गणतंत्र दिवस 'संपादकीय'
'भारत' देश है हमारा,
संविधान पर विवाद नहीं।
'सभ्यता' सबसे पहले आई,
भाषा पर संवाद नहीं।
भारतीय परंपराओं के अनुरूप, भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में वर्षों पहले 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। जब से यह परंपरा जारी है। इसके साथ ही आपको बताते चलें, कि भारत में हर साल 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस बार यह 74वां गणतंत्र दिवस है। इसके पश्चात आपको यह खास एवं महत्वपूर्ण बात भी बताते चलें, कि भारत ही दुनिया का एक ऐसा देश है, जिसकी भारतीय संविधान में लिखित 'राष्ट्रभाषा' कोई भी नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए एक नज़रिए से देखा जाएं, तो यह एक 'गर्व' की बात है और 'चिंता' की भी...।
'गर्व' की बात इसलिए है, क्योंकि दुनिया में केवल भारत ही एक ऐसा देश है, जिसकी भारतीय संविधान में लिखित राष्ट्रभाषा कोई भी नहीं है और हिंदी को राजभाषा की उपाधि दी गई है। ज्यादातर 'हिंदी' भाषा का प्रयोग भारत में किया जाता है। भारत के अलावा, हिंदी का प्रयोग बहुत ही कम देशों में किया जाता है। इसलिए, यह एक गर्व की बात है।
'चिंता' की बात इसलिए है, क्योंकि दुनिया में भारत एक अकेला देश है, जिसकी भारतीय संविधान में लिखित राष्ट्रभाषा कोई भी नहीं है, तथा बाकी सभी देशों की अपनी-अपनी राष्ट्रभाषा है। इसलिए, यह एक चिंता की बात है।बहरहाल, आपको यह जरूर बता दें, कि 'हिंदी' भारत की राष्ट्रभाषा नहीं, बल्कि राजभाषा है।
चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'
https://aakhirisach.com/2023/01/12/jeevan-kumar-mittal-is-the-one-who-wrote-letters-to-the-president-in-more-than-5000-cases/
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