'इफको' का शुद्ध मुनाफा 3,052.73 करोड़ पर पहुंचा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। परंपरागत दानेदार और नैनो (तरल) उर्वरक बेचने वाली सहकारी कंपनी इफको का शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान 62 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 3,052.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आमदनी बढ़ने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष में इफको ने 1,883.77 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कुल राजस्व भी पिछले वर्ष के 40,171.67 करोड़ रुपये से बढ़कर 60,324 करोड़ रुपये हो गया। इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा, ‘‘इफको ने वित्त वर्ष 2022-23 में 60,324 करोड़ रुपये के अबतक के उच्चतम कारोबार के साथ 3,053 करोड़ रुपये का अपना सबसे ऊंचा शुद्ध लाभ दर्ज किया है।’’
उन्होंने रिकॉर्ड मुनाफे के लिए संयंत्र के बेहतर प्रदर्शन, कुशल विपणन चैनल, सरकार से अच्छे समर्थन और बेहतर प्रबंधन को श्रेय दिया। परिचालन के मोर्चे पर, इफको ने पिछले वित्त वर्ष में 95.61 लाख टन का उच्चतम उत्पादन दर्ज किया। इसने 500 मिलीलीटर की 479.38 लाख बोतलों में नैनो उर्वरकों का उच्चतम उत्पादन भी हासिल किया। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 128.07 लाख टन उर्वरक की बिक्री की।
नैनो उर्वरकों की रिकॉर्ड 326.53 लाख बोतलों की बिक्री हुई। इफको ने कहा, ‘‘नैनो उर्वरक पारंपरिक उर्वरकों का एक सस्ता, प्रभावी और कुशल विकल्प प्रदान करते हैं, जिसमें कम कच्चे माल की आवश्यकता होती है और आयात पर निर्भरता कम करते हुए देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलती है।’’ जून, 2021 में भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने दुनिया के पहले नैनो यूरिया उर्वरक की पेशकश की थी।
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