आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा, बड़ी भूल थी
इकबाल अंसारी
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद ने शनिवार को कहा कि गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देना उनकी एक बड़ी भूल थी। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ताराचंद, पूर्व मंत्री मनोहर लाल शर्मा व पूर्व विधायक बलवान सिंह को आजाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) से निष्कासित कर दिया गया था।
डीएपी के 100 से अधिक पदाधिकारियों और संस्थापक सदस्यों ने तीनों नेताओं के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। इन नेताओं ने अपना अगला निर्णय लेने से पहले लोगों के बीच जाने का फैसला किया है। हालांकि, ताराचंद ने कहा कि वह अपनी आखिरी सांस तक धर्मनिरपेक्ष रहेंगे और राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने पर उसमें शामिल होने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
नेताओं और कार्यकर्ताओं से घिरे ताराचंद ने पत्रकारों से कहा, “बिना किसी कारण या औचित्य के हमें निष्कासित करने का डीएपी का निर्णय हमारे लिए काफी आश्चर्यजनक है। आज हमें लगता है कि आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने का हमारा फैसला एक बड़ी भूल थी।”
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