विधानसभा के बाहर नग्नावस्था में प्रदर्शन किया
दुष्यंत टीकम
रायपुर। विधानसभा छत्तीसगढ़ का सत्र शुरू हो चुका है और विधानसभा रायपुर के बाहर यह जो युवा आपको दिख रहे हैं, वह नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं। हाथों में बैनर लेकर के आखिर क्यों अनुसूचित जाति अनुसूचित जाति वर्ग में अपने आप को उच्च वर्गीय कहने वाले तथाकथित ऊंची जाति के लोग छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति जनजाति बनकर नौकरी कर रहे हैं। एक मामूली से चपरासी से लेकर
आईएएस आईपीएस तक के रैंक में यह लोग अपना कब्जा मारकर बैठे हैं हैं। क्योंकि इनके जीजा पहले से ही बड़े-बड़े पदों में आसीन हैं इनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो रही लगातार धरना ज्ञापन प्रदर्शन के बाद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
इसलिए आज अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के युवा मजबूर होकर विधानसभा की सड़कों पर नग्न होकर मंत्री के काफिले के बीच में यह प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसे समाज के आरक्षित जनप्रतिनिधि चुनकर विधानसभा में पहुंचे हैं। उनकी आंख खुले साथ ही उन्हें अपने सामाजिक दायित्वों का ज्ञान हो।
लेकिन यह भारत है एक छोटा सरपंच भी अपने आप को किसी प्रधानमंत्री से कम नहीं समझता। गनीमत यह है कि इतना कुछ होने के बावजूद भी हमारे राज्य की सरकार आंख में पट्टी डालकर बैठी है।
या यह कहें कि उन्हें संरक्षण दे रही है जो लोग बड़े से बड़े पद से लेकर निम्न वर्ग के पदों में 267 लोग चोर घुसे बैठे हैं। यहीं कहीं अगर इन पदों पर अनुसूचित जाति जनजाति के लोग होते तो अब तक उनके ऊपर कार्यवाही करके उन्हें जेल में डाल दिया गया होता।
लेकिन धर्म का आड़ लेकर के लोग उच्च पदों पर बैठकर दूसरों का हक खा रहे हैं इन्हें न्याय मिले ना मिले। लेकिन यह बात आपकी जानकारी में होनी चाहिए, इतने बड़े आंदोलन को बिकाऊ मीडिया नहीं दिखाएगी, उपरोक्त आंदोलन को आप सभी शेयर करके प्रत्येक उस वर्ग तक पहुंचाएं जो इन से सीधे जुड़े हैं।
इनका आंदोलन जायज है मांग भी जायज है और संविधान के हित में न्याय प्रिय है आप सभी अधिक से अधिक शेयर करके इस आंदोलन को गति प्रदान करें।
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Thank you, for a message universal express.