कोरोना से गले की आवाज तक जा सकती है
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट जेएन- 1 विदेशों में ही नहीं बल्कि भारत के कई राज्यों में अपना विस्तार करते हुए लोगों को तेज़ी के साथ संक्रमित कर रहा है। तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना के नए मरीजों के बीच की गई एक नई रिसर्च ने अब सभी को बुरी तरह से चौंका दिया है। जानकारी मिल रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से न केवल स्वाद और गंध बल्कि गले की आवाज तक जा सकती है।
देश के केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा के अलावा उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट जे एन 1 ने लोगों को तेजी के साथ अपनी चपेट में लेकर संक्रमित किया है।कोरोना का नया वेरिएंट चीन और सिंगापुर में ही नहीं बल्कि भारत के भी कई हिस्सों में अपना संक्रमण फैलते हुए लोगों को बीमार कर रहा है। उधर जानकारों का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट से मौत के मामले और अस्पतालों में भर्ती लोगों की संख्या में उतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है, जो डेल्टा वेरिएंट के समय पर हुई थी।लेकिन मौजूदा समय में कोरोना कर लेकर की गई सबसे नई रिसर्च के परिणामों ने सभी को चौंका दिया है। किये गए परिक्षण में पता चला है कि कोरोना के नए वेरिएंट जे एन 1 के खतरनाक वायरस से न केवल संक्रमित के स्वाद और गंध बल्कि गले को भी बेहद नुकसान हो सकता है। एक मामले में 15 साल की लड़की ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद अपनी आवाज गवा दी है।
जनरल पेडियाट्रिक में दी गई जानकारी के मुताबिक कोरोना का संक्रमण गले को भी संक्रमित करता है। इतना ही नहीं इसके संक्रमण से गले की आवाज तक जा सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक इसे वोकल कॉर्ड पैरालिसिस कहा जाता है, इसमें मरीज के स्वर हिस्से प्रभावित होते हैं और संक्रमण की स्थिति में मेरी धीरे-धीरे बोलने की क्षमता खो देता है। यह बेहद ही खतरनाक है।
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