'जय जवान जय किसान' मंच की बैठक संपन्न
देश एक संविधान एक तो चुनाव भी सब एक साथ होने चाहिए--सुशील जयहिंद
सुशील जय हिंद ने कहा कि नलकूप का बिल माफ करने के बाद भी किसानों का नहीं हुआ कोई लाभ
कौशाम्बी। 'जय जवान जय किसान' मंच की एक बैठक रविवार को चायल तहसील में संपन्न हुई। बैठक में किसानों के मुद्दे पर चर्चा हुई और कहा गया कि नलकूप का बिल माफ करने के बाद भी किसानों को लाभ नहीं मिल सका है। सरकार को किसान और बेरोजगारों के लिए योजनाएं चलाई जानी चाहिए। लेकिन सरकार किसान और बेरोजगार के हित में योजनाएं चलाने के लिए गंभीर नहीं है। जिससे बेरोजगारी बढ़ी है और बेरोजगार युवक के साथ-साथ किसान परेशान है। बैठक की अध्यक्षता संगठन के संयोजक सुशील जय हिंद ने किया।
उन्होंने कहा कि जब देश एक है। संविधान एक है, तो फिर चुनाव भी सब एक साथ होने चाहिए लेकिन बार-बार चुनाव करा करके आम जनता पर बोझ डाला जा रहा है। हर 6 महीने पर कोई न कोई चुनाव जनता की पीड़ा बना हुआ है। जिसकी वजह से देश का विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद से कई साल पहले कौशांबी जनपद का गठन हुआ था। लेकिन आज भी कौशांबी जनपद विकास के नाम शून्य है, ना कोई यहां स्वास्थ्य की अच्छी सुविधा है और ना यहां कोई उद्योग धंधे लगाए गए कौशाम्बी में बेरोजगारी चरम सीमा पर है रोजगार के चलते कौशांबी के बेरोजगार पंजाब हरियाणा गुजरात राजस्थान महाराष्ट्र पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जहां नलकूप का लोगों का कर्ज माफ किया है। इससे आम किसान को कोई फायदा नहीं हुआ है। आम किसान नलकूप वाले से 100 रुपया प्रति घंटा की दर से अपने खेतों की सिंचाई करता है। नलकूप वाले 100 रुपया से कोई भी पैसे कम नहीं लेते हैं, आज भी गरीब किसान दुखी है। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बेरोजगार रो रहा है, बेरोजगार नौजवान रो रहा है, देश का किसान रो रहा है। सरकार को बेरोजगारी के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए तथा गरीब किसानों को राहत हेतु नई-नई योजनाएं और स्कीम लानी चाहिए। बैठक में भरत लोचन, विपिन पटेल, वीरेंद्र चौरसिया, अतुल, शिवलाल, अनिल यादव, सुभाष केसरवानी, सुरेन्द्र पासी, अजय पासी, संतलाल, कमलेश, अखिलेश तथा संगठन के सैकड़ो लोग मौजूद है।
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