
सर्वे कराकर अवशेष रह गए पात्रों को व्यक्तिगत शौचालय से करें लाभान्वित- डीएम
पंचायत सहायको द्वारा कुल चयनित 4 लाख 08 हजार 594 लाभार्थियों के शौचालयों का कराया जाना था सत्यापन
सुशील केसरवानी
कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत जिला स्वच्छता समिति की बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के अवशेष एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्राप्त धनराशि से कराये गए कार्यों की समीक्षा के दौरान जिला पंचायतराज अधिकारी को सर्वे कराकर अवशेष रह गए सभी पात्र लोगों को व्यक्तिगत शौचालय से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
इसके साथ उन्होंने कहा कि लाभार्थियों द्वारा व्यक्तिगत शौचालय का उपयोग किया जा रहा है या नहीं। नियमित सत्यापन कराकर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने शौचालयों की जियो टैंगिग कराकर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्हांने सभी खण्ड विकास अधिकारियों, ए-डीपीआरओ, एडीओ पंचायत एवं डीसी को आपसी समन्वय बनाकर अपने-अपने विकास खण्डों के मॉडल ग्रामों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान मॉडल ग्रामों का मानक के अनुसार मॉनीटरिंग करेंगे एवं ग्रामवासियों से बात-चीत कर फोटो सहित अवगत कराएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि पिछली बैठक में प्लास्टिक मैनेजमेन्ट यूनिट इकाई नेवादा एवं मंझनपुर की समीक्षा की गई थी, उस दौरान बताया गया था कि इकाई में विद्युत कनेक्शन का कार्य न होने के इकाई बन्द है, इकाई में विद्युत कनेक्शन का कार्य जल्द से जल्द कराकर इकाई को चालू कराने के निर्देश दिए गये थे। लेकिन उसके उपरान्त भी इकाई का संचालन नहीं हो पाया है। जिस पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए 10 दिवस के अन्दर विद्युत कनेक्शन का कार्य कराते हुए इकाई को संचालित कराने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन सुजीत शुक्ला ने बताया है कि 2024-25 में लक्ष्य 19406 के सापेक्ष कुल 22606 शौचालयों का लक्ष्य निर्धारित हुआ है। भारत सरकार के पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों में से 11596 व्यक्ति पात्र पायें गयें, जिनकी एम0आई0एस0 करा दी गयी है, जिसमें से 6624 लाभार्थियों को 02 चरणों में पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से प्रथम किश्त एवं 4750 लाभार्थियों को दोनों किश्त की धनराशि लाभार्थियों के खाते में अवमुक्त कर दी गयी है एवं अभी भी एम0आई0एस0 के सापेक्ष 4972 लाभार्थियों को प्रथम किश्त एवं 1874 लाभार्थियों की द्वितीय किश्त की धनराशि अवमुक्त किया जाना अवशेष है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत शौचालयों की रेट्रोंफिटिंग के अन्तर्गत पंचायत सहायको द्वारा अभियान में कुल चयनित 4 लाख 08 हजार 594 लाभार्थियों के शौचालयों का सत्यापन कराया जाना था, जिसके सापेक्ष 391973 लाभार्थियों का सत्यापन किया जा चुका है। अवशेष 16621 लाभार्थियों के शौचालायों का सत्यापन प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि अब तक वित्तीय वर्ष-2024-25 में कुल 173 ग्राम पंचायतों के अन्तर्गत 287 ग्रामों को मॉडल ग्राम बनाये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, उपायुक्त स्वतः रोजगार सुखराज बन्धु एवं सभी विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य सम्बधित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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