'वैश्विक भागीदारी' की पहली बैठक में हिस्सा लिया
मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक भागीदारी (जीपीएफआई) की पहली बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विकास को मानवीय रूप देने में विश्वास करती है। तीन दिवसीय इस बैठक में जी-20 के सदस्य देशों से आए प्रतिनिधियों को संबोधित कर रही ममता ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 1.2 करोड़ रोजगार का सृजन किया है तथा राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कई गुना वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि राज्य में धर्म, जाति या भाषाओं की विविधता के बावजूद लोग एकजुट हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बंगाल में विकास हुआ क्योंकि हमने महिलाओं, किसानों और लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (एमएसएमई) को सशक्त बनाया। जी20 की पहली ग्लोबल पार्टनरशिप फॉर फाइनेन्शियल इन्क्लूज़न बैठक में ममता ने कहा, हमने सरकार आपके द्वार (दुआरे सरकार) कार्यक्रम की शुरुआत यह सुनिश्चित करने के लिए की कि लोगों को हमारी विकास संबंधी पहलों का लाभ मिले। इस कार्यक्रम ने राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किया।
वैश्विक भागीदारी और वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल नवाचारों पर UIDAI CEO सौरभ गर्ग ने कहा, G-20 देशों को आधार, UPI, e-SIGN और डिजी लॉकर दिखाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि कैसे विभिन्न देशों द्वारा इंडिया स्टैक को प्रभावी ढंग से कैसे इस्तेमाल किया जाए ?
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