‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान की फाइल भेजी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान की फाइल एक बार फिर उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को विचारार्थ भेजी है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह कदम ऐसे समय आया है, जब उपराज्यपाल सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस तरह के ‘अस्थायी’ उपाय की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हुए अभियान पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है क्योंकि दिल्ली उच्च वायु प्रदूषण से जूझ रही है।
महीने भर के ‘रेड लाइट ऑन, गाडी ऑफ’ अभियान का मकसद ट्रैफिक सिग्नल पर इंतजार कर रहे वाहन चालकों को इंजन बंद करने के लिए प्रोत्साहित करना है। सूत्रों ने कहा, हमने उपराज्यपाल के विचारार्थ फाइल फिर से भेजी है। सरकार ने पर्याप्त मात्रा में सबूत भेजे हैं जिनमें अभियान के अनुकूल परिणामों को रेखांकित किया गया है। इसी तरह के अभियान देश के 40 शहरों में चलाए गए हैं।’
उन्होंने कहा, अमेरिका और लंदन में भी इस तरह के अभियान चलाए गए हैं। ‘सीआरआरआई’ के मुताबिक, ट्रैफिक सिग्नल पर सिर्फ 20 फीसदी चालक ही इंजन बंद करते हैं लेकिन यह पाया गया कि अभियान के दौरान 80 फीसदी लोगों ने सिग्नल पर अपने इंजन बंद कर दिए।’ राजधानी में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए पहली बार यह अभियान 16 अक्टूबर, 2020 को शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत, वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइट के हरे होने की प्रतीक्षा करते हुए अपने वाहनों का इंजन बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा था कि नगर सरकार अभियान के संबंध में उपराज्यपाल द्वारा उठाए गए सभी सवालों का जवाब देगी और उनकी मंजूरी के लिए फाइल फिर से उन्हें भेजेगी। उन्होंने उपराज्यपाल पर ऐसे मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया था जो दिल्ली के लोगों के जीवन से जुड़ा है।
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