विशाल एक्सोप्लैनेट पर महासागर के होने का ऐलान
डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
फ्लोरिडा। नासा के वैज्ञानिकों ने कई प्रकाश वर्ष दूर एक विशाल एक्सोप्लैनेट पर एक महासागर के होने का ऐलान किया है। उनकी मानें तो इसके साथ ही इस ग्रह पर संभावित जीवन की तरफ इशारा करने वाला एक रासायन भी मिला है।
यह खोज नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप की तरफ से की गई है। नासा की मानें तो जो एक्सोप्लैनेट मिला है वह पृथ्वी से 8.6 गुना बड़ा है। साथ ही एजेंसी को K2-18 b ग्रह के वातावरण की नई जांच में मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड समेत कार्बन के प्रभाव वाले अणुओं की उपस्थिति का भी पता चला है।
जेम्स वेब की खोज हाल के अध्ययनों से जुड़ती है जो बताती है कि K2-18 b एक हाइसीन एक्सोप्लैनेट हो सकता है, जिसमें हाइड्रोजन समृद्ध वातावरण और महासागर से ढंके होने की संभावना है।
नासा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि इस रहने योग्य क्षेत्र वाले एक्सोप्लैनेट के वायुमंडलीय गुणों के बारे में पहली जानकारी नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप से मिली है। इस नई तलाश ने आगे की रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों को प्रेरित किया। नासा की मानें तो इस खोज ने सिस्टम के बारे में उनकी समझ को ही बदलकर रख दिया है।
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