'जल संरक्षण' हेतु मिलकर काम करने की जरूरत
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जल संरक्षण के लिए सभी हित धारकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि जल ही जीवन है। इसलिए, सब प्राणियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए जल संरक्षण को आंदोलन बनाने की जरूरत है। मुर्मू ने मंगलवार को यहां भारत मंडपम में तीन दिन तक चलने वाले 8वें भारत जल सप्ताह सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि जल संरक्षण को देश ही नहीं, पूरी दुनिया में आंदोलन बनाने की जरूरत है और इसके लिए सभी हितधारकों को मिलकर पानी बचाने के नए तथा सभी परंपरागत तरीकों को अपना कर पानी का संरक्षण करने की आवश्यकता है।
उन्होंने जल संरक्षण के लिए मंत्रालय द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि जल संरक्षण प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाने, इसके विकास और वितरण के लिए सभी हितधारकों के बीच सहयोग, समावेशिता और साझेदारी को बढ़ावा देने के जो प्रयास जल शक्ति मंत्रालय कर रहा है उसके कार्य सराहनीय हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि मंत्रालय ने जल मिशन के तहत सभी नागरिकों तक स्वच्छ पानी की पहुंच सुनिश्चित की है। यह और प्रसन्नता की बात है कि देश में 78 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों को पानी के कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं और पानी की पहुंच की दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि सभी को भागीदारी से आगे बढ़कर जल संरक्षण, बेहतर प्रबंधन,विकास और वितरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जन आंदोलन शुरु करना चाहिए।
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