काले झंडे लेकर 40 किलोमीटर की वाहन रैली निकाली
नरेश राघानी
अलवर। राजस्थान में अलवर के चमेली बाग स्थित कब्रिस्तान का चल रहा विवाद के दौरान आज मेव समाज ने काले झंडे लेकर करीब 40 किलोमीटर की वाहन रैली निकाली। मेव पंचायत से जुड़े युवाओं ने कब्रिस्तान की बहाली को लेकर दशहरा मैदान के पास स्थित कर्बला मैदान से काले झंडे लगाकर वाहन रैली निकाली। यह वाहन रैली जेल चौराया अंबेडकर सर्किल नंगली सर्किल सहित शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई मालाखेड़ा पहुंची। इस रैली का मुख्य मकसद कब्रिस्तान की बहाली है और कांग्रेसी नेताओं का विरोध करना है।
कांग्रेस के नेता गफूर खान ने बताया कि कब्रिस्तान के मामले में भले ही सरकार ने 2 अधिकारियों को निलंबित कर दिया हो लेकिन अभी तक वह कब्रिस्तान की जमीन कब्रिस्तान के नाम नहीं हुई है जिनके नाम डीक्री की गई थी उन्हीं के नाम वह जमीन है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर आज काला झंडा लगाकर विरोध प्रदर्शन किया और वाहन रैली निकाली इस वाहन रैली का मुख्य उद्देश्य है कि उनकी मांगे मानना और मंत्री को हमारी भावनाओं से आभास कराना है।
इधर मैनेजर शफात खान ने बताया कि शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में भंवर जितेंद्र सिंह ने यह कहा था कि हमारे संज्ञान में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरासर झूठ बोल रहे हैं। नवंबर माह में भी हमने इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन दिया। कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली से कहा और मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान से भी दो दो-तीन घंटे बात हुई हैं तो ऐसे में उनका यह बयान ताजूब भरा है कि उनके संज्ञान में नहीं है और उन्होंने कहा है कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और पूरी तरह विरोध किया जाएगा।
यहां उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के खास उमरैण के पूर्व प्रधान शिव लाल गुर्जर के पुत्र राजेश के नाम कब्रिस्तान की करीब 8 बीघा जमीन को अपने नाम करा लिया गया था। यह मामला खुलते ही राज्य सरकार ने अलवर के एसडीएम और तहसीलदार को निलंबित कर दिया था।
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