युवक की हत्या का मामला, 18 घंटे में सफलता
भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। थाना नई मण्डी पुलिस ने युवक की हत्या के मामले में महज 18 घण्टे के अन्दर सफल अनावरण करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिसकी निशानदेही से पुलिस ने आलाकत्ल व मोटरसाइकिल बरामद करने का दावा किया है। पुलिस ने बताया कि सोनिया पत्नी विजय कुमार निवासी गाँधी कॉलोनी थाना नई मण्डी, मुजफ्फरनगर द्वारा थाना नई मण्डी पुलिस को लिखित तहरीर देकर अवगत कराया गया कि अज्ञात द्वारा वादिया के पति विजय कुमार की ट्यूबवैल पर सिर में चोट मारकर हत्या कर दी गयी है। तहरीर के आधार पर थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा घटना को गम्भीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज किया और मामले की छानबीन शुरु कर दी।
इस मामले में पुलिस ने घटना के सफल अनावरण तथा अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किया गया था। पुलिस ने महज 18 घंटे के भीतर अभियुक्त नीरज पुत्र धर्मवीर निवासी ग्राम पचैण्डा कलां, थाना नई मण्डी, मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार कर लिया और घटनास्थल से आलाकत्ल ईंट का टुकड़ा, मृतक की मोटरसाइकिल व अन्य सामान बरामद किया गया है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त नीरज उपरोक्त द्वारा बताया गया कि मैं पशुचिकित्सक का कार्य करता हूं। वर्ष 2008 में मेरे पिता की हत्या गाँव के ही अमित, विजय पुत्रगण हरवीर व डॉक्टर चन्द्रवीर निवासी मुस्तफाबाद ने कर दी थी। मेरे द्वारा लिखाए गए मुकदमें में अमित ही जेल गया था जोकि जमानत पर छूट गया था जिसकी वर्ष 2013 में मृत्यु हो गयी थी। हमारा तथा विजय का खेत आस-पास है। विजय जब भी मुझे मिलता था तो मुझे चिढाते हुए कहता था कि जैसे तेरे पिता की हत्या करके मेरा कुछ नहीं बिगड़ा, इसी तरह किसी दिन तेरी भी हत्या कर दूंगा।
इस पर मैने विजय को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। दिनांक 29.03.2024 को बुढ़ाना से पशुओं को दवाई देकर वापस आते समय जब मैं शराब खरीदने के लिये पचैण्ड़ा पुल के पास शराब के ठेके पर गया तो वहीं पर मुझे विजय भी मिल गया, जो उस समय शराब के नशे की हालत में था। उसे नशे की हालत में देखकर मैंने उसकी हत्या की योजना बनाई।
योजनानुसार मैंने शराब के ठेके से शराब खरीदी तथा कुछ शराब हम दोनों नें वहीं ठेके पर पी ली। शराब पीने के बाद मैंने विजय से कहा कि बाकी शराब को ट्यूबवैल पर बैठ कर पीते हैं। विजय और मैं अपनी–अपनी मोटरसाईकिल से विजय की ट्यूबवैल पर पहुँचे तथा वहां बैठ कर और शराब पी।
विजय को जब अधिक नशा हो गया तो मैंने पास पड़ी ईंट उठाकर विजय के सिर में प्रहार कर हत्या कर दी। जब मुझे यह विश्वास हो गया कि विजय की मृत्यु हो चुकी है तो मैं मोटरसाईकिल लेकर अपने घर चला गया। विजय की हत्या करते समय उसका खून मेरे कपड़ों पर भी लग गया था उन कपड़ों को मैंने रात में ही धो दिया। अगले दिन 30.03.2024 की सुबह मैं अपनी पत्नि व बच्चों को लेकर कहीं चला गया था तथा जब मुझे लगा कि अब किसी का शक मेरे ऊपर नही है तो मै शाम को अपने घर वापस आ गया।
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