भूकंप: तुर्की के 10 प्रांतों में 'आपातकाल' की घोषणा
डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
अंकारा/डमस्कस। तुर्की और सीरिया में भीषण भूकंप आने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 8000 से अधिक हो गई है। भूकंप के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोआन ने देश के 10 प्रांतों में 3 महीने के आपातकाल की घोषणा की है। तुर्की के 12,000 से अधिक राहत व बचाव कर्मी प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
सोमवार को आए भूकंप ने तुर्की और सीरिया की कमर तोड़ दी है। इस आपदा में करीब 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है और अस्पताल पीड़ितों से पटे पड़े हैं। इस भीषण आपदा के बीच भारत लगातार तुर्की और सीरिया को मदद पहुंचा रहा है। भारत ने राहत सामग्री के अलावा 30 बिस्तरों की चिकित्सा सुविधा वाले इंडियन आर्मी फील्ड अस्पताल को भी मौके पर भेजा है।
गौरतलब है कि तुर्की के दक्षिणी प्रांत कहरामनमारस में सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके कुछ मिनट बाद देश के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया और कहरामनमारस में फिर दोपहर बाद 01:24 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया। चीन का 82 सदस्यीय बचाव दल चार्टर्ड एयर चाइना के विमान से 8,000 किमी से अधिक की उड़ान भरने के बाद बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे तुर्की के अदाना हवाई अड्डे पर पहुंचा।
भूकंप ने तुर्की और सीरिया को काफी नुकसान पहुंचाया है। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और आशंका जताई गई है कि हजारों लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं। इस बीच बर्फबारी और खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। खराब मौसम की वजह से हेलिकॉप्टर की लैंडिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे में राहत सामग्री सड़क के रास्ते ही पहुंच पा रही है।
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप की वजह से लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। अभी तक करीब 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस आपदा में करीब 20 हजार लोगों के मरने की आशंका जताई है। सीरिया में भूकंप से तबाही के बाद 6 टन राहत सहायता लेकर भारतीय वायुसेना का विमान सीरिया रवाना हो गया है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने विमान की रवानगी का वीडियो ट्वीट कर बताया कि खेप में जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा वस्तुएं शामिल हैं। उन्होंने लिखा, भारत इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।
भारत ने तुर्की में भीषण भूकंप के बाद हुई तबाही के मद्देनज़र वहां 30 बेड की मेडिकल यूनिट स्थापित करने के लिए सेना का दल भेजा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, मेडिकल यूनिट के शुरुआती कॉम्पोनेंट्स को वायुसेना के सी17 विमान से 45 सदस्यीय मेडिकल टीम के साथ...भेजा गया है। यूनिट में एक्स-रे मशीन और वेंटिलेटर्स भी होंगे।
सीरिया में भूकंप के बाद मलबे के नीचे एक 7-वर्षीय सीरियाई लड़की की अपने भाई को बचाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि मोहम्मद सफा ने तस्वीर शेयर कर ट्वीट किया, वे 17 घंटों तक मलबे के नीचे दबे रहे। तस्वीर पर एक यूज़र ने कहा, चमत्कार होते हैं। सीरिया के आफरीन शहर में भूकंप के बाद मलबे में दबी एक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। सीरिया के पत्रकारों के अनुसार, बच्ची के माता-पिता को बचाया नहीं जा सका। वहीं, बच्ची को मलबे से निकाले जाने का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स बच्ची को सुरक्षित स्थान पर ले जाता दिखा।
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