‘इंडिया’ को ‘भारत’ में बदलने की सिफारिश
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पैनल ने स्कूल के सभी पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ को ‘भारत’ में बदलने की सिफारिश की है। समिति के अध्यक्ष सी आई इस्साक ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि NCERT पैनल ने सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (IKS) शुरू करने की सिफारिश की है।
‘प्राचीन इतिहास’ के बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ पढ़ाया जाए’
एनसीईआरटी पैनल ने पाठ्यपुस्तकों में ‘प्राचीन इतिहास’ के बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ को भी शामिल करने की सिफारिश की है। सामाजिक विज्ञान की एक उच्च स्तरीय समिति ने इसकी सिफारिश की है, जिसके मुताबिक, सभी कक्षाओं की स्कूली पाठ्यपुस्तकों में इंडिया को ‘भारत’ से बदल दिया जाना चाहिए। हालांकि, NCERT के अधिकारियों ने कहा कि पैनल की सिफारिशों पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
आई इस्साक ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि, समिति ने सर्वसम्मति से सिफारिश की है कि ‘भारत’ नाम का इस्तेमाल सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकों में किया जाना चाहिए। हमने पाठ्यपुस्तकों में ‘प्राचीन इतिहास’ के बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने की भी सिफारिश की है।’ उन्होंने कहा कि समिति ने पाठ्यपुस्तकों में विभिन्न युद्ध में ‘हिंदू जीत’ को उजागर करने की भी सिफारिश की है।
‘हिंदू जीत को किया जाए उजागर’
भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) के सदस्य आई इस्साक ने कहा कि ‘वर्तमान में हमारी विफलताओं का उल्लेख पाठ्यपुस्तकों में किया गया है। लेकिन, मुगलों और सुल्तानों पर हमारी जीत का कुछ भी नहीं है।’
बता दें कि NCERT, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप स्कूली पाठ्यपुस्तकों के पाठ्यक्रम को संशोधित कर रहा है। परिषद ने हाल ही में इन कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों और शिक्षण सामग्री को अंतिम रूप देने के लिए 19 सदस्यीय राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण सामग्री समिति (NSTC) का गठन किया है।
कौन-कौन है समिति में शामिल?
आई इस्साक ने कहा, ‘समिति ने सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (IKS) को शामिल करने की भी सिफारिश की है। समिति के अन्य सदस्यों में ICHR के अध्यक्ष रघुवेंद्र तंवर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) प्रोफेसर वंदना मिश्रा, डेक्कन कॉलेज डीम्ड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति वसंत शिंदे और हरियाणा के एक सरकारी स्कूल में समाजशास्त्र पढ़ाने वाली ममता यादव शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.