'भगवद्गीता' में है समाज की समस्याओं का समाधान
राणा ओबरॉय
कुरुक्षेत्र। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि समाज की समस्याओं का समाधान भगवद्गीता में है और इसका संदेश देश और दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचना चाहिए। वह यहां हरियाणा में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में संत सम्मेलन में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद कई संतों और महात्माओं ने भगवद्गीता के ज्ञान को पुनर्जीवित किया है।
उन्होंने कहा, “मैं दुनिया भर के कई विद्वानों से मिला हूं और सभी का मानना है कि पूरी दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान गीता के संदेश में है।” महाभारत का संदर्भ देते हुए शाह ने कहा, “हम यहां कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर बैठे हैं। 5,000 साल से भी पहले भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था।” उन्होंने कहा कि लोगों और समाज के साथ-साथ देश और दुनिया की समस्याओं का समाधान गीता के संदेश में निहित है।
मंत्री ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गीता महोत्सव आयोजित करने की इच्छा जताई थी और 2016 से यह महोत्सव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, असम इस साल महोत्सव का भागीदार राज्य है। शाह ने कहा कि गीता का संदेश देश और दुनिया के हर कोने तक पहुंचना चाहिए और पिछले सात वर्षों से इस महोत्सव का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस विश्वास के साथ अपना चुनावी घोषणा पत्र लाती है कि देश की महान संस्कृति को हमेशा आगे बढ़ाया जाना चाहिए। शाह ने कहा कि देश की महान संस्कृति को मार्गदर्शक मानकर नीतियां तय की गईं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बारे में भी बात की और कहा कि इसके निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर का भारतीय संघ के साथ पूर्ण एकीकरण संभव हो सका।
भाजपा के पिछले घोषणापत्रों का जिक्र करते हुए, शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पार्टी ने हमेशा कहा है कि राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए और तत्काल तीन तलाक की प्रथा को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मोदी के कार्यकाल में, राम मंदिर (उत्तर प्रदेश के अयोध्या में) का निर्माण शुरू हुआ और अब भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ गलियारे, मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक गलियारे और कश्मीर में माता शारदा देवी मंदिर के उद्घाटन के बारे में भी बात की। गृह मंत्री ने नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में तमिलनाडु के ऐतिहासिक राजदंड ‘सेन्गोल’ की स्थापना का भी जिक्र किया। शाह ने यह भी कहा कि उन्होंने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन गीता की शिक्षाओं ने हमेशा उनका मार्गदर्शन किया है।
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