मंगलवार, 2 जुलाई 2024

उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी

उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी 

सुनील श्रीवास्तव 
प्योंगयांग/सियोल। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की सनक किसी ना किसी दिन दुनिया में तबाही ला देगी। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है, कि उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं और दूसरी मिसाइल फेल होकर फट गई है।
दक्षिण कोरिया ने कहा है, कि बेकाबू मिसाइल लॉन्च होने के बाद फट गई और मलबा जमीन पर गिरा है। सोमवार को उत्तर कोरिया ने मिसाइलों की लॉन्चिंग उस वक्त की है, जब अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने सैन्य अभ्यास किया है और उत्तर कोरिया ने चेतावनी देते हुए कहा था, कि 'आक्रामक और जबरदस्त' प्रतिक्रिया देगा।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा है, कि मिसाइलों को दक्षिण-पूर्वी उत्तर कोरिया के जंगयोन शहर से उत्तर-पूर्व दिशा में 10 मिनट के अंतराल पर लॉन्च किया गया था।
दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है, कि पहली मिसाइल 600 किमी और दूसरी 120 किमी तक उड़ी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया, कि ये मिसाइलें कहां गिरी हैं। उत्तर कोरिया आमतौर पर अपने पूर्वी जल क्षेत्र की ओर मिसाइलों का परीक्षण करता है, लेकिन दूसरी मिसाइल की उड़ान दूरी इतनी दूर तक नहीं थी, कि वो जल क्षेत्र तक पहुंचे, लिहाजा वो जमीन पर ही गिर गई।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता ली सुंग-जून ने बाद में एक ब्रीफिंग में बताया है, कि ऐसा लगता है, कि दूसरी मिसाइल में कुछ समस्या थी और अगर यह फट गई है, तो इसका मलबा संभवतः जमीन पर गिरा है।
दक्षिण कोरियाई मीडिया ने अज्ञात दक्षिण कोरियाई सैन्य सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है, कि यह बहुत संभव है कि दूसरी मिसाइल उत्तर कोरिया के जमीन पर ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई है, जबकि पहली मिसाइल देश के पूर्वी शहर चोंगजिन के जलक्षेत्र में गिरी है।

उत्तर कोरिया की विनाशक नीति

सोमवार को उत्तर कोरिया की ओर से पांच दिनों में पहला प्रक्षेपण किया गया है और यह तब किया गया है, जब अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपने "फ्रीडम एज" अभ्यास खत्म किया है, जिसका मकसद उत्तर कोरिया की आक्रामकता से मुकाबला करना था।
उत्तर कोरिया आमतौर पर ऐसे सैन्य अभ्यासों को आक्रमण बताता है और देश के खिलाफ शत्रुता बताता है।
अलजजीरा की एक रिपोर्ट में सियोल में इवा वूमन्स यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के प्रोफेसर लीफ-एरिक इस्ले ने ईमेल की गई टिप्पणियों में कहा, कि "उत्तर कोरियाई राजनीति और सैन्य नीति दोनों में, सबसे अच्छा बचाव अक्सर एक अच्छे हमले को माना जाता है।" उन्होंने कहा, कि "उत्तर कोरिया अपनी सेना को कमजोर नहीं दिखाना चाहता है।"
पिछले बुधवार को उत्तर कोरिया ने मल्टीवारहेड मिसाइल लॉन्च की, जो अमेरिका और दक्षिण कोरिया की मिसाइल रक्षा प्रणाली को काउंटर करने के लिए विकसित, एडवांस हथियार का पहला ज्ञात परीक्षण था, हालांकि दक्षिण कोरिया ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं। उसने कहा कि प्योंगयांग ने हाइपरसोनिक मिसाइल लॉन्च की थी, लेकिन यह नियंत्रण से बाहर हो गई और विस्फोट हो गया।
माना जा रहा है, कि कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव काफी तेज हो गया है और उत्तर और दक्षिण कोरिया बारूद की ढेर पर बैठे दिख रहे हैं, जिसमें संघर्ष की एक चिंगारी विनाशक तबाही ला सकती है।

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