सितंबर महीने में बारिश अनुमान से थोड़ी बेहतर
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। अगस्त के महीने में इस साल ऐतिहासिक तौर पर कम बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बीते 100 सालों में कभी इतना सूखा अगस्त नहीं देखा गया है। इससे पहले 1918 में यानी 105 साल पहले ही अगस्त में इतनी कम बारिश हुई थी। यह स्थिति तब पैदा हुई है, जबकि जुलाई में अच्छी खासी बारिश देखने को मिली थी। हालांकि सितंबर महीने में बारिश अनुमान से थोड़ी बेहतर हो सकती है, लेकिन अल नीनो भी चिंता बढ़ा सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगस्त महीने में भी अल-नीनो के असर की वजह से ही बारिश में कमी देखी गई है।
सितंबर में अल-नीनो का असर थोड़ा कम होगा तो बारिश बेहतर हो सकती है। अब अनुमान है कि दक्षिण चीन सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की स्थिति बनेगी और उससे भारत में बारिश की परिस्थितियां बनेंगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगस्त के मुकाबले सितंबर में अच्छी बारिश हो सकती है। हालांकि अभी पूरे महीने का अनुमान विभाग की ओर से आना बाकी है। वेदर मॉडल के मुताबिक सितंबर महीने के शुरुआती सप्ताह में कम दबाव वाला क्षेत्र बनेगा, जो मध्य भारत में जाकर समाप्त होगा। इसके पूरे भारत में असर दिखाने की संभावना कम ही है। साफ है कि सितंबर में अगस्त की तुलना में मॉनसून अच्छा रहेगा,लेकिन अल-नीने का असर भी बना रह सकता है।
मौसम के एक जानकार ने कहा कि कुल मिलाकर सितंबर महीने में अच्छी बारिश होगी। यदि यह बारिश औसत से 5 से 6 फीसदी कम भी होती है तो यह इसे कमजोर नहीं माना जाएगा। उन्होंने कहा कि अगस्त के महीने में 20 दिन ऐसे रहे, जब बारिश नहीं हुई। बता दें कि अगस्त महीने में यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार समेत देश के कई राज्यों में बारिश अनुमान से कम रही। लेकिन हिमाचल, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी बारिश हुई है। यहां तक कि शिमला में तो इसके चलते आपदा ही आ गई और 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
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