सोमवार, 22 जनवरी 2024

आचार्य कुणाल ने सोने का तीर-धनुष भेंट में दिया

आचार्य कुणाल ने सोने का तीर-धनुष भेंट में दिया

अविनाश श्रीवास्तव 
पटना। पटना के महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को सोमवार को दो करोड़ रुपये की अंतिम किश्त और प्रभु रामलला के लिए सोने का तीर-धनुष भेंट में दिया। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या स्थित नवनिर्मित मंदिर में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक एक दिन पहले रविवार को पटना महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य कुणाल ने श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को दो करोड़ रुपये की अंतिम किश्त का चेक सौंपा। इसके साथ ही उन्होंने राम मन्दिर निर्माण में 10 करोड़ के योगदान का अपना वचन भी पूरा किया। श्री कुणाल ने प्रभु रामलला को सोने का तीर-धनुष भी भेंट किया। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि 09 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आते ही महावीर मन्दिर की ओर से राम मन्दिर निर्माण में 10 करोड़ रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि 02 अप्रैल 2020 को जिस दिन श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का खाता खुला था, उसी दिन महावीर मन्दिर की ओर से दो करोड़ रुपये की पहली किश्त दी गयी थी। वर्ष 2021, 2022 और 2023 में लगातार इतनी राशि दी जाती रही। अब अंतिम किश्त के रूप में 2 करोड़ रुपये की सहयोग राशि दी गयी। Also Read - माहौल बिगड़ने की कोशिश- राम मंदिर की तस्वीर पर लहराया पाकिस्तानी झंडा आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि किसी एक संस्था के द्वारा अयोध्या में रामलला के मन्दिर निर्माण में सहयोग के तौर पर 10 करोड़ रुपये देने वाला महावीर मन्दिर देश का पहला संस्थान है। इसके साथ ही अमावा राम मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के. परासरन की ओर से उनके पौत्र विष्णु परासरन और सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने स्वर्ण जड़ित तीर-धनुष भेंट किया। Also Read - हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाली महिला के साथ 5 साथी अरेस्ट अमावा राम मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का धनुष जिसे कोदंड के नाम से जाना जाता है, उसे चेन्नई में बनवाया गया है। 2.5 किलो वजन का यह तीर-धनुष तांबे के बेस पर स्वर्ण जड़ित है। उन्होंने बताया कि अमावा राम मन्दिर के शिखर के लिए स्वर्ण जड़ित कलश बनवाया गया। इसके लिए भारत सरकार के उपक्रम एमएमटीसी से सोना खरीदा गया था। उसमें से कलश निर्माण के बाद शेष बचे सोने से स्वर्ण जड़ित कोदंड तैयार किया गया है। आचार्य कुणाल ने बताया कि अयोध्या के अमावा राम मन्दिर परिसर में 1 दिसंबर 2019 को विवाह पंचमी के दिन से चल रही राम रसोई 22 जनवरी, सोमवार से दोनों पहर चलने लगेगी । रामलला के दर्शनार्थियों के लिए यह राम रसोई पटना के महावीर मन्दिर द्वारा संचालित की जा रही है। यहाँ राम भक्तों को निःशुल्क नौ प्रकार के शाकाहारी शुद्ध व्यंजन परोसे जाते हैं । महावीर मन्दिर की आय से यह राम रसोई संचालित की जा रही है।

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