मंगलवार, 8 अक्तूबर 2024

भव्य 'किसान सम्मेलन' का आयोजन किया गया

भव्य 'किसान सम्मेलन' का आयोजन किया गया 

संदीप मिश्र 
सोनभद्र। सोनभद्र जिले के करमा थाना क्षेत्र स्थित महाविद्यालय कसया कला में यूनिवर्सल सोनांचळ फार्मर एसोसिएशन द्वारा 7 अक्टूबर को एक भव्य किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में लगभग 300 किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें 150 एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) के सदस्यों को सदस्यता प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। एसोसिएशन के चैयरमैन दिनेश प्रसाद पांडेय के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंधक राजेश मिश्रा ने की। जबकि, कार्यक्रम का संचालन प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह वैद्य ने किया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी देना और उन्हें नए अवसरों से अवगत कराना था। इसके लिए मुख्य अतिथि कृषि उप निदेशक जय प्रकाश ने अपने वक्तव्य में किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियों और नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आधुनिक कृषि तकनीक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर किसान अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने किसानों को फसलों की विविधता पर जोर देने की सलाह दी। ताकि, वे जोखिम से बच सकें और अधिक मुनाफा कमा सकें। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जिला मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिश्रा ने पशुपालन के क्षेत्र में किसानों को प्रशिक्षण दिया और इस क्षेत्र में उपलब्ध सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे पशुपालन को कृषि के साथ जोड़कर अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। इसके अलावा, जिला नाबार्ड अधिकारी डीडीएम आनंद पांडेय ने एफपीओ सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्हें संगठित खेती की दिशा में कदम बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि एफपीओ के माध्यम से किसान सामूहिक रूप से बेहतर संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक लाभ होगा। 
सम्मेलन में उपस्थित जिला कृषि अधिकारी डॉ. हरेराम मिश्रा ने किसानों को मिट्टी परीक्षण और उर्वरक प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी मिट्टी की गुणवत्ता का परीक्षण कराना चाहिए, ताकि वे अपनी फसलों के लिए सही उर्वरक का चयन कर सकें। इससे उनकी फसलों की उपज बढ़ेगी और लागत कम होगी। 
डॉ. अशोक कुमार मौर्य (पशुचिकित्सक, रॉबर्ट्सगंज), डॉ. सुरेश कुमार पांडेय (पशुचिकित्सक, घोरावल), डॉ. जितेंद्र सिंह (पशुचिकित्सक, रामगढ़), एडीओ एजी सुरेंद्र यादव और तकनीकी सहायक आशीष भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने अपने वक्तव्यों में किसानों को पशु स्वास्थ्य, बीमारियों की रोकथाम और तकनीकी सहायता के महत्व पर प्रकाश डाला। सम्मेलन के दौरान किसानों ने अपने अनुभव साझा किए और कृषि से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। इस मौके पर किसानों ने बताया कि कैसे सरकारी योजनाओं और एफपीओ की सहायता से उन्हें खेती में नए अवसर मिले हैं। किसानों ने फसल बीमा, सिंचाई सुविधाओं और खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ावा देने वाले उपायों पर सुझाव दिए। 
समारोह में उपस्थित प्रमुख किसानों में ई. प्रकाश पांडेय, ई. अभय कांत दुबे, मंकर्णिका देवी, संतोष सिंह और धर्मेंद्र सिंह शामिल थे। जिन्होंने भी अपने विचार रखे और एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की। सम्मेलन का समापन किसान सम्मेलन के सफल आयोजन और भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता के संकल्प के साथ हुआ। 
इस अवसर पर एसोसिएशन ने किसानों को सहयोग देने और उन्हें नई तकनीक से जोड़ने के अपने संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम में किसानों की भारी उपस्थिति ने इसे एक सफल और प्रेरणादायक आयोजन बना दिया। जिससे किसानों को नई दिशा और प्रोत्साहन प्राप्त हुआ। 

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