त्रिपुरा: प्रवासी पक्षियों की नई प्रजातियां देखी
इकबाल अंसारी
अगरतला। त्रिपुरा के गोमती जिले की सुखसागर झील में इस साल साइबेरिया और यूरोप के प्रवासी पक्षियों की नई प्रजातियां देखी गईं। एक पक्षी विज्ञानी ने यह जानकारी दी। इस साल पहली बार देखे गए यूरोपीय पक्षियों में ‘रफ’, ‘ओरिएंटल प्रिटिनकोल’ और साइबेरियाई ‘कॉमन क्रेन’ हैं।पक्षी विज्ञानी और राज्य जैव विविधता बोर्ड के सदस्य दीपांकर सिन्हा ने बताया, “सुखसागर झील में साइबेरिया और यूरोप के पक्षियों की तीन नयी प्रजातियां देखी गई हैं। इस साल प्रवासी पक्षियों का झील में आना भी अद्भुत है।” संपर्क करने पर, उप वन संरक्षक, के. जी. रॉय ने कहा, “हमने यह भी देखा है कि अच्छी संख्या में प्रवासी पक्षी झील में आ रहे हैं।
इस साल की पक्षी गणना अगले महीने की जाएगी, इसलिए अभी हम राज्य में प्रवासी पक्षियों की सही संख्या नहीं बता सकते हैं।” सहायक वन संरक्षक अनीमा दास ने कहा कि पिछले साल की गणना के अनुसार राज्य की झीलों और जल निकायों में कम से कम 1,45,008 प्रवासी पक्षी देखे गए थे।प्रवासी पक्षी सिपाहीजला वन्यजीव अभयारण्य, गोमती जलाशय, गोमती वन्यजीव अभयारण्य, अगरतला में कॉलेज टिल्ला झील, सिपाहीजला जिले में रुद्रसागर झील, तृष्णा वन्यजीव अभयारण्य, एनआईटी कॉलेज जलाशय में आते हैं। वन अधिकारियों ने कहा कि हर साल यूरोपीय, अफ्रीकी और उत्तरी अमेरिकी देशों से प्रवासी पक्षियों की 100 से अधिक प्रजातियां त्रिपुरा आती हैं।
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