कौशाम्बी: भव्य 'तिरंगा' यात्रा का आयोजन किया
नगर पंचायत चरवा में निकली भव्य तिरंगा यात्रा
एक तरफ देश को गुलामी की जंजीर से मुक्ति मिल रही थी तो दूसरी तरफ इसकी कीमत देश के विभाजन के रूप में मिली
गणेश साहू
कौशाम्बी। नगर पंचायत चरवा में आजादी के पूर्व 14 अगस्त को भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ पर शहीदों को याद करते हुए उन्हें नमन किया गया और वीर शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व नगर पंचायत चरवा के अध्यक्ष के नेतृत्व में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन चरवा नगर क्षेत्र में किया गया, जिसमें भारी संख्या में नगर के लोग मौजूद रहे संगोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस दौरान नगर के लोगो को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने 1947 में हुए विभाजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उस विभाजन की विभीषिका का दर्द आज भी हमारा देश झेल रहा है। अंग्रेजों की ही नीति थी, कि भारत को दो टुकड़े में बांटना और देश को कमजोर करना था।
उन्होंने बताया कि बटवारा चाहे देश का हो या परिवार का हो दोनों ही कष्टकारी होता है। उन सभी महापुरुषों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए जो देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ गए इस आजादी के बदले देशवासियों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी। 14 अगस्त 1947 की यह वहीं तारीख है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है। एक तरफ देश को गुलामी की जंजीर से मुक्ति मिल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ इसकी कीमत देश के विभाजन के रूप में मिल रही थी। तिरंगा यात्रा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जब लोग रात में अपने-अपने घरों में सोते हैं और सुबह लोगों को पता चलता है कि देश का विभाजन कर दिया गया है। उस दौरान लाखों लोग बेघर हो गए और उन्हें रातों-रात पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा इस विभाजन के दौरान कई लाख लोगों ने अपने प्राण गंवाए। उन्होंने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी को अगर विभीषिका के बारे में जानना हो तो एक बार बांग्लादेश की तरफ देखें, उससे भी भयावह स्थिति भारत और पाकिस्तान में हिंदुओं की थी। मुस्लिम लीग के गुंडो के द्वारा विभाजन के समय हिंदू बहन ,बेटियों के साथ बलात्कार करना उनका अपहरण करना, ऐसे लाखों हिंदुओं का कत्ल करना एवं हिंदू मंदिरों को तोड़ना तहस-नस करना ही उनका उद्देश्य था। इस दौरान अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत के सभासद क्षेत्र के गणमान्य लोग और नगर पंचायत के कर्मचारियों सहित विभिन्न लोग मौजूद रहे।
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