शनिवार, 14 सितंबर 2024

वाराणसी की 'ज्ञानवापी' को मस्जिद कहना दुर्भाग्य

वाराणसी की 'ज्ञानवापी' को मस्जिद कहना दुर्भाग्य 

संदीप मिश्र 
गोरखपुर। नाथ पंथ पर गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि वाराणसी की ज्ञानवापी को आज लोग दूसरे शब्दों में मस्जिद कहते हैं। लेकिन, वास्तव में ज्ञानवापी साक्षात विश्वनाथ जी हैं और यहीं पर विश्वनाथ धाम है। 
शनिवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से नाथ पंथ पर आयोजित की गई अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत के लिए इस अस्पर्शता एक अभिशाप है। क्योंकि, यह ना केवल साधना के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा है, बल्कि राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए भी यह सबसे बड़ी बाधा एवं चुनौती है। 
उन्होंने कहा है कि इस बात को यदि देश के लोगों ने पहले से ही समझ लिया होता तो देश गुलाम नहीं होता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर तीन पुस्तकों एवं पत्रिकाओं का विमोचन भी किया। इनमें पदमजा सिंह की नाथ पंथ पर लिखित पुस्तक और महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ शोध पीठ की पत्रिका कुंडलिनी भी शामिल है।

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