घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट
कविता गर्ग
मुंबई। बिकवाली दबाव के बीच घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 398 अंक नुकसान में रहा। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के साथ धातु, ऊर्जा और रियल्टी शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। कारोबारियों के अनुसार इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
इस दौरान, तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 398.18 अंक यानी 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,527.10 अंक पर बंद हुआ। इसके 24 शेयरों में गिरावट रही। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 58,066.40 अंक तक गया और नीचे में 57,422.98 अंक तक आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 131.85 अंक यानी 0.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,000 अंक स्तर के नीचे आ गया और यह 16,945.05 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 41 शेयर नुकसान में रहे। साप्ताहिक आधार पर, सेंसेक्स 462.8 अंक यानी 0.79 प्रतिशत तक गिर गया, जबकि निफ्टी 155 अंक या 0.90 प्रतिशत फिसला। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘किसी भी उत्साहजनक संकेतों के अभाव में, बाजारों में गिरावट जारी रही और आधा प्रतिशत से अधिक से अधिक के नुकसान में रहा।
प्रमुख शेयरों में गिरावट से निफ्टी सूचकांक 17,000 की स्तर से नीचे आ गया। इस दौरान धातु, रियल एस्टेट और ऊर्जा के शेयरों में बिकवाली जारी रही।’’ सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से बजाज फिनसर्व को सबसे ज्यादा 3.81 प्रतिशत नुकसान हुआ। इसके अलावा, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एचसीएल टेक, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक और टाइटन भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और 1.96 प्रतिशत नीचे आया। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स और विप्रो शामिल हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘लोकसभा में सरकार के वित्त विधेयक 2023 पारित करने के बाद से घरेलू शेयर दबाव में आ गए। संशोधनों के अनुसार, वायदा और विकल्प (एफएंडओ) खंड में बिक्री पर प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) बढ़ा दिया गया है। हालांकि, वृद्धि से संबंधित चीजें अभी स्पष्ट नहीं है और उसकी प्रतीक्षा है। विधेयक में बॉन्ड में निवेश से जुड़े म्यूचुअल फंड के मामले में दीर्घकालीन कर लाभ को भी वापस लिया गया है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार गिरावट का रुख था। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74.60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 995.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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