एलजी के खिलाफ प्रस्ताव, चर्चा मे भाग लिया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच विवाद का मुद्दा छाया रहा। दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में एलजी के खिलाफ रखे गए निंदा प्रस्ताव की चर्चा में सीएम केजरीवाल ने भाग लिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि भगवान ने चाहा तो कल केंद्र में हमारी सरकार होगी। सदन में केजरीवाल ने कहा कि इस सदन में बड़े भारी मन से आज बात रख रहा हूं। किसी भी राज्य की सरकार चुनी हुई सरकार से चलनी चाहिए या एलजी साहब से चलना चाहिए, यह बहुत गंभीर मुद्दा है।
केजरीवाल ने कहा कि गंभीर मुद्दा है। चुनी हुई सरकार की चलनी चाहिए या किसी एक व्यक्ति विशेष की?आज उनकी सरकार केंद्र में है, हमारी राज्य में, उनका LG है। हो सकता है, कल हमारी सरकार हो केंद्र में, हमारा LG, और यहां हमारी, बीजेपी या कांग्रेस की। केजरीवाल ने कहा कि जैसा वो कर रहे हैं, वैसा हम नहीं करेंगे। जितनी अच्छी शिक्षा मैंने अपने बच्चों को दी, वैसी शिक्षा Delhi के बच्चों को देना चाहता हूं। हमने 1000+ Teachers को विदेशों में Training के लिए भेजा। CM-शिक्षा मंत्री ने कह दिया Teachers Finland जाएंगे तो ये Final होना चाहिए। लेकिन सभी Files LG के पास जा रही है।
केजरीवाल ने कहा कि LG साहब ने 2 बार Objection लगाया। बाबू क्या करता है? मना नहीं करता Objection पे Objection लगाता है। इनके नेताओं के बच्चे विदेश पढ़ने गए। अगर तुम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हो तो हमें गरीबों के बच्चों को शिक्षा देने से रोकने वाले तुम कौन होते हो? ये LG कौन है? जो हमारे सिर पर आकर बैठ गया। अब वो तय करेंगे कि बच्चों को कहां पढ़ाओ? गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं लेने देंगे" वाला Mindset अभी भी है। ऐसी सामंतवादी सोच से देश पीछे है।
केजरीवाल ने कहा कि समय बड़ा बलवान है, संसार में कुछ भी स्थायी नहीं है। अगर कोई सोचता है कि वह हमेशा सत्ता में रहेगा, तो ऐसा नहीं होने वाला है। आज हम दिल्ली में सत्ता में हैं और वे (भाजपा) केंद्र में सत्ता में हैं, कल ऐसा हो सकता है कि हम केंद्र में सत्ता में होंगे।
केजरीवाल ने कहा कि Supreme Court को भी पता था ये एक बार में नहीं मानेंगे, तो दो बार लिखा—Para 475.20 में दूसरी बार लिखा, There is no independent authority vested in Lieutenant Governor to take decisions. LG साहब कहते—ये SC की राय हो सकती है। मैंने कहा ये Contempt of Court है। Viceroy कहते थे, You bloody Indians don't know how to govern!
आज LG कह रहे हैं, You Dilliwalas don't know how to govern! मैंने पूछा किस कानून में लिखा है कि आप Cost-Benefit Analysis करा सकते हैं? कोई जवाब नहीं था। केजरीवाल ने कहा कि मैंने फिर उनसे पूछा Aldermen कैसे Appoint किए? कहते मैं Administrator हूं। मैंने 2019 SC Order दिखाया कि जहां Administrator लिखा है, वहां भी चुनी हुई सरकार की चलेगी।
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