'नशा मुक्ति' दिवस मनाया, कार्यक्रम को संबोधित किया
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार में शनिवार को नशा मुक्ति दिवस मनाया गया। इस मौके पर सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र स्थित ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार शराब का धंधा छोड़ने वालों को एक लाख रुपये जीविकोपार्जन के लिए देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल शराब ही नहीं बल्कि ताड़ी बेचने वालों पर भी ये स्कीम लागू होगा अगर वो ताड़ी का धंधा छोड़ कर नीरा बनाने का धंधा करते हैं।
सीएम ने पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा शराब पीनेवाले ज्यादा पकड़े जाते हैं; मगर शराब बेचनेवालों को भी पकड़ना जरूरी है। बिहार के मुख्यमंत्री ने शराबबंदी को लेकर अधिकारियों को पटना पर विशेष नजर रखने का निर्देश देते हुए आज कहा कि यदि पटना ठीक हो गया तो बिहार ठीक हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू करने के कारण कुछ लोग उनके खिलाफ हैं। शराब कितनी बुरी चीज है, इसको सबको समझना होगा। उन्होंने महिलाओं, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा-अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक समेत सभी तबकों के लिये विशेष प्रयास किया जा रहा है। उनके उत्थान के लिए कई कार्य किए गए हैं। वह वर्ष 2005 से लोगों की भलाई के लिये लगातार काम कर रहे हैं। बहुत लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते हैं, उन पर कार्रवाई कीजिये। शराब के असली धंधेबाजों को पकड़िये, उन पर कड़ी कार्रवाई कीजिये।
उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा, आप ही की मांग पर शराबबंदी लागू की गयी है इसलिये आपलोग इसको लेकर सजग रहें। शराबबंदी के प्रति लोगों को प्रेरित करते रहें। सतत् जीवोकोपार्जन योजना के संबंध में भी लोगों को जानकारी दें। सभी विभाग अपने विभाग के कार्यों के अलावा लोगों को बतायें कि शराब कितनी बुरी चीज है। समाज सुधार अभियान निरंतर जारी रखना है। राज्य भी आगे बढ़ेगा और सबकी तरक्की होगी।
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