बुधवार, 13 दिसंबर 2023

लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में भारी चूक हुई

लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में भारी चूक हुई 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी के दिन एक बार फिर लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा में भारी चूक हो गई। बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो लोग अचानक से दर्शक दीर्घा में कूद आए। इन लोगों ने जूते में कुछ छिपा रखा था, जिससे धुआं छोड़ने लगे। लोकसभा के अंदर तस्वीरों में धुआं-धुआं देखा जा रहा है। इन लोगों को पहले कुछ सांसदों ने घेर लिया और फिर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया। इनमें से एक शख्स का नाम सागर बताया जा रहा है, जो एक सांसद के लेटर पर गेस्ट के तौर पर दर्शक दीर्घा में आया था। इन दोनों ही संसद मार्ग थाने ले जाया गया है। संसद में पहली बार इस तरह का वाकया हुआ है। आतंकी हमले के दौरान भी सुरक्षा बलों ने दहशतगर्दों को बाहर ही रोक लिया था, जबकि अंदर कार्यवाही चल रही थी।
इसके अलावा संसद परिसर के बाहर भी हंगामा हुआ। यहां एक महिला और एक पुरुष हंगामा कर रहे थे और तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगा रहे थे। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार नारेबाजी करने वाली महिला का नाम नीलम बताया जा रहा है, जो महाराष्ट्र की रहने वाली है। लोकसभा में जिस वक्त यह वाकया हुआ, उस दौरान भाजपा के सीनियर सांसद राजेंद्र अग्रवाल चेयर पर थे। उन्होंने पूरे वाकये की जानकारी देते हुए बताया कि एक शख्स जब गैलरी से कूदा तो लगा कि वह गिर गया। वहीं इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। एक शख्स ने गैस छोड़ी, जबकि दूसरा बेंच को ठोक रहा था।
राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह जानकारी नहीं है कि ये लोग नारेबाजी कर रहे थे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि इन लोगों का क्या इरादा था, लेकिन कुछ तो सोचकर ही आए थे। इन लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता से पकड़ लिया था। इस बारे में कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। वहीं कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सांसदों की मदद से इन लोगों को पकड़ा गया और फिर सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया गया। यह बड़ी बात है कि कार्यवाही के बीच कूदने वाले दोनों लोगों को सांसदों ने साहस दिखाते हुए घेर लिया। बता दें कि संसद भवन परिसर के अंदर की सुरक्षा सीआरपीएफ के हाथ होती है और बाहर दिल्ली पुलिस की तैनाती रहती है।
इस घटना से हड़कंप मच गया और लोकसभा की चेयर संभाल रहे राजेंद्र अग्रवाल ने तुरंत ही कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की। संसद के बाहर जिन लोगों को पकड़ा गया, उनके हाथ में स्मॉग गन थी, जिससे पीले रंग का धुआं निकल रहा था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पहला सवाल यही है कि आखिर इन लोगों को कैसे अंदर जाने की परमिशन मिली थी। क्या अंदर लोकसभा में कूदने वाले और बाहर हंगामा करने वाले लोगों के बीच कोई संबंध है? इस बात का भी पता लगाया जाएगा।

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