'पाइल्स' को दूर करने में बेहद कारगर हैं घरेलू नुस्खे
सरस्वती उपाध्याय
पाइल्स की बीमारी बहुत खतरनाक है। पाइल्स के इलाज तो कई हैं, लेकिन आराम मिल पाना मुश्किल होता है। अगर दिक्कत ज्यादा बढ़ जाए तो सर्जरी करवाना ही एक मात्र उपाय बचता है। सर्जरी के बाद भी बीमारी ठीक होने की कोई गारंटी नहीं है। ज्यादातर मामलो में सर्जरी के कुछ समय बाद पाइल्स की परेशानी दोबारा होने लगती है। कुछ घरेलू नुस्खे पाइल्स को दूर करने में बेहद कारगर हैं। सूरन (जिमीकंद) की सब्जी बवासीर की परेशानी को दूर करने में कारगर है।
पाइल्स की परेशानी कई वजहों से हो सकती है। पाइल्स का कारण ठीक से मल का त्याग न हो पाना या फिर कब्ज की दिक्कत हो सकता है। इसकी वजह से गुदा में मस्से हो जाते हैं और भयंकर दर्द की परेशानी होती है।
पाइल्स को दूर करने के वैसे तो कई घरेलू नुस्खे हैं लेकिन सूरन की सब्जी को खाने से ही इस गंभीर परेशानी से छुटकारा मिल जाता है। सूरन को जिमीकंद भी कहा जाता है। जिमीकंद खाने में बड़ा टेस्टी लगता है। ये एक जड़ वाली सब्जी है जो जमीन के भीतर ऊगती है। इस सब्जी को ऊगने में लगभग एक साल का वक्त लगता है। मिट्टी के भीतर लगी इस सब्जी में कई औषधीय गुण समाए हुए होते हैं। ये सब्जी पाइल्स की बीमारी को दूर कर सकती है।
जिमीकंद की सब्जी को खाने से बवासीर में आराम मिलता है। सूरन की सब्जी को लगातार 2 हफ्तों तक खाने से पाइल्स की दिक्कत में आराम मिलेगा। इसकी तासीर गर्म मानी जाती है इसलिए जिमीकंद खाने के बाद छाछ पीना फायदेमंद होगा।
जिमीकंद बड़ा कठोर होता है।इसको काटने के पहले हाथों पर सरसों का तेल लगाएं और फिर हाथों को नमक के पानी में धो लें। फिर सब्जी को काट लें। जिमीकंद के टुकड़ों को आग में सेककर या फिर उबालकर बनाया जाता है। नरम हो जाने के बाद आम सब्जियों की तरह ही फ्राई कर सूरन की सब्जी बनाई जाती है।हालांकि इसको पकने में बहुत समय लगता है। अगर पाइल्स के लिए सूरन की सब्जी बना रहे हैं तो उसमें तेल और मसाला बहुत कम डालना चाहिए।
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