सेहत के लिए 'अलार्म' सुनकर उठना नुकसानदायक
सरस्वती उपाध्याय
दिनभर की थकान दूर करने के लिए रात में सुकून वाली नींद लेना बहुत जरूरी होता है। लेकिन, सुबह समय से उठकर रोजाना के काम पर जाने की भी जल्दी रहती है।
फोन या घड़ी में अलार्म
कई लोग सुबह समय से उठने के लिए अपने फोन या घड़ी में अलार्म लगाते हैं। कुछ लोग एक अलार्म पर उठ जाते हैं, तो वहीं कई लोग मल्टीपल अलार्म भी सेट किए रहते हैं।
मल्टीपल अलार्म
मल्टीपल अलार्म हर 5 या 10 मिनट पर बजने लगता है। अगर सुबह उठने के लिए आपको भी मल्टीपल अलार्म की जरूरत पड़ती है, तो यह आपके सेहत के लिए ठीक नहीं है।
नींद क्वालिटी पर असर
रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह उठने के लिए 5 या 10 मिनट के गैप पर सेट किए गए मल्टीपल अलार्म से नींद की क्वालिटी बिगड़ जाती है।
स्लीप साइकिल की लास्ट स्टेज
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, स्लीप साइकिल की आखिरी स्टेज मेमोरी प्रोसेसिंग और क्रिएटिव थिंकिंग के लिए बेहद जरूरी मानी जाती है।
सेहत पर गलत प्रभाव
अगर आप नींद खत्म कर सुबह उठने के लिए बार-बार अलार्म सुन रहे हैं, तो इससे शरीर में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं।
स्लीप इनर्शिया
कई रिसर्च में पता चला है कि मल्टीपल अलार्म की मदद से नींद खोलने के कारण स्लीप इनर्शिया की कंडीशन पैदा होती है और बॉडी में कोर्टिसोल हार्मोन भी बढ़ता है।
स्लीप इनर्शिया क्या होता है ?
स्लीप इनर्शिया एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें सुबह जागने के बाद व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान और भ्रम की स्थिति का सामना करना पड़ता है।
कोर्टिसोल हार्मोन
कई बार अलार्म सुनने के बाद अगर आपकी नींद खुलती है, तो इससे कोर्टिसोल हार्मोन भी बढ़ता है। यह हार्मोन तनाव को बढ़ाता है।
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