लाइलाज रोग के जैसे बन गए सड़कों के गड्ढे
इकबाल अंसारी
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजमार्ग और अंतर्राज्यीय राजमार्ग के निर्माण का दम भरने वाली भाजपा सरकार दर्पण देखने से डरती है। एक तरफ राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका सुगम और सरल परिवहन की कहते हैं। दूसरी तरफ राज्य मार्ग की दुर्दशा सुध भी नहीं लेते है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली-सहारनपुर अंतर्राज्यीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा जनता को लाभ प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रहा है। वहीं, कुछ हिस्सा जनता को नरकीय जीवन जीने के लिए विवश कर रहा है। जी हां, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के गोकुलपुरी के बाद जैसे ही आप उत्तर प्रदेश के जनपद गाजियाबाद की विधानसभा लोनी में प्रवेश करते हैं तो अनायास ही आप स्वयं प्रतीक कर लेंगे कि आप अपने क्षेत्र में आ गए हैं। ठीक लोनी डिपो के सामने से लेकर इंदिरा पुरी कॉलोनी के सामने तक लगभग 3 किलोमीटर तक सड़क के गड्ढे, गड्ढों में अटके वाहन, खुद ब खुद हालिया स्थिति बयान कर देंगे।
आपको बताते चलें कि गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के जनरल वीके सिंह सांसद हैं। जिस विधानसभा क्षेत्र में यह समस्या जनता को पीड़ा प्रदान कर रहीं हैं। वहां से भाजपा के नंदकिशोर गुर्जर विधायक हैं। दोनों जनप्रतिनिधि सत्तारुढ दल भाजपा से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन दोनों जनप्रतिनिधियों की उदारता के कारण जनता को अकारण कष्ट सहना पड़ता है। यह समस्या अंतर्राज्यीय राजमार्ग 709 बी से जुड़ी होने के कारण कई जनपदों के लाखों लोग, जिनका आवागमन इसी मार्ग से नियमित रूप से होता है। समस्या से आहत होकर त्राहिमाम, त्राहिमाम करने लगते हैं। इस अंतर्राज्यीय राजमार्ग को पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जनपदों की लाइफ लाइन कहने में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
बरसात के समय में मार्ग पर जल एकत्रित हो जाता है, जल जमाव के कारण सड़क पर मौजूद गढ़ों का अनुमान कर पाना बड़ी समस्या बन जाता है। जिसके कारण घंटों जाम की समस्या बनी रहती है, कई वाहन सड़कों पर फंसे खड़े रहते हैं, कई बार कई लोगों को चोटें भी लग जाती है। यह जन समुदाय से जुड़ी गंभीर समस्या बन गई है। इसके निवारण के लिए जिला अधिकारी को स्वत संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
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