बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। प्रयागराज के हंडिया कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टेला गांव में प्रसव पीड़ा होने पर महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया।
कोतवाली क्षेत्र के टेला भीतिहा का पूरा गांव निवासी सुनीता देवी उर्फ आरती उम्र 22 वर्ष पत्नी सुरेंद्र कुमार को प्रसव पीड़ा होने पर सूचना पर पहुंची आशा फूल पत्ती के द्वारा प्रसव पीड़िता को टेल स्थित दिव्या मेडिकल एंड फार्मा क्लीनिक में प्रसव के लिए भर्ती कर दिया गया। जहां पर डॉक्टर राजेश यादव व आशा की लापरवाही से प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई और कुछ देर बाद रक्त स्राव अधिक होने के कारण प्रसूता की भी मौत हो गई। परिजनों के द्वारा घटना की जानकारी डायल 112 पुलिस और कोतवाली पर दी गई। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जच्चा और बच्चा दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बता दें कि मृतका की शादी 14 जून 2020 को हुई थी। उसका मायका जगतपुर थाना सुरियावां जनपद भदोही में है। मामले को लेकर जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक हंडिया डॉक्टर सुरेश यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर आशा फूलपत्ती देवी को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर दिया गया है। जबकि, आरोपी डॉक्टर के खिलाफ जांच के दौरान दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल को सीज करने का आदेश दे दिया गया है।
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