श्रद्धालुओं ने मां 'विंध्यवासिनी' का दर्शन पूजन किया
संदीप मिश्र
मिर्जापुर/विंध्याचल। बुधवार को अष्टांग योग की अधिष्ठात्री महागौरी स्वरूप में श्रद्धालुओं ने मां 'विंध्यवासिनी' का दर्शन पूजन किया। मंदिर परिसर सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते मंत्र से गूंज उठा। भोर से ही माता के दर्शन के लिए मंदिर की ओर जाने वाली सभी गलियां भक्तों से पटी रही। मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाने के लिए भक्तों में होड़ मची रही। गंगा स्नान के पश्चात श्रद्धालु हांथों में माता के प्रसाद नारियल व चुनरी लिए मंदिर की ओर पहुंच रहे थे।
सुबह होते-होते मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से पट गया। भारी भीड़ के बीच किसी ने गर्भगृह तो किसी ने झांकी से ही मां के भव्य स्वरुप का दर्शन किया। दर्शन-पूजन के साथ ही न्यू वीआईपी, पुरानी वीआईपी मार्ग के अलावा पक्काघाट मार्ग से मंदिर की ओर पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की गई थी। मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के पश्चात त्रिकोण मार्ग पर स्थित मां काली व अष्टभुजा देवी का दर्शन पूजन किया गया।
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