सतचंडी शक्तिपीठ, श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
दीनानाथ मौहार
औरंगाबाद। जिला के एक छोटी सी रियासत रायपुर ग्राम के दक्षिण बटाने नदी के तट पर एक छोटी पहाड़ी पर बसी शतचण्डी शक्ति पीठ के दरबार मे आज आद्रा नक्षत्र के अंतिम रविवार को लेकर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन तथा प्रसाद अर्पण किया। बताते चलें की माता रानी का यह दरबार आदि अनादि काल से चला रहा है। लोगों का मानना है की जब यहां कोलभील समुदाय का साम्राज्य हुआ करता था। उस समय भी माता रानी के दरबार में पूजा अर्चना किया जाता था। माता रानी के दरबार में मौजूद पुरोहित एवं जानकार लोगों से जब माता रानी की दरबार के बिषय में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया की माता शतचंडी का दरबार यहां आदि अनादि काल से है।
उन्होंने यह भी बताया की माता रानी के 108 खंडपीठ में एक शतचंडी खंडपीठ भी है। जहां माता रानी सती की हाथ का उंगली गिरी थी। जिसका वर्णन कई वेदों और पुराणों में वर्णित है। खास करके आद्रा नक्षत्र तथा नवरात्रा के वक्त जो भी श्रद्धालु श्रद्धा भक्ति के साथ माता रानी के दरबार में आते हैं और सच्चे ह्रदय से जो भी मुरादे लेकर आते हैं। उनकी मुरादे जरुर पूरी होती है। उन्होंने यह भी बताया कि आज माता रानी के दरबार से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटा है।
बताया की आसपास के इलाकों की बात की जाए तो आद्रा नक्षत्र में तकरीबन 10 कोस के क्षेत्र में बसे गाँव के हर घर से माता रानी की पूजा अर्चना के भक्त आते है जो आदि अनादि काल से होता आ रहा है।
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