नेटो युद्ध मैदान में आए, हम तो पहले ही तैयार
अखिलेश पांडेय
मॉस्को। नेटो के महासचिव के बयान के जवाब में रूसी विदेश मंत्री ने कहा है कि नेटो को युद्ध के मैदान में सामने आए तो सही हम तो पहले से ही तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन में अपना सैन्य ऑपरेशन जारी रखेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, नेटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि शांति का मतलब युद्ध को रोकना और उस समझौते को स्वीकार करना नहीं है जो रूस चाहता है, केवल यूक्रेन को ऐसी सभी शर्तों को सामने रखने का अधिकार है जिसे स्वीकार किया जा सके। इस बीच रश्या टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेटो महासचिव के बयान का जवाब देते हुए कहा कि अगर नेटो स्टोलटेनबर्ग के शब्दों को दोहराता है कि हम यूक्रेन में संघर्ष विराम के ख़िलाफ़ हैं और अगर वे युद्ध के मैदान में उतरने का इरादा रखते हैं, तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि बहुत अच्छी बात है। मैदान में सामने तो आओ रूसी सेना मुक़ाबले कि लिए पूरी तरह तैयार है। रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि हम बहुत पहले से ही यूक्रेन में नेटो की चल रही योजना और उसके लक्ष्यों के बारे में जानकारी है।
उल्लेखनीय है कि मॉस्को ने बार-बार संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके नेटो सहयोगियों पर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने और इस हाइब्रिड युद्ध में रूस से लड़ने में सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप लगाया है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि केएफ के हथियार ख़त्म हो गए हैं और उसे पश्चिमी हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रूस अपने लक्ष्य तक पहुंच गया है। युद्ध आरंभ होने से पहले यूक्रेन के पास बहुत हथियार थे।
जबकि राष्ट्रपति पुतिन का एक लक्ष्य यूक्रेन को को निरस्त्र करना था और वह लक्ष्य इस सैन्य अभियान के ज़रिए हासिल कर लिया गया है। ग़ौरतलब है कि पिछले एक साल में, संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों ने यूक्रेन को 100 बिलियन डॉलर से अधिक के हथियारों की आपूर्ति की है, जबकि यूक्रेन ने यह कहते हुए इसे अपर्याप्त बताते हुए कहा है कि जब तक उसे रूस के ख़िलाफ़ जीत हासिल नहीं कर लेते, तब तक हम इस बात की शिकायत करते रहेंगे कि उसके पास हथियारों और अन्य उपकरणों की कमी है।
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