सोमवार, 23 सितंबर 2024

पार्टियों को बुरे दिनों में दलितों की याद आती हैं

पार्टियों को बुरे दिनों में दलितों की याद आती हैं 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस एवं देश के अन्य राजनीतिक दलों पर अपना निशाना साधते हुए कहा है कि जातिवादी पार्टियों को अपने बुरे दिनों के दौरान ही दलितों की याद आती हैं। जबकि, अच्छे दिनों में राजनीतिक दलों द्वारा दलित नेताओं को दरकिनार कर दिया जाता है। सोमवार को एक बार फिर सोशल मीडिया साइट एक्स पर प्रकट हुई पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने जारी किए अपने बयान में कहा है कि देश में अभी तक के हुए राजनीतिक घटनाक्रमों को देखकर यही साबित होता है कि जातिवादी पार्टियों को अपने बुरे दिनों के दौरान ही कुछ समय के लिए दलितों को मुख्यमंत्री एवं संगठन आदि के प्रमुख स्थानों पर रखने की याद आती है। 
लेकिन, राजनीतिक पार्टियों अपने अच्छे दिनों में फिर से दलित नेताओं को दरकिनार कर देती है और उनके स्थान पर जातिवादी लोगों को ही रखा जाता है। जैसा कि अभी तक हरियाणा में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा है कि अपमानित हो रहे ऐसे दलित नेताओं को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रेरणा लेकर खुद ही इन्हें अपनी अनदेखी करने वाली पार्टियों से अलग हो जाना चाहिए और अपने समाज को फिर ऐसी पार्टियों से दूर रखने के लिए उन्हें काम करना चाहिए। क्योंकि, बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने देश के कमजोर वर्गों के आत्म सम्मान एवं स्वाभिमान की वजह से केंद्रीय कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

चाइल्ड पोर्न को डाउनलोड करना व देखना अपराध

चाइल्ड पोर्न को डाउनलोड करना व देखना अपराध  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट द्वारा चाइल्ड पोर्न को लेकर दिए गए ...