हादसे की जांच और मुआवजे की घोषणा की
श्रीराम मौर्य
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली में बेहद दुखद और झकझोर देने वाले हादसे में पुलिस के सब इंस्पेक्टर समेत 16 लोगों के मौत की दुखद खबर ने पूरे प्रदेश को शोक की लहर में डुबो दिया है।सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली। हादसे की जांच एडीएम प्रशासन अभिषेक त्रिपाठी को सौंपी गई है।
सीएम धामी ने कहा कि घायलों को देहरादून लाया गया है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी। उनके लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार को हेलिकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेजा गया है।
पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए की राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चमोली घटना के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
आपको बताते चलें आज बेहद ही दुखद हादसे में 16 लोगों ने अपनी जान गवा दी।उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। दर्दनाक हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग बुरी तरह झुलसे हैं। मृतकों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं सात लोग झुलसे हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
चमोली हादसे में पुलिस उप निरीक्षक और पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत के मौत के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ पड़ी है, साथ ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों ने उनकी आत्मा को शांति के लिए ईश्वर से कामना की है। वही तीन होमगार्ड के जवानों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
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